यूपी पावर आफिसर एसोसिएशन ने बिजली कर्मियों के आंदोलन से खुद को किया अलग, 29 नवंबर को है कार्य बहिष्कार

UP News यूपी पावर आफिसर एसोसिएशन ने कहा है कि बिजली प्रबंधन और कार्मिकों के बीच कुछ मुद्दों को लेकर मतभेद हो सकते हैं लेकिन हम अपनी लडाई में बिजली उपभोक्ताओं को किसी समस्या में नहीं डाल सकते।

By Jagran NewsEdited By: Publish:Sun, 27 Nov 2022 10:34 PM (IST) Updated:Sun, 27 Nov 2022 10:34 PM (IST)
यूपी पावर आफिसर एसोसिएशन ने बिजली कर्मियों के आंदोलन से खुद को किया अलग, 29 नवंबर को है कार्य बहिष्कार
यूपी पावर आफिसर एसोसिएशन ने 29 के कार्य बहिष्कार से बनाई दूरी।

लखनऊ, राज्य ब्यूरो। उत्तर प्रदेश पावर आफिसर एसोसिएशन ने बिजली कर्मियों के आंदोलन से खुद को अलग किया है। रविवार को फील्ड कार्यालय में हुई एसोसिएशन की प्रांतीय कार्यसमिति की बैठक में स्पष्ट किया गया कि 29 नवंबर के कार्य बहिष्कार से पावर आफिसर एसोसिएशन के सदस्यों का कोई लेना देना नहीं है। एसोसिएशन के सदस्य अपने कार्यालयों में पूर्व की भांति कार्य करते रहेंगे।

उत्तर प्रदेश पावर आफिसर एसोसिएशन की ओर से यह भी साफ किया गया कि प्रबंधन और कार्मिकों के बीच कुछ मुद्दों को लेकर मतभेद हो सकते हैं, लेकिन हम अपनी लडाई में बिजली उपभोक्ताओं को किसी समस्या में नहीं डाल सकते। एसोसिएशन ने सभी बिजली कंपनियों में अपने सदस्यों की एक चार सदस्यों की कोर कमेटी भी बनाई है, जो पूरी परिस्थिति पर नजर रखेगी और केंद्रीय कार्यसमिति को फीडबैक देती रहेगी।

उत्तर प्रदेश पावर आफिसर एसोसिएशन के अध्यक्ष केबी राम, कार्यवाहक अध्यक्ष अवधेश कुमार वर्मा, उपाध्यक्ष उपाध्यक्ष पीएम प्रभाकर ने कहा कि हम अपने स्वाभिमान को बनाए रखने के लिए अपनी लड़ाई को लड़ना जानते हैं, इसलिए ना हम सहयोग लेंगे और ना ही सहयोग देंगे।

बता दें कि15 सूत्रीय मांगों को लेकर उत्तर प्रदेश पावर कारपोरेशन प्रबंधन से शनिवार को वार्ता में बात न बनने पर विद्युत कर्मचारी संयुक्त संघर्ष समिति ने आंदोलन जारी रखने का निर्णय किया है। हालांकि, विद्युत मजदूर संगठन और विद्युत संविदा मजदूर संगठन ने वार्ता के बाद आंदोलन से किनारा कर लिया है। पावर आफिसर्स एसोसिएशन पहले से ही आंदोलन से दूर है।

संघर्ष समिति के संयोजक शैलेंद्र दुबे ने शक्तिभवन मुख्यालय में बुलाई गई वार्ता के विफल रहने के पीछे प्रबंधन का हठवादी रवैया बताया है। ऊर्जा मंत्री से हस्तक्षेप करने की अपील करते हुए समिति के नेताओं का कहना है कि एक भी मांग पर कारपोरेशन के अध्यक्ष एम. देवराज ने सार्थक आश्वासन नहीं दिया जिससे आंदोलन जारी रहेगा। समिति ने 29 नवंबर से कार्य बहिष्कार की घोषणा कर रखी है।

उत्पादन निगम के प्रबंध निदेशक पी गुरुप्रसाद की मौजूदगी में समिति के प्रतिनिधियों के साथ हुई वार्ता में देवराज ने कारपोरेशन और प्रदेशवासियों के हित में सभी से आंदोलन समाप्त करने की अपील करते हुए कहा है कि प्रबंधन आपकी न्यायोचित मांगों के साथ हैं। उन्होंने स्पष्ट तौर पर कहा कि आंदोलन खत्म कर वार्ता के माध्यम से अपनी समस्याओं का हल निकालिए।

अध्यक्ष ने चेतावनी देते हुए कहा कि विद्युत आपूर्ति में किसी तरह की लापरवाही, अनुशासनहीनता या अव्यवस्था को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। सभी को नौकरी के दायित्व और कार्यों को करना पड़ेगा। आंदोलन से किसी तरह की विभागीय क्षति पहुंचाने वालों के विरुद्ध कड़ी कार्रवाई की जाएगी।

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