वर्चुअल माध्यम से जेल की व्यवस्था से रूबरू हुए मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट

जागरण संवाददाता मऊ जनपद न्यायाधीश व जिला विधिक सेवा प्राधिकरण के अध्यक्ष रामेश्वर के मार्गद

By JagranEdited By: Publish:Fri, 28 Jan 2022 07:39 PM (IST) Updated:Fri, 28 Jan 2022 07:39 PM (IST)
वर्चुअल माध्यम से जेल की व्यवस्था से रूबरू हुए मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट
वर्चुअल माध्यम से जेल की व्यवस्था से रूबरू हुए मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट

जागरण संवाददाता, मऊ : जनपद न्यायाधीश व जिला विधिक सेवा प्राधिकरण के अध्यक्ष रामेश्वर के मार्गदर्शन में मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट फर्रुख इनाम सिद्धिकी एवं सचिव कुंवर मित्रेश सिंह कुशवाहा द्वारा शुक्रवार को संयुक्त रूप से वर्चुअल माध्यम से जिला कारागार का निरीक्षण किया गया। इस दौरान जेल अधीक्षक ने बताया कि जिला कारागार में निरुद्ध संपूर्ण बंदियों की संख्या 641 है। इसमें महिला बंदियों की संख्या 25, किशोर बंदियों की संख्या 26 तथा पुरुष बंदियों की संख्या-590 है। चार महिला बंदियों के साथ पांच वर्ष से कम उम्र के 04 बच्चे, एक लड़का व तीन लड़किया हैं।

चिकित्सीय व्यवस्था के संबंध में पूछताछ के दौरान बताया कि फार्मासिस्ट एमएम खान का स्थानांतरण बुलंदशहर हो जाने के कारण डा. संजय सिंह की ड्यूटी लगाई गई है। कारागार चिकित्सालय में आठ बीमार बंदियों का इलाज चल रहा है। मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट ने अधीक्षक को बंदियों के चिकित्सा संबंधी समस्या को पत्राचार के माध्यम से अवगत कराए जाने का निर्देश दिया। बंदियों के भोजन व नाश्ते के संबंध में पूछताछ में बताया गया कि सभी बंदियों को साप्ताहिक निर्धारित मीनू के आधार पर भोजन व नाश्ता समय पर दिया जाता है। पांच वर्ष से कम आयु के बच्चों को पुष्टाहार एवं दूध की व्यवस्था उपलब्ध है। बताया कि सभी बैरकों के बंदियों का वैक्सीनेशन कराया जा चुका है। जिला कारागार परिसर का सैनिटाइजेशन समयानुसार किया जा रहा है। उपयुक्त मात्रा में मास्क एवं सैनिटाइजर व हैंडवाश की व्यवस्था की गई है। ठंड से बचाव के लिए बंदियों एवं बच्चों को गर्म कपड़े व अलाव की व्यवस्था की गई है। सचिव ने 31 जनवरी को आयोजित होने वाली जेल ई-लोक अदालत के संबंध में जिला कारागार अधीक्षक को बंदियों के जुर्म, स्वीकारोक्ति, वाद निस्तारण संबंधित प्रार्थना पत्र शनिवार को उपलब्ध कराने का निर्देश दिया।

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