अवसादग्रस्त महिला को सबने मारा, अंगुली तोड़ी, पुलिस ने भी दुत्कारा...बहुत रोई ‘खुशी’
अवसादग्रस्त महिला को पत्थर फेंकना बुहत भारी पड़ गया। सड़क पर भीड़ ने महिला को गिरा-गिराकर पीटा। मिशन शक्ति को मुकाम देने का दम भरने वाली पुलिस ने तो बदहवास महिला की पीड़ा सुनने के बजाय उसे मेडिकल कालेज भेज दिया।
मेरठ, जेएनएन। शनिवार को सरेआम हुई एक घटना ने बेचैन कर दिया। गढ़ रोड पर भीड़ ने एक महिला को गिरा-गिराकर पीटा। उसकी अंगुली तक तोड़ डाली। महिला का कसूर यह था कि उसने एक महिला को अशब्द कहकर पत्थर फेंका था। इस पर भीड़ में शामिल कुछ लोग आपा खो बैठे। महिला को घायल हालत में थाने ले जाया गया, लेकिन यहां भी उसे न्याय नहीं मिला। मिशन शक्ति को मुकाम देने का दम भरने वाली पुलिस ने तो बदहवास महिला की पीड़ा सुनने के बजाय उसे टरकाते हुए मेडिकल कालेज भेज दिया। वहीं बताया गया है कि महिला अवसादग्रस्त है।
उत्तराखंड के पिथौरागढ़ की रहने वाली खुशी जोशी की शादी नोएडा के पंकज के साथ हुई थी। खुशी का कहना है कि पंकज से उसका तलाक हो गया। डिप्रेशन में आकर घर से चली आई थी। अंबेडकरनगर में गढ़ रोड पर महिला ने कुछ लोगों पर कमेंट कर दिया। इस पर उन्होंने महिला को धमका दिया। इसके बाद महिला ने सड़क से पत्थर उठाकर फेंक दिया। इस पर बीच सड़क पर भीड़ ने महिला को जमकर पीटा। महिला ने शामली के रहने वाले अमित पर अंगुली तोड़ने का आरोप भी लगाया।
बीच सड़क पर पिटाई के बाद महिला का पर्स भी वहीं गिर गया था। इसके बाद ई-रिक्शा में डालकर महिला को मेडिकल थाने लाया गया। महिला को बदहवास हालत में देख एसएसआइ विजय कुमार ने हाथ पीछे खींच लिए। उनका कहना था कि यह पुलिस केस नहीं बनता। करीब आधे घंटे तक थाने पर महिला का तमाशा बनाने के बाद मेडिकल कालेज के लिए भेजा गया। इंस्पेक्टर प्रमोद गौतम का कहना है कि महिला डिप्रेशन में लग रही थी, जो अपने पति से परेशान है। उसकी तरफ से कोई तहरीर नहीं दी गई। इसलिए उपचार के लिए मेडिकल कालेज भेजा गया था।