पर्यावरण संरक्षण पर प्रश्न, उजड़ रहे वन

महराजगंज: कभी वन संपदा से भरे पड़े बांकी रेंज के धवई बीट पर वर्तमान में वन माफियाओं व तस्करों की बुरी

By Edited By: Publish:Tue, 06 Dec 2016 11:33 PM (IST) Updated:Tue, 06 Dec 2016 11:33 PM (IST)
पर्यावरण संरक्षण पर प्रश्न, उजड़ रहे वन

महराजगंज: कभी वन संपदा से भरे पड़े बांकी रेंज के धवई बीट पर वर्तमान में वन माफियाओं व तस्करों की बुरी नजर पड़ गई है। धड़ल्ले से साखू और सागौन के हरे पेड़ों पर तस्करों की कुल्हाड़ी चल रहीं हैं। विभाग की मौन स्वीकृति के बाद लकड़ी तस्करों द्वारा पेड़ों को काट कर औने-पौने दामों पर बड़े व्यापारियों के हाथों बेचे जा रहे हैं।

जैसे-जैसे ठंडक बढ़ रही है, वन में पेड़ों पर कुल्हाड़ियां ज्यादा ही चल रही हैं। दोपहर बाद लकड़ी चोर पेड़ों को काटकर बोटा बना लेते हैं और फिर मोटरसाइकिल व साइकिलों पर लाद कर ठिकाने लगा दे रहे हैं। विभाग के कुछ कर्मचारी चंद पैसों के लिए अवैध कटान की तरफ से आंखें फेर लेते हैं। स्थिति यह कि जंगल में बाहर से तो पेड़ दिखाई देते हैं, लेकिन बीच जंगल में मोटे पेड़ पूरी तरह से साफ हो गए हैं।

स्थानीय लोगों द्वारा वनों की अवैध कटान के रोकने के लिए कई बार संबंधित अधिकारियों से शिकायत की गई, लेकिन अब तक कटान पर अंकुश नहीं लग सका है। रेंजर बृजेश कुमार ने कहा कि शीघ्र ही टीम गठित कर कार्रवाई की जाएगी।

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