मेरठ में रोजाना आ रहे हजार से कम कोरोना के मामले, इन बातों का रखें ध्‍यान

Meerut Corona News Update मेरठ में कोरेाना के मामले आने कुछ हद तक कम हुआ है। लेकिन अभी इनकी संख्‍या पांच सौ से ज्‍यादा प्रतिदिन है। ऐसे में सावधानी बरतना बेहद ही जरूरी है। शहर के कुछ क्षेत्रों में तो लगातार कोविड मरीज मिल रहे हैं।

By Prem Dutt BhattEdited By: Publish:Fri, 21 Jan 2022 07:50 AM (IST) Updated:Fri, 21 Jan 2022 07:50 AM (IST)
मेरठ में रोजाना आ रहे हजार से कम कोरोना के मामले, इन बातों का रखें ध्‍यान
Meerut Coronavirus Update मेरठ में संक्रमण की दर अभी भी दस प्रतिशत के पार।

मेरठ, जागरण संवाददाता। मेरठ में चौथे दिन भी लगातार जिले में कोरोना संक्रमण के मामले एक हजार से कम आए हैं। साथ ही 1256 मरीज ठीक हुए। हालांकि अभी भी संक्रमण की दर दस के पार है। शहर के कुछ इलाके जयभीमनगर, रजबन और पल्हेड़ा में रोजाना संक्रमित मिल रहे हैं। जिससे बचाव के उपायों में ढील देना मुश्किल में डाल सकता है। गुरुवार को जिले में 6410 सैंपलों की जांच की गई, जिसमें 719 संक्रमित मिले हैं। वहीं, मेडिकल कालेज में भर्ती 60 साल से अधिक के दो मरीजों की मौत हो गई। दोनों पहले से अन्य बीमारियों से ग्रसित थे और वेंटीलेटर पर उनका उपचार हो रहा था। वहीं डाक्‍टरों का कहना है कि सर्दी-जुकाम व बुखार होने पर अगर तीन से चार दिन बाद भी बुखार 100 फारेनहाइट से ऊपर रहे तो जांच जरूर कराएं।

जिले में 5759 सक्रिय मरीज

मंडलीय सर्विलांस अधिकारी डा. अशोक तालियान ने बताया कि 719 मरीजों में से जिले भर में 472 नए मरीज मिले है, जबकि 247 मरीज संक्रमितों की कांटेक्ट ट्रेसिंग के तहत संक्रमित मिले हैं। अब जिले में कोरोना संक्रमण से ग्रसित 5759 सक्रिय मरीज हैं। इनमें 47 मरीज विभिन्न अस्पतालों में भर्ती हैं और 5712 मरीज होम आइसोलेशन पर रहकर इलाज करा रहे हैं। वहीं, उनका कहना है कि रोजाना जितने संक्रमित मिल रहे हैं। पिछले कुछ दिनों से उससे अधिक लोग प्रतिदिन स्वस्थ भी हो रहे हैं। नया वैरिएंट अगर अधिक संक्रामक है तो उससे रिकवरी भी जल्द है। लोग बचाव के सभी उपायों का पालन करें, जिससे संक्रमण की चेन को बढऩे से रोका जा सके। जिले में नए मिले मरीजों में सबसे अधिक जयभीमनगर में 79, पल्हेड़ा में 65, रजबन में 52, संजय नगर में 47, नंगलाबट्टू में 46, कैंट में 44, राजेंद्रनगर में 32, कसेरू बक्सर में 30, कंकरखेड़ा में 30 मरीज मिले हैं। इसी तरह कुछ ग्रामीण इलाकों में भी मरीज मिले हैं।

पढ़िए चिकित्‍सक की राय

अभी तक जो मरीज मिले हैं उनमें गंभीर समस्या नहीं देखने को मिली है। संक्रमण गले में असर डाल रहा हैं। फेफड़ों तक नहीं पहुंच रहा है जिससे मरीजों की रिकवरी भी जल्दी देखने को मिल रही है। सर्दी-जुकाम व बुखार होने पर अगर तीन से चार दिन बाद भी बुखार 100 फारेनहाइट से ऊपर रहे तो जांच जरूर कराएं। संक्रमितों में सांस लेने में तकलीफ होने या फिर छह मिनट वाक के बाद आक्सीजन लेवल 94 से नीचे जाने पर डाक्टर से संपर्क करें। 60 से अधिक आयु के बुजुर्ग निमोनिया की वैक्सीन लगवा सकते हैं। बुजुर्ग, बच्चे घरों में रहे और गर्म कपड़े पहनकर रहें।

- डा. वीरोत्तम तोमर, सांस एवं छाती रोग विशेषज्ञ 

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