UP Board 10th & 12th Exam 2021: यूपी बोर्ड के लिए टॉपर्स परीक्षार्थी बने बड़ी चुनौती, जानें- क्या है वजह...

UP Board 10th 12th Exam 2021 यूपी बोर्ड के हाईस्कूल और इंटरमीडिएट परीक्षार्थियों को प्रोन्नत करने पर मंथन चल रहा है। सभी को औसत अंक देने में सबसे बड़ी परेशानी मेधावी बने हैं क्योंकि हर साल परिणाम जारी होने पर लाखों परीक्षार्थी उम्दा अंकों से पास होते रहे हैं।

By Umesh TiwariEdited By: Publish:Sat, 05 Jun 2021 08:52 AM (IST) Updated:Sat, 05 Jun 2021 08:52 AM (IST)
UP Board 10th & 12th Exam 2021: यूपी बोर्ड के लिए टॉपर्स परीक्षार्थी बने बड़ी चुनौती, जानें- क्या है वजह...
यूपी बोर्ड के हाईस्कूल और इंटरमीडिएट परीक्षार्थियों को प्रोन्नत करने के लिए मंथन चल रहा है।

प्रयागराज [राज्य ब्यूरो]। उत्तर प्रदेश माध्यमिक शिक्षा परिषद (यूपी बोर्ड) के हाईस्कूल और इंटरमीडिएट परीक्षार्थियों को प्रोन्नत करने के लिए मंथन चल रहा है। जिलों से परीक्षार्थियों के विषयवार अंक मंगाए गए हैं। सभी को औसत अंक देने में सबसे बड़ी परेशानी मेधावी बने हैं, क्योंकि हर साल परीक्षा परिणाम जारी होने पर लाखों परीक्षार्थी उम्दा अंकों से पास होते रहे हैं। इंटर में तो परीक्षार्थियों को सम्मान सहित के अलावा प्रथम, द्वितीय व तृतीय श्रेणी में उत्तीर्ण किए जाने की परंपरा है। हालांकि इंटर परीक्षार्थियों को अंक देने में 10वीं के अंकों को भी मानक शामिल किया जा रहा है। इससे थोड़ी सहूलियत रहेगी।

उत्तर प्रदेश माध्यमिक शिक्षा परिषद (यूपी बोर्ड) की हाईस्कूल परीक्षा पहले ही निरस्त हो चुकी है, जबकि इंटरमीडिएट की परीक्षा गुरुवार को निरस्त की गई। दोनों के लिए पंजीकृत परीक्षार्थियों को प्रमोट किया जाना है। उप मुख्यमंत्री डा. दिनेश शर्मा ने गुरुवार शाम को ऐलान किया कि प्रोन्नत करने का फार्मूला तैयार हो गया है, लेकिन कुछ घंटे बाद कहा गया कि अपर मुख्य सचिव आराधना शुक्ला की अगुवाई में प्रोन्नत का फार्मूला तय करने की कमेटी बनाई गई है। यकायक तय फार्मूले को टालने की वजह सीबीएसई की ओर से की जा रही देरी है।

मेधावियों को अंक देने पर चल रहा मंथन : बता दें सुप्रीम कोर्ट ने केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा परिषद (सीबीएसई) से प्रोन्नत करने का फार्मूला मांगा है। संभव है कि यूपी बोर्ड भी उसी राह पर आगे बढ़े। फिलहाल अन्य तैयारियां पूरी की जा रही हैं। बोर्ड में यह चर्चा तेज है कि सामान्य व पढ़ने में कमजोर परीक्षार्थी तो मिले अंकों से जल्द संतुष्ट हो जाएंगे, लेकिन मेधावियों को अंक देने को लेकर गहन विचार चल रहा है। हालांकि बोर्ड उन्हें परीक्षा में शामिल होने का विकल्प भी देगा, फिर भी तैयारी यह है कि मिले अंकों पर अधिक सवाल न उठें।

इंटर में इस तरह होते रहे उत्तीर्ण : यूपी बोर्ड की 2019 की परीक्षा में 57,000 परीक्षार्थी सम्मान सहित उत्तीर्ण हुए थे। वहीं, प्रथम श्रेणी में 5,26,826, द्वितीय श्रेणी में 8,84,083 और तृतीय श्रेणी में 1,30,685 पास हुए थे। हालांकि वर्ष 2020 में सम्मान सहित उत्तीर्ण परीक्षार्थियों की संख्या में 0.05 फीसद की कमी आयी, जबकि प्रथम श्रेणी में उत्तीर्ण परीक्षार्थियों में 1.94 प्रतिशत की वृद्धि हुई। द्वितीय श्रेणी में उत्तीर्ण परीक्षार्थियों के प्रतिशत में 0.03 की कमी आयी व तृतीय श्रेणी में उत्तीर्ण परीक्षार्थियों के प्रतिशत में भी 1.38 प्रतिशत की कमी आयी थी।

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