मऊ के अनाथालय से बच्चा बेचने की जांच के दौरान मास्टरमाइंड सहित सात अन्य गिरफ्तार
मऊ जिले में अनाथालय से बच्चा चोरी कर बेचने के मामले में शिशु अनाथालय पहुंची जांच टीम ने मास्टरमाइंड सहित सात अन्य लोगों को गिरफ्तार किया है। इस मामले में पूर्व से ही जांच की कड़ियां पुलिस जोड़ने में जुटी थी।
जागरण संवाददाता, मुहम्मदाबाद गोहना/वलीदपुर (मऊ) : कस्बे के जमालपुर मोहल्ले में संचालित बाल शिशु गृह (अनाथालय) के संचालक शेखर तिवारी सहित कई अन्य लोगों को मंगलवार को गोरखपुर पुलिस ने बच्चा चोरी के मामले में गिरफ्तार किया। संचालक की गिरफ्तारी के बाद गुरुवार को जिला प्रोबेशन अधिकारी समर बहादुर सरोज, एसडीएम अखिलेश सिंह यादव एवं तहसीलदार राहुल गुप्ता जमालपुर स्थित अनाथालय पहुंचे।
दरअसल प्रशासनिक अधिकारियों की यह कार्रवाई पूरी तरह से जांच में सात लोगों के दोषी पाए जाने के बाद ही गई है। माना जा रहा है कि इस वारदात से अन्य कड़ियां भी जुड़ सकती हैं। ऐसे में पुलिस के साथ ही स्थानीय जिला प्रशासन भी इस मामले को लेकर सतर्कता बरत रही है।
इसी कड़ी में जिला प्रशासनिक टीम ने अनाथालय के सभी अभिलेखों का परीक्षण किया। इस दौरान वहां मौजूद बच्चों का हाल जाना। जांच में रजिस्टर के अनुसार जीरो से 10 वर्ष तक के 24 बच्चे पाए गए, जो मौके पर मौजूद मिले। जिला मुख्यालय से आए जिला प्रोबेशन अधिकारी समर बहादुर सरोज ने बताया कि प्रारंभिक जांच में सबकुछ रिकार्ड के अनुसार सही पाया गया। जांच के समय बाल कल्याण समिति के अध्यक्ष रुद्र प्रताप सिंह, रामाशंकर यादव, कंचन तिवारी, अनीता सिंह, नरेंद्रनाथ राय आदि उपस्थित थे।
यह है पूरा मामला : बच्चे की सौदेबाजी करने के मामले में आरोपित शेखर तिवारी जांच में घिरा हुआ है। आरोप है कि मऊ जिले में अनाथालय से बच्चा लखनऊ के एक परिवार को तीन लाख रुपये में सौंपने की शिकायत के बाद गोरखपुर पुलिस भी सक्रिय हुई थी। जांच के बाद बच्चे को बेचने के मामले में मास्टरमाइंड सहित सात लोगों के गिरफ्तार किए जाने की जानकारी सामने आई है। इस मामले में पुलिस ने भी प्रशासन को सूचित किया तो पुलिसिया कार्रवाई के बारे में जानकर मऊ जिले के प्रशासनिक अधिकारी भी अनाथालय पहुंचे और रजिस्टर की जांच की।