गोवंश के पालन से दूर हो जातीं तमाम दुविधाएं

माताजी गोशाला में पांच दिवसीय गो महोत्सव का शुभारंभ, गोमाता की सेवा तो केवल श्रीकृष्ण ने ही की है

By JagranEdited By: Publish:Sat, 05 Jan 2019 11:37 PM (IST) Updated:Sat, 05 Jan 2019 11:37 PM (IST)
गोवंश के पालन से दूर हो जातीं तमाम दुविधाएं
गोवंश के पालन से दूर हो जातीं तमाम दुविधाएं

बरसाना, संसू। असली ब्रजवासी वही है, जो अपने घर में गोवंश का पालन करे। घर मे गोवंश पालन से तमाम दुविधाएं दूर हो जाती हैं, क्योंकि गाय में 33 करोड़ देवताओं का वास है। यह बात मलूक पीठाधीश्वर राजेंद्र दास महाराज ने माताजी गोशाला में हो रही गो भक्तमाल कथा के दौरान कही।

माताजी गोशाला में शनिवार से पांच दिवसीय गो भक्ति महामहोत्सव का भव्य शुभारंभ शोभायात्रा के साथ हुआ। का‌िर्ष्ण गुरु शरणानंद महाराज और रमेश बाबा महाराज ने सर्वप्रथम गोमाता की पूजा की। मान मंदिर के संत रमेश बाबा ने कहा कि गोमाता की सेवा तो केवल श्रीकृष्ण ने ही की है। हम लोग तो अभी गोसेवा करना सीख रहे हैं। गोसेवा से ही विश्व का कल्याण होगा और माताजी गोशाला इसी दिशा में कार्य कर रही है।

गुरु शरणानंद महाराज ने कहा कि गो माता से जो चाहो प्राप्त कर सकते हो। गोसेवा से चारों पुरुषार्थों की प्राप्ति सहज में हो जाती है। संत विनोद बिहारी दास बाबा ने कहा कि गो भक्ति ही ईश्वर की भक्ति है, क्योंकि गोमाता में 33 करोड़ देवी देवताओं का वास है।

प्रथम दिन की गो भक्तमाल कथा में व्यासपीठ से मलूकपीठाधीश्वर राजेंद्र दास महाराज ने गोमाता की सेवा करने वाले भक्तों की सरस कथा का रसपान कराया। उन्होंने कहा कि ब्रजभूमि से ही लोगों को गोसेवा की प्रेरणा मिलती है। आज भी ब्रजवासी गाय को पशु नहीं, बल्कि माता मानते हैं।

मान मंदिर के अध्यक्ष रामजीलाल शास्त्री, कार्यकारी अध्यक्ष राधाकांत शास्त्री, सचिव सुनील ¨सह, विधायक सुरेश अवस्थी, भाजपा नेता रनवीर ठाकुर, जिला उपाध्यक्ष प्रेम श्रोत्रिय, रमेश चंद्र गोस्वामी, नृ¨सह दास महाराज, गोपेश बाबा, राधाप्रिय, ब्रजशरण बाबा, माध्विशरण, आचार्य सुरेश शास्त्री आदि उपस्थित रहे।

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