बेगमपुल रैपिड रेल के स्टेशन का निर्माण शुरू, लोगों को असुविधा न हो इस पर रहेगा जोर

एनसीआरटीसी ने बेगमपुल रैपिड रेल स्टेशन का निर्माण शुरू कर दिया है।

By JagranEdited By: Publish:Sun, 21 Mar 2021 03:42 AM (IST) Updated:Sun, 21 Mar 2021 03:42 AM (IST)
बेगमपुल रैपिड रेल के स्टेशन का निर्माण शुरू, लोगों को असुविधा न हो इस पर रहेगा जोर
बेगमपुल रैपिड रेल के स्टेशन का निर्माण शुरू, लोगों को असुविधा न हो इस पर रहेगा जोर

मेरठ, जेएनएन। एनसीआरटीसी ने बेगमपुल रैपिड रेल स्टेशन का निर्माण शुरू कर दिया है। स्टेशन का निर्माण कट और कवर विधि का उपयोग करके भूमिगत किया जाएगा। निर्माण के दौरान सड़क का न्यूनतम उपयोग किया जाएगा। ताकि जनता को कम से कम असुविधा हो। इसके लिए ट्रैफिक पुलिस और एनसीआरटीसी ने एक यातायात डायवर्जन योजना तैयार की है। इसके तहत शनिवार की रात से एक लेन को बंद कर दूसरी लेन पर ही आने-जाने वाले वाहनों का आवागमन शुरू करा दिया गया।

निर्माण के दौरान ट्रैफिक नियंत्रण के उपायों को चरणबद्ध तरीके से लागू किया जाएगा। एनसीआरटीसी ब्रह्मपुरी डाउन रैंप से बेगमपुल अप रैंप के बीच मेरठ सेंट्रल (फुटबाल चौक) भैंसाली और बेगमपुल नामक तीन भूमिगत स्टेशनों का निर्माण कर रहा है। तीन स्टेशनों में से मेरठ सेंट्रल और भैंसाली विशेष रूप से मेट्रो प्रणाली के लिए उपयोग किए जाएंगे

बेगमपुल और शिवाजी चौक के बीच इस तरह रहेगा प्लान

- बेगमपुल से शिवाजी चौक तक सड़क का एक हिस्सा यातायात के लिए बंद रहेगा। सड़क की दूसरी साइड से बेगमपुल से शिवाजी चौक और शिवाजी चौक से बेगमपुल तक आवागमन की अनुमति दी जाएगी।

- बेगमपुल और शिवाजी चौक के बीच दिल्ली रोड पर मौजूदा मीडियन शिवाजी चौक के पास आंशिक रूप से हटा दिया जाएगा।

- कंस्ट्रक्शन जोन में सड़क पर मीडियन का निर्माण कर दिशात्मक यातायात का प्रबंधन किया जाएगा। साथ ही क्रैश बैरियर की भी स्थापना की जाएगी। कैरिज-वे 7.5 मीटर चौड़ा होगा। जो यातायात के सुचारू प्रवाह के लिए पर्याप्त स्थान प्रदान करेगा।

- शिवाजी चौक सेंट्रल आइलैंड को निर्माण योजना के दौरान यातायात के आवागमन की सुविधा के लिए फिर से डिजाइन किया जाएगा। साइड से सटे ग्राउंड में उपलब्ध जमीन का उपयोग करके चौराहे तक के एप्रोच रोड को फिर से डिजाइन किया जाएगा।

ट्रैफिक डायवर्जन के अलावा ये उपाय भी

- ट्रैफिक डायवर्जन के अलावा रास्ते पर वाहनों की पार्किंग और रुकना पूरी तरह निषेध होगा।

- रात में यातायात को नियंत्रित करने के लिए झडे, सीटी, रिफ्लेक्टिव जैकेट, हेलमेट और लाइटिंग बैटन के साथ निर्माण साइट पर 10 मार्शल तैनात किए गए हैं। इनकी संख्या आवश्यकतानुसार बढ़ाई जाएगी।

- चल रहे निर्माण के बारे में सूचित करने और निर्देश देने के लिए कार्य क्षेत्रों में अस्थायी संकेतक लगाए जाएंगे।

- रात के दौरान चल रहे निर्माण के बारे में चेतावनी देने के लिए लेजर लाइट स्ट्रिंग के साथ बैरिकेडिंग भी की जाएगी।

- रंबल स्ट्रिप्स और अन्य ट्रैफिक कंट्रोल करने वाले उपकरणों की सहायता से गति नियंत्रण के उपायों की व्यवस्था भी रहेगी।

- सूचनात्मक, साकेतिक और दिशात्मक संकेतक लगाए जाएंगे।

- जैसे-जैसे निर्माण आगे बढ़ेगा, स्थानीय लोगों की सहजता को देखते हुए डायवर्जन स्कीम को आवश्यकतानुसार संशोधित किया जाएगा।

- निर्माण अवधि के दौरान यातायात के सुचारू प्रवाह के लिए सामुदायिक संपर्क और नुक्कड़ नाटक के माध्यम से जागरूकता फैलाई जा रही है।

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