नेकी करने से 70 गुना मिलता है शबाब

जागरण संवाददाता वलीदपुर (मऊ) रमजानुल मुबारक की रात और दिन हर लम्हा और पूरा मह

By JagranEdited By: Publish:Wed, 14 Apr 2021 06:19 PM (IST) Updated:Wed, 14 Apr 2021 06:19 PM (IST)
नेकी करने से 70 गुना मिलता है शबाब
नेकी करने से 70 गुना मिलता है शबाब

जागरण संवाददाता, वलीदपुर (मऊ) : रमजानुल मुबारक की रात और दिन, हर लम्हा और पूरा महीना खुसूसियात का है। मगर इसमे खास यह भी है कि इसी पाक महीने में कुरआन शरीफ नाजिल हुआ। कुरआन शरीफ लौहे महफूज से आसमान दुनिया की तरफ इसका नुजूल रमजान की 27 तारीख में हुआ था। रमजान एक ऐसा महीना है जिसमें हर दिन और हर वक्त इबादत होती है। इस माह में 70 गुना नेकियां बढ़ जाती हैं। रमजान गुनाहों से मगफेरत का महीना है। रोजा इबादत इफ्तार इबादत इफ्तार के बाद तरावीह का इंतजार करना इबादत, तरावीह पढ़कर सहरी के इंतजार में सोना इबादत गरज कि हर पल खुदा की शान नजर आती है। कुरआन शरीफ में सिर्फ रमजान शरीफ ही का नाम लेकर इसकी फजीलत को बयान किया गया है। रमजान के अलावा और किसी महीना को इतनी नेमत नहीं बख्शा गया है। रमजान माह में एक रात शबे कद्र है जो हजार महीनों से बेहतर है। रमजान में इब्लीस और दूसरे शैतानों को जंजीरों में जकड़ दिया जाता है (जो लोग इसके बावजूद भी जो गुनाह करते हैं वह नफ्से अमारा की वजह से करते हैं)। (बुखारी) रमजान में नफिल का शवाब फर्ज के बराबर और फर्ज का सवाब 70 गुना मिलता है। रमजानुल मुबारक में सहरी और इफ्तार के समय दुआ कुबूल होती है। रमजान का मतलब सिर्फ रोजा रखने से ही नहीं है बल्कि इस एक महीने उन चीजों से भी तौबा की जाती है जो इंसानियत के दायरे में नहीं आती हैं। इस दौरान किसी भी तरह के गलत कार्य नहीं किये जाते हैं। साथ ही गलत चीजों से तौबा की जाती है।

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रमजान को लेकर बाजारों में बढ़ी चहल-पहल

जागरण संवाददाता, मऊ : रमजान को लेकर शहर सहित ग्रामीण क्षेत्रों में बाजारों में चहल-पहल शुरू हो गई है। इस दौरान लोगों ने बाजारों में खरीदारी की। शहर के मुंशीपुरा, रौजा, सदर चौक, सिधी कालोनी, औरंगाबाद, मिर्जाहादीपुरा आदि जगहों पर मंगलवार की देर रात तक लोग खरीदारी करते रहे। इसके अलावा कोपागंज, घोसी, मुहम्मदाबाद गोहना, वलीदपुर, दोहरीघाट सहित अन्य बाजारों मे रमजान पर्व के पूर्व निकले मुस्लिम बंधुओं ने खजूर, फल व खाद्य सामग्री की खरीदारी की। इसी के साथ ही रेडीमेड व अन्य कपड़ों की न केवल दुकानें सज गई हैं। यहां भी खरीदारी शुरू हो गई थी। टेलरों के पास कपड़ा सिलाने वालों की भीड़ शुरू हो गई है। चांद दिखने के बाद से रमजान माह शुरू हो गया है।

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