मरीजों से अवैध वसूली को ट्रामा सेंटरों पर बाउंसर

तीमारदारों के हंगामा करने पर मोर्चा संभालते हैं बाउंसर विरोध पर तीमारदारों से करते हैं मारपीट

By JagranEdited By: Publish:Sun, 25 Jul 2021 06:57 AM (IST) Updated:Sun, 25 Jul 2021 06:57 AM (IST)
मरीजों से अवैध वसूली को ट्रामा सेंटरों पर बाउंसर
मरीजों से अवैध वसूली को ट्रामा सेंटरों पर बाउंसर

जागरण संवाददाता, मथुरा : ट्रामा सेंटरों के नाम पर संचालक केवल मानकों में खेल ही नहीं कर रहे हैं, बल्कि मरीजों से अवैध वसूली के लिए बाउंसर भी तैनात कर रखे हैं। अवैध वसूली में बाधा न आए, इसलिए ज्यादातर अस्पतालों में बाउंसर तैनात किए गए हैं। तीमारदारों से बदसलूकी भी की जाती है।

शहर से लेकर कस्बों तक जगह-जगह ट्रामा सेंटर खुले हैं। इन ट्रामा सेंटरों में न तो पर्याप्त चिकित्सक हैं और न ही अन्य सुविधाएं, लेकिन मरीजों को ट्रामा के नाम पर यहां ठगा जाता है। ट्रामा सेंटर के नाम पर जमकर वसूली हो रही है, लेकिन जिम्मेदारों ने इस ओर से आंख मूंद रखी है। दरअसल, ट्रामा सेंटर यहां मानक पूरे नहीं कर पा रहे हैं। बावजूद इसके स्वास्थ्य विभाग ने इन्हें अनुमति दे दी। इसके पीछे विभाग के अधिकारी गाइड लाइन स्पष्ट न होने का हवाला दे रहे हैं और ट्रामा सेंटरों पर कार्रवाई नहीं की जाती है। मरीजों से इलाज के नाम पर मोटी रकम तो वसूली ही जा रही है। वसूली का विरोध न हो सके, इसके लिए बकायदा इन सेंटरों पर बाउंसर रखे गए हैं। लगभग हर सेंटर पर दो से चार बाउंसर तैनात हैं। मरीज या उनके तीमारदार अधिक पैसे वसूलने या फिर ठीक से इलाज न करने का विरोध करते हैं, तो बाउंसर उनके साथ मारपीट करते हैं। यही कारण है कि मरीज पैसा देकर चुपचाप चले जाते हैं। उधर, मरीजों की मजबूरी का फायदा उठाकर ट्रामा सेंटर संचालक जमकर वसूली कर रहे हैं।

चाहे ट्रामा सेंटर हो या फिर कोई नर्सिंग होम। जैसे ही अनियमितता की सूचना मिलती है, जांच कर कार्रवाई की जाती है। यदि कहीं मरीजों से अवैध वसूली हो रही है या फिर अभद्रता की जाती है, तो वह स्वास्थ्य विभाग में शिकायत कर सकता है।

मुनीष पौरुष, डिप्टी सीएमओ।

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