गरीबों एवं मजलूमों की आवाज थे जुल्फेकार

भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी के राष्ट्रीय सचिव अतुल कुमार अंजान ने स्व.जुल्फेकार अहमद को किसानों मजलूमों बुनकरों एवं श्रम कर आजीविका चलाने वालों की आवाज बताया है।

By JagranEdited By: Publish:Fri, 13 Mar 2020 07:39 PM (IST) Updated:Sat, 14 Mar 2020 06:06 AM (IST)
गरीबों एवं मजलूमों की आवाज थे जुल्फेकार
गरीबों एवं मजलूमों की आवाज थे जुल्फेकार

जागरण संवाददाता, घोसी (मऊ) : भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी के राष्ट्रीय सचिव अतुल कुमार अंजान ने स्व.जुल्फेकार अहमद को किसानों, मजलूमों, बुनकरों एवं श्रम कर आजीविका चलाने वालों की आवाज बताया है। वह नगर के मधुबन मोड़ पर शुक्रवार को भाकपा के दिग्गज एवं जमीनी नेता रहे जुल्फेकार अहमद की 17वीं पुण्यतिथि पर आयोजित श्रद्धांजलि समारोह में बतौर मुख्य अतिथि बोल रहे थे।

उन्होंने कहा कि आजीवन गरीबों एवं शोषितों के लिए संघर्षरत रहे इस नेता के निधन के बाद इस क्षेत्र में मजदूरों के हक को लेकर संघर्ष और किसान आंदोलनों की धार कुंद हो गई है। ऐसे महामना की पुण्यतिथि पर मजदूरों एवं किसानों की समस्या को लेकर समाधान होने तक संघर्ष करने का संकल्प लेना ही सच्ची श्रद्धांजलि होगी। कहा कि आज के दौर में कुछ फासीवादी ताकतों ने आम अवाम को सांप्रदायिकता की ऐसी घुट्टी पिला दी है कि पूरा भरत जाति एवं मजहब में बंट गया है। ऐसी स्थिति राष्ट्र की एकता एवं अखंडता के लिए बेहद खतरनाक है। रमेश चंद पांडेय की अध्यक्षता एवं किसान सभा के प्रांतीय सचिव रामकुमार भारती के संचालन में किसान सभा के नेता देवेंद्र मिश्र, गुफरान अहमद, शेख हिसामुद्दीन, वीएन सिंह एडवोकेट, कांग्रेस नेता अब्दुल मन्नान खान, काजी मोशफ्फे जमाल चंदू, घोसी संघर्ष समिति के अध्यक्ष अरविद कुमार पांडेय एवं सपा नेता खुर्शीद खान आदि ने शब्द श्रद्धांजलि दी। सुधाकर यादव, मुहम्मद आरिफ, शकील पांडेय, अनीस अहमद, डा. सरफराज अहमद, रामनरायन सिंह, सुदर्शन कुमार एवं बद्री तिवारी आदि उपस्थित थे।

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