कार्य बहिष्कार के पहले दिन रहा मिला-जुला असर

पुरानी पेंशन बहाली व्यवस्था को फिर से लागू किए जाने की मांग को लेकर कर्मचारी, शिक्षक, अधिकारी बहारी मंच ने तीन दिवसीय हड़ताल के पहले दिन हड़ताल का कोई खास प्रभाव नजर नहीं आया। शिक्षकों ने ही स्कूलों को बंद करके तहसील मुख्यालयों पर प्रदर्शन कर धरना दिया। मांट, गोवर्धन और महावन में लेखपाल और अमीन संघ के इकका-दुक्का पदाधिकारी शामिल हुए। अन्य विभागों में लगातार कामकाज चलता रहा। गुरुवार से हड़ताल को प्रभावी होने का दावा हड़ताली कर रहे हैं।

By JagranEdited By: Publish:Thu, 30 Aug 2018 12:08 AM (IST) Updated:Thu, 30 Aug 2018 12:08 AM (IST)
कार्य बहिष्कार के पहले दिन रहा मिला-जुला असर
कार्य बहिष्कार के पहले दिन रहा मिला-जुला असर

जागरण संवाददाता, मथुरा: 14 साल पहले समाप्त की गई पेंशन व्यवस्था को फिर से लागू किए जाने की मांग को लेकर कर्मचारी, शिक्षक अधिकारी पुरानी पेंशन बहाली मंच के कार्य बहिष्कार का पहले दिन मिला जुला असर ही रहा। बुधवार को शिक्षकों ने अपनी शक्ति का ही प्रदर्शन किया, जबकि अन्य विभागों के कर्मचारियों की सहभागिता उम्मीद से कम रही।

कर्मचारी, शिक्षक, अधिकारी पुरानी पेंशन बहाली मंच बुधवार से तीन दिवसीय कार्य बहिष्कार कर हड़ताल पर चला गया। मंच ने दोपहर बारह से तीन बजे तक तहसीलों पर प्रदर्शन किया। शिक्षक सुबह स्कूलों में गए। उपस्थिति पंजिका पर हस्ताक्षर करने के बाद तहसील मुख्यालयों पर एकत्र हुए। राजीव भवन पर शिक्षकों के एकत्र होने से पहले तक अन्य विभागों के कर्मचारी दफ्तरों में कामकाज करते रहे। कर्मचारियों का धरना शुरू होते ही बरसात होने लगी। इससे प्रदर्शन में शामिल कर्मचारी शिक्षक तितर-बितर हो गए। एक दर्जन कर्मचारी ही राजीव भवन की गैलरी में धरने पर बैठे रहे। राजीव भवन में शाम तक कामकाज चलता रहा। इसी तरह तहसीलों पर लेखपाल और अमीन रोजमर्रा का काम करते नजर आए। शिक्षक नेता राजेश शर्मा ने कहा कि पुरानी पेंशन को अविलंब बहाल किया जाए। संयोजक हीरा लाल निषाद ने कहा कि पुरानी पेंशन को बहाल कराने के लिए कर्मचारियों को एकजुटता का प्रदर्शन करना होगा। तभी सफलता मिलेगी। इस दौरान ललित रावत, विनोद कुमार, मनोज रावत, रमाकांत शर्मा, सुशीला चौधरी, रेवती रमण सारस्वत, नीलम चाहर, जितेंद्र यादव, छेदालाल यादव, संचालन रोशनलाल ने किया। किशोरी रमण शिक्षक संघ के बैनर तले सभी शिक्षक सामूहिक अवकाश पर रहे। इन शिक्षकों ने उप्र राज्य कर्मचारी संयुक्त परिषद के आह्वान पर तीन दिवसीय काम बंद हड़ताल में शामिल होने का निर्णय लिया है। अध्यक्ष डॉ. यदुराज ¨सह यादव ने बताया कि संघ के सभी शिक्षक हड़ताल में शामिल हो रहे हैं। --पहले पेंशन फिर काम: तहसील मांट पर प्रदर्शन कर दिए धरना में तहसील संयोजक भीष्म नारायण ¨सह के कहा कि सभी कर्मचारियों के लिए पेंशन व्यवस्था शुरू होनी चाहिए। पंचायत राज विभाग, शिक्षा विभाग, अमीन संग्रह आंदोलन में शामिल हैं। हड़ताली कर्मचारियों ने कहा कि पहले पेंशन फिर काम होगा। अध्यक्षता शारदा भट्ट और संचालन विजय चौधरी ने किया। राघवेंद्र सारस्वत, रामबाबू ¨सह, जितेंद्र ¨सह, सत्यनारायण, रमेशचंद्र, मनोज दीक्षित मौजूद रहे। पेंशन हमारे बुढ़ापे का सहारा : गोवर्धन तहसील परिसर में प्रदर्शन कर दिए धरने में शिक्षक विपिन बिहारी गौड़ ने कहा कि पेंशन हमारे बुढ़ापे का सहारा है। पेंशन बंद होने से रिटायर होने के कर्मचारियों की दिक्कतें बढ़ जाएंगी। ब्लॉक अध्यक्ष पूनेंद्र बाबू, मंत्री हेमेंद्र कुंतल, मृतक आश्रित शिक्षक पाल्य संगठन के जिलाध्यक्ष आनंद वशिष्ठ, लेखपाल संघ के अध्यक्ष हरिओम शर्मा, अमीन संघ के उप जिलामंत्री गिर्राज प्रसाद ने धरने को संबोधित किया। रोहित, नारायण, मंजू, अनीता, नीरज नयन, श्रीनाथ, आशा, तरुण, देवी प्रसाद, ज्ञान ¨सह, कुलभूषण कर्मचारी मौजूद रहे। तहसील छाता और महावन में भी कर्मचारी-शिक्षक कार्य बहिष्कार कर धरने पर बैठे।

chat bot
आपका साथी