बदला मौसम का मिजाज, सर्दी बढ़ने से ठिठुरी ¨जदगी

मैनपुरी। मौसम ने बुधवार सुबह शहरवासियों को कंपकंपाने वाली सर्दी का अहसास करा दिया। सुबह से ही बादल घिर गए और हल्की बारिश शुरू हो गई। इससे तापमान में गिरावट आई।

By JagranEdited By: Publish:Wed, 12 Dec 2018 10:15 PM (IST) Updated:Wed, 12 Dec 2018 10:15 PM (IST)
बदला मौसम का मिजाज, सर्दी बढ़ने से ठिठुरी ¨जदगी
बदला मौसम का मिजाज, सर्दी बढ़ने से ठिठुरी ¨जदगी

मैनपुरी। मौसम ने बुधवार सुबह शहरवासियों को कंपकंपाने वाली सर्दी का अहसास कराया। सुबह से ही बादल घिर गए और हल्की बारिश शुरू हो गई। इससे एकदम से तापमान में गिरावट आई।

बुधवार सुबह सूरज के दर्शन ही नहीं हुए और बारिश शुरू हो गई। करीब एक घंटे तक रिमझिम बारिश होती रही। इसके बाद हल्की बूंदाबांदी शुरू हुई, जो शाम ढलने तक जारी रही। बादल छाने और बूंदाबांदी से पारा तेजी से लुढ़का और लोगों को कंपकंपी महसूस हुई। दिन भर हल्की सर्द हवाओं से ¨जदगी ठिठुरती नजर आई। लोगों ने सर्दी से बचाव के लिए अलाव का सहारा लिया। घरों से लोग टोपी-मफलर पहनकर ही निकले। सर्दी के चलते सड़कों पर आवाजाही भी कम नजर आई, बाजारों में ग्राहकों की संख्या कम रही। सरकारी दफ्तरों में कर्मचारी भी देरी से पहुंचे। धान उत्पादक परेशान, आलू किसानों के चेहरे खिले

बुधवार को हुई बारिश ने धान उत्पादक किसानों को माथे पर ¨चता की लकीरें ला दी हैं। हालांकि ज्यादातर किसान धान की बिक्री कर चुके हैं, परंतु कुछ किसानों की उपज अब भी मंडी में खुले में ही पड़ी है। किसान उसे भीगने से बचाने में जुटे रहे। दूसरी तरफ सर्दी बढ़ने से आलू किसानों के चेहरे खिल गए। दिसंबर की शुरुआत होने के बाद भी कड़ाके की सर्दी न पड़ने से किसानों को अब तक फसल की ग्रोथ कम होने का डर सता रहा था। अब सर्दी बढ़ने से उनको बेहतर उत्पादन की आस जाग गई है। सेहत के लिए नुकसानदेह है मौसम

जिला अस्पताल के फिजीशियन डॉ. धर्मेंद्र कुमार का कहना है कि मौसम में यह बदलाव सेहत के लिए नुकसानदेह साबित हो सकता है। अचानक परिवर्तन के प्रति हमारे शरीर का प्रतिरक्षण तंत्र तैयार नहीं होता है। बच्चे और बुजुर्ग ऐसे बदलाव की चपेट में जल्दी आते हैं। बेहतर है कि सर्दी से बचाव के लिए गर्म कपड़ों का सहारा लें और बारिश में भीगने से बचें। हृदय रोगियों को विशेष सावधानी बरतनी चाहिए।

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