पार्किंग टेंडर पर महापौर ने किया जवाब तलब, जांच रिपोर्ट का इंतजार

लखनऊ में पार्किंग टेंडर पर महापौर ने कहा ट्रांसपोर्ट नगर की पार्किंग का ठेका नियम विरुद्ध।

By Anurag GuptaEdited By: Publish:Tue, 11 Aug 2020 11:21 AM (IST) Updated:Tue, 11 Aug 2020 11:21 AM (IST)
पार्किंग टेंडर पर महापौर ने किया जवाब तलब, जांच रिपोर्ट का इंतजार
पार्किंग टेंडर पर महापौर ने किया जवाब तलब, जांच रिपोर्ट का इंतजार

लखनऊ, जेएनएन। ट्रांसपोर्ट नगर में कई पार्किंग का ठेका अब विवाद का कारण बन गया है। महापौर संयुक्ता भाटिया ने पार्किंग टेंडर मामले में नगर आयुक्त डॉ. इंद्रमणि त्रिपाठी से स्पष्टीकरण मांगा है। वहीं, नगर आयुक्त का कहना है कि अभी टेंडर को मंजूरी नहीं दी गई है। शिकायत मिलने के बाद दो अपर नगर आयुक्त की टीम बनाकर जांच कराई जा रही है। जांच रिपोर्ट आने के बाद ही ठेका देने की आगे की कार्यवाही की जाएगी।

महापौर ने नगर आयुक्त से मांगे स्पष्टीकरण में कहा है कि दस लाख से ऊपर के ठेके में ई-टेंडर करने का नियम है। निगम ने पार्किंग का ठेका देने में नियमों की अनदेखी की और अब सही जवाब भी नहीं दे रहा। महापौर का कहना है कि ट्रांसपोर्ट नगर की कई पाॄकग का टेंडर नगर निगम द्वारा द्वि-लिफाफा पद्धति से किया जा रहा है, जबकि पिछले वर्ष 44 लाख रुपये में एलडीए द्वारा पाॄकग आवंटित की गई थी। उसकी आरक्षित दर कई गुना कम करते हुए मात्र 7.80 लाख ही रखी गयी थी। इसी प्रकार अन्य पाॄकग स्थलों में भी किया गया। पार्षद वीना रावत के शिकायती पत्र पर जोनल अधिकारी से पूछा गया तो उनका कहना था कि पाॄकग का आरक्षित मूल्य एलडीए द्वारा तय किया गया था। उस हिसाब से दस प्रतिशत की वृद्धि करते हुए टेंडर किया गया था।

इस मामले में नगर आयुक्त का कहना है कि एलडीए से ट्रांसपोर्टनगर की कई पार्किंग नगर निगम को हस्तांतरित की गई थी। नगर निगम ने एलडीए से मिली आरक्षित दर से दस प्रतिशत की वृद्धि कर निविदा मांगी थी। इस पर शिकायत आने पर टेंडर देने की कार्यवाही रोकते हुए दो अपर नगर आयुक्त डॉ. अर्चना द्विवेदी, राकेश यादव, मुख्य कर निर्धारण अधिकारी अशोक सिंह और मुख्य अभियंता मनीष सिंह की टीम बनाई है। जांच रिपोर्ट आने पर आगे की कार्यवाही होगी।

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