होली के बाद घोषित होगी उत्तर प्रदेश भाजपा टीम, सिर्फ राष्ट्रीय नेतृत्व की हरी झंडी का इंतजार

भारतीय जनता पार्टी की उत्तर प्रदेश टीम में आधा दर्जन से अधिक पदाधिकारियों में फेरबदल संभव है। इनमें से कुछ की तरक्की होगी अथवा छुुट्टी कर दी जाएगी।

By Umesh TiwariEdited By: Publish:Mon, 02 Mar 2020 09:15 AM (IST) Updated:Tue, 03 Mar 2020 07:48 AM (IST)
होली के बाद घोषित होगी उत्तर प्रदेश भाजपा टीम, सिर्फ राष्ट्रीय नेतृत्व की हरी झंडी का इंतजार
होली के बाद घोषित होगी उत्तर प्रदेश भाजपा टीम, सिर्फ राष्ट्रीय नेतृत्व की हरी झंडी का इंतजार

लखनऊ, जेएनएन। भारतीय जनता पार्टी (BJP) की उत्तर प्रदेश टीम होली के त्योहार के बाद घोषित होगी। यूपी भाजपा टीम के संभावित पदाधिकारियों की सूची दिल्ली कार्यालय भेज दी गई है। राष्ट्रीय नेतृत्व की हरी झंडी मिलने के बाद ही टीम की औपचारिक घोषणा होगी। 

सूत्रों का कहना है कि उत्तर प्रदेश टीम के आकार में कोई बदलाव प्रस्तावित नहीं किया गया है। आधा दर्जन से अधिक पदाधिकारियों में फेरबदल संभव है। इनमें से कुछ की तरक्की होगी अथवा छुुट्टी कर दी जाएगी। राष्ट्रीय टीम में तीन उपाध्यक्ष व दो महमंत्रियों को प्रोन्नत कर भेजने की चर्चा जोरों पर है तो तीन प्रदेश मंत्री भी महामंत्री या उपाध्यक्ष बन जाएंगे। निगमों एवं विभिन्न विभागों में अध्यक्ष बने पदाधिकारियों की छुट्टी लगभग तय है। वहीं दो क्षेत्रीय अध्यक्ष को भी प्रदेश टीम में जगह मिल सकती है।

क्षेत्रीय व जातीय संतुलन भी साधेंगे

वर्ष 2022 विधानसभा चुनाव से पूर्व भाजपा के उत्तर प्रदेश अध्यक्ष स्वतंत्र देव सिंह की टीम की पहली परीक्षा इसी वर्ष होने वाले विधान परिषद की शिक्षक व स्नातक क्षेत्र की 11 सीटों पर होने वाले चुनाव में होगी। विधान परिषद में बहुमत पाने के लिए शिक्षक व स्नातक क्षेत्र की सीटों पर होने वाला यह चुनाव बहुत महत्वपूर्ण है। इस वर्ष त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव भी होंगे। पंचायत चुनाव प्रदेश भाजपा के लिए अग्निपरीक्षा जैसे हैं। ऐसे में वोटों का समीकरण साधने के अलावा क्षेत्रीय संतुलन भी प्रदेश टीम में बनाने की कोशिश होगी।

नए चेहरों को तरजीह

जिला व मंडल कमेटियों की तरह प्रदेश कार्यकारिणी में भी नए चेहरों को ही तरजीह दी जाएगी। भाजपा के उत्तर प्रदेश अध्यक्ष स्वतंत्र देव सिंह और महामंत्री संगठन सुनील बंसल के साथ कोर कमेेटी की बैठक में नए चेहरों को भी मौका देने पर सहमति बनी है। मोर्चा व प्रकोष्ठों गठन बाद में किया जाएगा।

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