बागपत में बिल्डर अजय चौधरी के फार्म हाउस पर आयकर टीम का डेरा

बागपत के गांव महरमपुर में मंगलवार सुबह आयकर विभाग की टीम ने पुलिसकर्मियों के साथ बिल्डर अजय चौधरी के फार्म हाउस में छापामारी की थी। दोपहर बाद ताले खुलवाने के लिए मिस्त्री को बुलाया गया था। बुधवार को भी आयकर विभाग की टीम जांच में जुटी रही।

By Parveen VashishtaEdited By: Publish:Wed, 05 Jan 2022 11:26 PM (IST) Updated:Wed, 05 Jan 2022 11:26 PM (IST)
बागपत में बिल्डर अजय चौधरी के फार्म हाउस पर आयकर टीम का डेरा
बागपत के महरमपुर गांव में बिल्डर अजय चौधरी के फार्म हाउस पर मौजूद पुलिस

बागपत, जागरण संवाददाता। गांव महरमपुर में बिल्डर अजय चौधरी उर्फ संजू के फार्म हाउस पर दूसरे दिन बुधवार को भी आयकर विभाग की टीम जांच-पड़ताल में जुटी रही। नोएडा में रहने वाले एसीई कंपनी के चेयरमैन अजय चौधरी का पैतृक गांव महरमपुर में है। यहां अजय का 40 बीघे का आलीशान फार्म हाउस है।

यह है मामला

मंगलवार सुबह पांच बजे दिल्ली आयकर विभाग के डिप्टी डायरेक्टर राजीव प्रताप के नेतृत्व में सात सदस्यीय टीम ने नौ पुलिसकर्मियों के साथ इसी फार्म हाउस में छापामारी की थी। दोपहर बाद ताले खुलवाने के लिए मिस्त्री को बुलाया गया था। बुधवार को भी आयकर विभाग की टीम जांच पड़ताल में जुटी रही। बारिश के कारण पुलिस व फार्म हाउस के सिक्योरिटी गार्डों को अहाते में बैठे देखा गया। खराब मौसम के कारण ग्रामीण भी फार्म हाउस के आसपास नहीं दिखे।

सपा अध्यक्ष से अजय चौधरी की नजदीकी को लेकर गांव में चर्चाएं

सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव से अजय चौधरी की नजदीकी को लेकर गांव में खूब चर्चाएं होती रहीं। मंगलवार सुबह 10 बजे कुछ ग्रामीणों ने आयकर विभाग के दो सदस्यों का विरोध किया था। इसे देखते हुए रात में पीएसी बुला ली गई थी। हालांकि देर रात पीएसी वापस चली गई थी।

पूर्वी यमुना नहर मार्ग से जोडऩे के लिए बन रहा मार्ग

बिल्डर अजय चौधरी के फार्म हाउस पर इन दिनों यहां के दूसरे गेट को पूर्वी यमुना नहर मार्ग से जोडऩे के लिए टाइल्स लगाने का काम चल रहा है। मार्ग को मजबूत व टिकाऊ बनाने के लिए फार्म हाउस में मिनी रोड रोलर से लेकर मिनी जेसीबी आदि का प्रयोग किया जा रहा है। ग्रामीणों ने बताया कि जब से फार्म हाउस की नीव रखी गई, तब से आज तक यहां राजमिस्त्री का आना बंद नहीं हुआ। कुछ न कुछ निर्माण चलता ही रहता है।

ग्रामीणों के अनुसार 20 साल पहले जब अजय चौधरी ने दूध का काम किया तो काफी घाटा हुआ था। इसके बाद अजय ने बाहर ही रहना शुरू कर दिया था। अजय ने करीब 10 साल पहले गांव में अपनी पैतृक जमीन पर फार्म हाउस का निर्माण शुरू कराया था। करीब चार साल पहले यहां आलीशान मकान बनकर तैयार हुआ था। मकान तीन मंजिला है। इसमें पहली मंजिल पर हाल जैसे बड़े चार बेहद सुसच्जित कमरे हैं। दूसरी मंजिल पर भी हाल जैसे ही चार कमरे बने हैं। बताया जाता है कि तीसरी मंजिल पर एक स्वीमिंग पूल है, हालांकि अभी इसकी पुष्टि नहीं हुई है।

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