महोबा की बेटी साहित्यिक मंच पर हुई सम्मानित

संवाद सहयोगी, चरखारी : महोबा में जन्मी, पली और बड़ी हुई साहित्यकार नीतू मुकुल ने साहित्य

By JagranEdited By: Publish:Sun, 07 Oct 2018 11:30 PM (IST) Updated:Sun, 07 Oct 2018 11:30 PM (IST)
महोबा की बेटी साहित्यिक मंच पर हुई सम्मानित
महोबा की बेटी साहित्यिक मंच पर हुई सम्मानित

संवाद सहयोगी, चरखारी : महोबा में जन्मी, पली और बड़ी हुई साहित्यकार नीतू मुकुल ने साहित्य के क्षेत्र में जन्मभूमि महोबा का नाम रोशन किया। उन्हें उज्जैन नगर में अखिल भारतीय शब्द प्रवाह साहित्य सम्मान से सम्मानित गया।

महोबा के नर्सिंह कुटी मोहल्ला निवासी स्व. प्रभु दयाल खरे की पुत्री नीतू मुकुल ने महाविद्यालय की उच्च शिक्षा भी यहीं के वीरभूमि डिग्री कालेज से लिया। उज्जैन में बीती 30 सितंबर को अखिल भारतीय शब्द प्रवाह साहित्य सम्मान उनके पहले कहानी संग्रह ऐसा प्यार कहां पर मिला है। नीतू कई वर्षों से साहित्यिक गतिविधियों से जुड़ी रही हैं। उनकी कहानियां और कविताएं अंतरराष्ट्रीय और राष्ट्रीय पत्रिकाओं में लगातार प्रकाशित हो रही हैं। उन्हें काव्य संपर्क सम्मान 2018 जयपुर में प्रदान किया गया। साथ ही ¨हदी सेवी सम्मान और लघुकथा श्री सम्मान से नवाजा जा चुका है। उनकी लघु कथाओं को कथादेश में सर्वश्रेष्ठ लघु कथा हेतु चयनित किया गया है।

उनकी कृति ऐसा प्यार कहां के लिए इंजीनियर प्रमोद शिरोड़कर बिरहमन कहानी सम्मान प्रदान किया गया।

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