पंचायत चुनाव: बदलते समीकरणों के बीच आरक्षण की आंच से कुछ के सपने झुलसेंगे, तो कुछ के होंगे आबाद

पंचायत चुनाव 15 साल से एक ही वर्ग के लिए आरक्षित सीटों पर तय माना जा रहा है बदलाव। ऐसे में चुनाव मैदान में किस्मत आजमाने की तैयारी कर रहे कुछ लोगों के सपने झुलसेंगे तो कुछ के आबाद भी होंगे।

By Taruna TayalEdited By: Publish:Sun, 14 Feb 2021 04:30 PM (IST) Updated:Sun, 14 Feb 2021 04:30 PM (IST)
पंचायत चुनाव: बदलते समीकरणों के बीच आरक्षण की आंच से कुछ के सपने झुलसेंगे, तो कुछ के होंगे आबाद
पंचायत चुनाव में महिलाओं को मिलेगा आरक्षण।

मेरठ, जेएनएन। त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव को लेकर जारी आरक्षण की अधिसूचना के बाद प्रधान पद पर किस्मत आजमाने वालों की धड़कन तेज हो गई है। अब सबकी नजर आरक्षण पर टिकी है। आरक्षण की आंच उन पंचायतों पर आनी तय है जहां लंबे समय से परिवर्तन नहीं हुआ है। ऐसे में चुनाव मैदान में किस्मत आजमाने की तैयारी कर रहे कुछ लोगों के सपने झुलसेंगे, तो कुछ के आबाद भी होंगे। 15 साल तक आरक्षण से प्रभावित नहीं होने वाले गांवों की सीट में बदलाव होना तय माना जा रहा है।

पंचायती राज निदेशालय की ओर से जारी आरक्षण के मुताबिक जिले की 479 ग्राम पंचायतों में से अनुसूचित जनजाति की महिला के लिए आठ व अनुसूचित जनजाति की सीट निर्धारित कर दी गई हैं। आरक्षण पहले ब्लाकवार निर्धारित किया जाएगा। इसके बाद शासन के आदेश के क्रम में आरक्षण निर्धारण किया जाएगा। शासन द्वारा जारी समय सारिणी के अनुसार 15 फरवरी तक इसे अंतिम रूप देना होगा। इसके बाद निदेशालय स्तर पर 16 व 17 को अपर मुख्य अधिकारी व जिला पंचायत राज अधिकारी का प्रशिक्षण कार्यक्रम तय किया गया है। ब्लाक स्तरीय अधिकारियों का प्रशिक्षण 18 व 19 फरवरी को होगा। दो मार्च को डीएम की ओर से आरक्षण की सूची का प्रकाशन होगा। चार से आठ मार्च तक दावा आपत्ति लिया जाएगा। अंतिम प्रकाशन 13 व 14 मार्च को होगा।

महिला वर्ग को मिलेगा पूरा मौका

चुनाव में महिलाओं के लिए 33 प्रतिशत सीट का आवंटन तय है। जनपद की 479 ग्राम पंचायतों में महिला प्रधान पद के लिए सीटों का आंवटन ब्लाकवार किया गया है। ऐसे में जनपद में इस बार अनुसूचित जाति वर्ग की कुल 38 ग्राम प्रधान की सीटें आरक्षित की गई है। ऐसे ही अन्य पिछड़ा वर्ग की महिलाओं के लिए 47 और सामान्य वर्ग के लिए 76 सीटें आरक्षित की गई हैं।

इन्‍होंने बताया...

ग्राम पंचायत चुनाव से पहले की तमाम प्रक्रियाओं को पूर्ण किया जा रहा है। महिला प्रधान पद के लिए सभी वर्गो में 33 प्रतिशत सीटें आरक्षित रहेंगी।

- आलोक सिन्हा, जिला पंचायत राज अधिकारी

ब्लाक प्रमुख पद को लेकर सता रही चिंता, यहां भी बदलेगी सूरत

ब्लाक प्रमुख पद के लिए किए गए आरक्षण की स्थिति को लेकर लोगों की धड़कन बढ़ रही है। शासन द्वारा निर्धारित किए गए नियमों के अनुसार पिछले वर्षो का अवलोकन करने के बाद भी इस बार ब्लाक प्रमुख के पदों को आरक्षित किया जाएगा। जनपद के ब्लाक मेरठ के साथ जानी खुर्द, परीक्षितगढ़, मवाना और दौराला अभी तक अनारक्षित थे। जबकि अन्य ब्लाक प्रमुख के पद अन्य वर्गो के लिए आरक्षित किए थे। अब नई व्यवस्था लागू होने के बाद ब्लाक प्रमुख पद की तस्वीर पूरी तरह से बदलने की उम्मीद है। सूत्रों की मानें तो इस बार जनपद में पांच ब्लाक प्रमुख पदों को अनारक्षित रखा जाएगा। जबकि सामान्य वर्ग के साथ पिछड़ा और अनुसूचित वर्ग की महिलाओं के लिए भी चार पद आरक्षित किए जा सकते हैं। 

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