50 की रसीद पर 65 रुपये किराया

परिवहन निगम की महिमा निराली है। यात्रियों के टिकट काटने में भी खेल हो रहा है। परिचालक द्वारा 50 रुपये के टिकट पर 65 रुपये का टिकट काटा जा रहा है। इसे लेकर यात्री और परिचालक में कहासुनी भी हो रही है लेकिन टिकटों के इस खेल में जिम्मेदार चुप्पी साधे हैं।

By JagranEdited By: Publish:Mon, 07 Oct 2019 11:51 PM (IST) Updated:Mon, 07 Oct 2019 11:51 PM (IST)
50 की रसीद पर 65 रुपये किराया
50 की रसीद पर 65 रुपये किराया

महराजगंज: परिवहन निगम की महिमा निराली है। यात्रियों के टिकट काटने में भी खेल हो रहा है। परिचालक द्वारा 50 रुपये के टिकट पर 65 रुपये का टिकट काटा जा रहा है। इसे लेकर यात्री और परिचालक में कहासुनी भी हो रही है, लेकिन टिकटों के इस खेल में जिम्मेदार चुप्पी साधे हैं।

निचलौल डिपो की सोमवार को गोरखपुर से दोपहर 12 बजे निकली बस में परिचालक द्वारा मशीन नहीं मिलने का तर्क देते हुए मैनुअल टिकट काटा जा रहा था। इस रसीद पर 31 रुपये से 50 रुपये तक का ही टिकट काटने का किराया अंकित है। लेकिन परिचालक रसीद समाप्त होने का हवाला देते हुए महराजगंज और ठूठीबारी तक का किराया इसी रसीद पर अंकित कर वसूल रहे हैं।

जानकारों की मानें तो गोरखपुर से महराजगंज का किराया 65 रुपये है, इसके लिए अलग रसीद होनी चाहिए। लेकिन टिकटों की इस खेल में साहब से मेल कर बड़ा खेल खेला जा रहा है और राजस्व विभागों को चूना भी लगाया जा रहा है। जिलाधिकारी अमरनाथ उपाध्याय ने कहा कि मामले की जांच कर उचित कार्रवाई की जाएगी।

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बस में अग्निशमन यंत्र भी नहीं

महराजगंज: शासन ने वाहन चलाने के दौरान सभी चालकों को वर्दी पहनने और सीट-बेल्ट बांधने का निर्देश दिया है। लेकिन निचलौल डिपो की इस बस में यह आदेश बेअसर साबित नजर आ रहा है।

चालक बिना वर्दी और बिना सीट बेल्ट के ही गोरखपुर-महराजगंज तक फर्राटा भर रहे हैं। और तो और बस में फ‌र्स्ट एड बाक्स तो हैं, लेकिन अग्नि से सुरक्षा के लिए अग्निशमन यंत्र की व्यवस्था नहीं है। ऐसे में कोई घटना हो तो यात्रियों की जान संकट में पड़ सकती है।

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