Lucknow: रिश्तेदारों को नहीं कार्यकर्ताओं को टिकट वितरण में प्राथमिकता देगी भाजपा

निकाय चुनाव के लिए नगर निगम नगर पालिका परिषद (नपाप) और नगर पंचायतों के लिए अनंतिम आरक्षण घोषित कर दिया गया है। इस पर आपत्तियां और सुझाव मांग कर निकायों में आरक्षण की अंतिम रूप से जल्द ही जारी कर दिया जाएगा।

By Rajeev DixitEdited By: Publish:Wed, 07 Dec 2022 07:45 PM (IST) Updated:Wed, 07 Dec 2022 07:45 PM (IST)
Lucknow: रिश्तेदारों को नहीं कार्यकर्ताओं को टिकट वितरण में प्राथमिकता देगी भाजपा
नगर निकाय चुनाव में नई रणनीति के साथ उतरेगी भाजपा।

लखनऊ, राज्य ब्यूरो : नगरीय निकाय चुनाव में आरक्षण बदल जाने से भारतीय जनता पार्टी के जो मौजूदा महापौर, अध्यक्ष या पार्षद अपने रिश्तेदारों को टिकट दिलाने की जुगत में लगे हैं, उन्हें झटका लग सकता है। निकाय चुनावों के लिए टिकट देने में भाजपा रिश्तेदारों के बजाय कार्यकर्ताओं को प्राथमिकता देगी।

UP: अख‍िलेश ने उपचुनाव के नतीजों से पहले इवीएम पर क‍िए सवाल, ड‍िप्‍टी सीएम केशव बोले- सपा के बयान हार का डर

निकाय चुनाव के लिए नगर निगम, नगर पालिका परिषद (नपाप) और नगर पंचायतों के लिए अनंतिम आरक्षण घोषित कर दिया गया है। इस पर आपत्तियां और सुझाव मांग कर निकायों में आरक्षण की अंतिम रूप से जल्द ही जारी कर दिया जाएगा। जानकारों का मानना है कि इक्का-दुक्का को छोड़कर आरक्षण की स्थिति में उल्लेखनीय बदलाव नहीं होना है। इसलिए निकायों में पार्टी के जिन मौजूदा ओहदेदारों की सीटों का आरक्षण बदला है, वे अपने रिश्तेदारों को टिकट दिलाने की जुगत में लगे हैं। वैसे भी टिकटों के दावेदारों की सबसे लंबी लाइन भाजपा में ही है। लिहाजा पार्टी टिकटों के दावेदारों के पैनल तैयार कर रही है।

प्रत्येक सीट के लिए कम से कम तीन उम्मीदवारों का पैनल तैयार किया जा रहा है। सूत्रों के अनुसार पार्टी निकाय चुनाव की अधिसूचना जारी होने के बाद टिकटों की घोषणा करेगी। भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष भूपेन्द्र सिंह चौधरी ने कहा कि प्रत्याशियों के चयन में हमारी प्राथमिकता नातेदारों के बजाय पार्टी कार्यकर्ता होंगे।

संगठन के पदाधिकारी भी टिकट पाने के लिए गोटियां बिछा रहे हैं। पार्टी के कई जिलाध्यक्ष, महानगर अध्यक्ष और मंडल अध्यक्ष भी या तो खुद टिकट के इच्छुक हैं या अपने नातेदारों को टिकट दिलाना चाहते हैं। ऐसे में देखने वाली बात यह होगी कि ''एक व्यक्ति, एक पद'' के सिद्धांत का अनुसरण करने वाली पार्टी इस स्थिति से कैसे निपटेगी। निकाय चुनावों में क्लीन स्वीप के इरादे से पार्टी जिताऊ उम्मीदवारों को तलाश रही है। भाजपा प्रदेश अध्यक्ष कहते हैं कि टिकट की घोषणा से पहले प्रत्येक सीट पर दावेदारों की समीक्षा की जाएगी। यदि पार्टी को लगेगा कि हमारा संगठन पदाधिकारी अच्छा चुनाव लड़ सकता है तो हमें उसे टिकट देने से गुरेज नहीं होगा। अतीत में भी संगठन के पदाधिकारियों को टिकट दिए गए हैं लेकिन ऐसी स्थिति में उन्हें पद से त्यागपत्र देना पड़ा है।

चौधरी ने बताया कि नगरीय निकाय चुनाव के लिए टिकट राज्य मुख्यालय और क्षेत्रीय स्तर से घोषित किये जाएंगे। नगर निगमों के महापौर व पार्षद तथा नगर पालिका परिषदों के अध्यक्षों के टिकट पार्टी के राज्य मुख्यालय से घोषित किये जाएंगे। वहीं नगर पंचायतों के अध्यक्ष व पार्षद तथा नगर पालिका परिषदों के पार्षदों के टिकट क्षेत्रीय स्तर पर दिए जाएंगे।

chat bot
आपका साथी