छेड़छाड़ का मामला : 12 घंटे में आरोपितों को नहीं‍ पकड़ा तो धरना प्रदर्शन का ऐलान

मेरठ के मवाना में पिछले दिनों हुर्इ छेड़छाड़ के मामले में आरोपितों की अभी तक गिरफ्तारी नहीं होने से नाराज लोगों ने पुलिस को 12 घंटे का अल्टीमेटम दिया है।

By Ashu SinghEdited By: Publish:Sun, 21 Apr 2019 03:49 PM (IST) Updated:Sun, 21 Apr 2019 03:49 PM (IST)
छेड़छाड़ का मामला : 12 घंटे में आरोपितों को नहीं‍ पकड़ा तो धरना प्रदर्शन का ऐलान
छेड़छाड़ का मामला : 12 घंटे में आरोपितों को नहीं‍ पकड़ा तो धरना प्रदर्शन का ऐलान
मेरठ,जेएनएन। मवाना में छेड़छाड़ से आजिज अनुसूचित जाति के परिवार द्वारा जहरीला पदार्थ खाने के मामले में 72 घंटे से अधिक हो गए लेकिन सवालों के घेरे में आई हस्तिनापुर पुलिस पर कार्रवाई की बजाए बचाने का प्रयास किया जा रहा है। तहसील मुख्यालय पर शनिवार को एसओ समेत दोषी पुलिस कर्मियों के खिलाफ कठोर कार्रवाई व आरोपितों पर रासुका लगाने के साथ पीड़ित परिवार को आर्थिक मदद की मांग उठाते हुए पूर्व विधायक गोपाल काली ने मुख्यमंत्री के नाम एसडीएम को ज्ञापन सौंपा है। 12 घंटे का अल्टीमेटम देते हुए कार्रवाई नहीं होने पर धरना-प्रदर्शन का ऐलान किया।
तहसील मुख्यालय पहुंचे परिजन
पूर्व विधायक गोपाल काली पीड़ित परिवार के साथ शनिवार दोपहर तहसील मुख्यालय पर पहुंच गए। विभिन्न संगठनों के धरने में शरीक होकर सीओ यूएन मिश्र से मिले और अब तक हुई कार्रवाई पर असंतोष जताया। एसओ हस्तिनापुर समेत पुलिसकर्मियों को आरोपितों के बराबर का दोषी ठहराया। आरोप लगाया एसओ प्रभावी कार्रवाई करते तो उक्त घटना घटित नहीं होती।इस बीच मौके पर एसडीएम अंकुर श्रीवास्तव पहुंच गए और इन्हें भी लोगों के सवालों का सामना करना पड़ा।
पुलिसकर्मियों के खिलाफ कार्रवाई के लिए ज्ञापन
72घंटे से अधिक हो गया लेकिन दोषी पुलिस कर्मियों पर कार्रवाई की बजा बचाने का प्रयास किया जा रहा है। जबकि उनके खिलाफ रिपोर्ट दर्ज कर निलंबित की कार्रवाई की जाती। मुख्यमंत्री के नाम ज्ञापन देते हुए एसओ समेत पुलिस कर्मियों के खिलाफ कार्रवाई, आरोपितों के खिलाफ रासुका, पीड़ित परिवार को इलाज के साथ आर्थिक मदद की मांग की। इस बीच काफी गहमा-गहमी होने के साथ 12 घंटे का अल्टीमेटम देते हुए कार्रवाई नहीं होने की दशा में हस्तिनापुर में ही अनिश्चित कालीन धरने पर बैठने का ऐलान किया। इस मौके पर लाल सिंह, अरुण कुमार, संजय, अनेश, ओमप्रकाश, सतेंद्र, गुलवीर आदि लोग मौजूद रहे। एसडीएम मवाना अंकुर श्रीवास्तव का कहना है कि उक्त मांगों का ज्ञापन शासन के माध्यम से मुख्यमंत्री को भेज दिया है। वहीं, एसओ समेत दोषी पुलिस कर्मियों के खिलाफ कार्रवाई को भी लिखा है।
गांव में ही दबाया गया छेड़छाड़ प्रकरण
एसपी देहात ने बताया कि जांच में सामने आया कि पूरे प्रकरण को गांव में ही दबाया गया। मामले की जांच कर रहे सीओ मवाना से इस बाबत पूरी रिपोर्ट मांगी गई है। किस स्तर पर सुनवाई नहीं हुई, इसकी जांच चल रही है। 1090 पर कब शिकायत की और कार्रवाई क्यों नहीं हुई। ग्राम चौकीदार ने इसकी सूचना उच्चाधिकारियों को क्यों नहीं दी। किस माध्यम से पीड़ित परिवार ने अन्य जगहों पर शिकायत की। आदि बिंदुओं पर जांच चल रही है। इसमें रविवार को चौकीदारों की बैठक बुलाई गई है।
इनका कहना है
आरोपितों की गिरफ्तारी के प्रयास किए जा रहे हैं। बहुत जल्द उन्हें पकड़ लिया जाएगा। पिता-पुत्री की हालत में सुधार है।
- नितिन तिवारी,एसएसपी 
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