मेरठ : पल्लवपुरम हाईवे पर हादसे में गांव प्रधान के भतीजे की मौत, कंटेनर से टकराई थी बाइक

मेरठ के मोदीपुरम में सोमवार को एक सड़क हादसे में ग्राम प्रधान के भतीजे की मौत हो गई। यहां पर नागालैंड से हरिद्वार की ओर जा रहे कंटेनर की टक्कर बाइक सवार से हो गई जिसके बाद 12वीं का छात्र कंटेनर के नीचे आया गया। जिससे उसकी मौत हो गई।

By PREM DUTT BHATTEdited By: Publish:Mon, 18 Jan 2021 03:23 PM (IST) Updated:Mon, 18 Jan 2021 03:23 PM (IST)
मेरठ : पल्लवपुरम हाईवे पर हादसे में गांव प्रधान के भतीजे की मौत, कंटेनर से टकराई थी बाइक
मेरठ में एक सड़क हादसे में ग्राम प्रधान के भतीजे की मौत हो गई।

मेरठ, जेएनएन। मेरठ के मोदीपुरम में पल्लवपुरम हाईवे स्थित निर्माणधीन पल्हैड़ा फ्लाईओवर की सर्विस रोड पर सोमवार को सड़क हादसे में बाइक सवार 12वीं कक्षा के छात्र की मौत हो गई। मृतक छात्र दुल्हैड़ा गांव प्रधान का भतीजा था। नागालैंड से हरिद्वार की ओर जा रहे कंटेनर की टक्कर बाइक सवार से हो गई। सड़क पर गिरने से छात्र कंटेनर की पहिये की चपेट में आ गया, जिससे उसकी मौके पर ही मौत हो गई। पुलिस ने शव मोर्चरी पहुंचा दिया।

बाइक से हट गया था नियंत्रण

दुल्हैड़ा गांव के प्रधान पति बबलू चौहान का 16 वर्षीय भतीजा प्रतिष्ठ प्रताप सिंह डीएमए कालेज में 12वीं का छात्र था। सोमवार को प्रतिष्ठ पहली बार कालेज में गया था। कालेज से वापस अपने गांव जाने के दौरान बाइक सवार प्रतिष्ठ निर्माणधीन पल्हैड़ा फ्लाईओवर की सर्विस रोड पर पावली खास कट के पास पहुंचा ही था, तभी पीछे से आ रहे तेज रफ्तार के कंटेनर ने बाइक में टक्कर मार दी। सड़क पर बजरी बिखरी होने की वजह से प्रतिष्ठ का बाइक से नियंत्रण हट गया और फिसल गई। सड़क पर गिरने की वजह से प्रतिष्ठ जब तक अपने संभाल पाता, तभी कंटेनर के पहिये की चपेट में वह आ गया। मौके पर ही उसकी मौत हो गई। हादसे के बाद ड्राइवर गाड़ी छोड़ भाग गया। राहगीरों की भीड़ जमा हो गई। पुलिस मौके पर पहुंची और कंटेनर को कब्जे में लिया, वहीं शव की शिनाख्त के बाद मोर्चरी पहुंचा दिया। इंस्पेक्टर देवेश कुमार शर्मा का कहना है कि तहरीर पर केस दर्ज किया जा रहा है।

दो परिवारों में अकेला था प्रतिष्ठ

दुल्हैड़ा गांव निवासी मोंटी चौहान ने बताया कि प्रतिष्ठ अपने और चाचा के दोनों परिवारों में अकेला पुत्र था। हादसे के बाद पूरे गांव में मातम पसरा हुआ है। मृतक की बहनें, माता-पिता का रोकर बुरा हाल है। बहन और मां तो प्रतिष्ठ को याद कर बेहोश हो गई, जिन्हें अन्य महिलाओं ने संभाला। हर किसी की आंखे नम थी।

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