कोनिड-19 संक्रमण की चेन तोड़ने के लिए यूपी में तीन लाख टीमों ने किया 10 करोड़ से अधिक का सर्वेक्षण

उत्तर प्रदेश में कोरोना वायरस के संक्रमण की चेन तोड़ने के लिए डोर टू डोर सर्वे और कॉन्टैक्ट ट्रेसिंग का काम तेज कर दिया गया है।

By Umesh TiwariEdited By: Publish:Sat, 05 Sep 2020 11:03 PM (IST) Updated:Sat, 05 Sep 2020 11:07 PM (IST)
कोनिड-19 संक्रमण की चेन तोड़ने के लिए यूपी में तीन लाख टीमों ने किया 10 करोड़ से अधिक का सर्वेक्षण
कोनिड-19 संक्रमण की चेन तोड़ने के लिए यूपी में तीन लाख टीमों ने किया 10 करोड़ से अधिक का सर्वेक्षण

लखनऊ, जेएनएन। उत्तर प्रदेश में कोरोना वायरस के संक्रमण की चेन तोड़ने के लिए डोर टू डोर सर्वे और कॉन्टैक्ट ट्रेसिंग का काम तेज कर दिया गया है। अब हर दिन करीब 1.50 लाख लोगों की कोरोना वायरस संक्रमण की जांच की जा रही है, जबकि अब तक कुल 63.45 लाख लोगों की यह जांच हो चुकी है। प्रदेश में अब तक 88,916 क्षेत्रों में 3.18 लाख मेडिकल टीमों की मदद से 2.14 करोड़ घरों में रहने वाले 10.74 करोड़ लोगों का सर्वे किया जा चुका है।

उत्तर प्रदेश के सरकारी कार्यालयों व महत्वपूर्ण संस्थानों में 62,793 कोविड-19 हेल्प डेस्क बनाई गई हैं, जहां लोगों की स्क्रीनिंग की जा रही है। यहां इन्फ्रारेड थर्मामीटर व पल्स ऑक्सीमीटर की मदद से कोरोना के लक्षण वाले करीब 7.18 लाख लोगों को चिन्हित कर चिकित्सकों की मदद से उनकी स्क्रीनिंग की गई। कोरोना जांच में कई लोगों की रिपोर्ट नेगेटिव आई, जबकि कुछ ही लोग संक्रमित मिले। वहीं कोरोना के 5,9963 एक्टिव केस में से करीब 50 फीसद यानी 30,848 रोगी होम आइसोलेशन में ही अपना इलाज करा रहे हैं। इन लोगों में कोरोना के लक्षण नहीं हैं, लेकिन जांच में रिपोर्ट पॉजिटिव आई है।

ऐसे लोग जिनके घर में एक अलग कमरा व शौचालय है, उन्हें होम आइसोलेशन में रखा गया है। अपर मुख्य सचिव अमित मोहन प्रसाद के मुताबिक कोरोना के साथ नॉन कोविड केयर पर भी पूरा ध्यान दिया जा रहा है। बीते तीन सितंबर को सरकारी अस्पतालों में 6663 बच्चों का जन्म नार्मल डिलीवरी व 222 बच्चों का जन्म आपरेशन के माध्यम से सफलतापूर्वक हुआ। गर्भवती महिलाओं की प्रसव पूर्व जांचें भी नियमित रूप से की जा रही हैं।

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