राहुल गांधी ने की थी माल्या पर कार्रवाई न करने की सिफारिश : वसीम रिजवी

सरकार ने वक्फ संपत्तियों की अनियमितता में सीबीआइ जांच की सिफारिश करते हुए जिन दो मुकदमों का जिक्र किया है उनमें वसीम रिजवी भी आरोपित हैं।

By Dharmendra PandeyEdited By: Publish:Mon, 14 Oct 2019 05:04 PM (IST) Updated:Mon, 14 Oct 2019 05:27 PM (IST)
राहुल गांधी ने की थी माल्या पर कार्रवाई न करने की सिफारिश : वसीम रिजवी
राहुल गांधी ने की थी माल्या पर कार्रवाई न करने की सिफारिश : वसीम रिजवी

लखनऊ, जेएनएन। शिया सेंट्रल वक्फ बोर्ड, उत्तर प्रदेश के अध्यक्ष सैयद वसीम रिजवी ने कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी पर आरोप लगाया है कि उन्होंने वक्फ संपत्तियों की खरीद-फरोख्त के मामले में उद्योगपति विजय माल्या के खिलाफ कार्रवाई न करने के लिए उनसे सिफारिश की थी। विवादित बयानों को लेकर आये दिन चर्चा में रहने वाले रिजवी के मुताबिक राहुल ने कांग्रेस के वरिष्ठ नेता गुलाम नबी आजाद के फोन से उन्हें फोन कर यह सिफारिश की थी।

उल्लेखनीय है कि सरकार ने वक्फ संपत्तियों की अनियमितता में सीबीआइ जांच की सिफारिश करते हुए जिन दो मुकदमों का जिक्र किया है, उनमें वसीम रिजवी भी आरोपित हैं। इसी कड़ी में रिजवी ने कहा वक्फ संपत्तियों की खरीद-फरोख्त की सीबीआइ जांच का वह स्वागत करते हैं और इसमें सहयोग करने का वादा भी। वक्फ संपत्तियों की खरीद- फरोख्त करने वालों की लिस्ट वह कल या परसों सीबीआइ और केंद्र सरकार को भेजेंगे। इसी सिलसिले में उन्होंने भगोड़े उद्योगपति विजय माल्या का नाम लिया और कहा कि राहुल गांधी की सिफारिश के बावजूद वह माल्या के खिलाफ कार्रवाई से नहीं हिचके लेकिन जिला स्तर पर डीएम और एसपी ने ऐसे प्रभावशाली व्यक्ति के खिलाफ कार्रवाई करने से हाथ खड़े कर दिए।

उन्होंने शिया धर्मगुरु मौलाना कल्बे जव्वाद पर भी वक्फ संपत्तियों को बेचने का आरोप लगाया और कहा कि उनके पास इसके सुबूत भी हैं। इसी कड़ी में उन्होंने मुस्लिम वक्फ राज्य मंत्री मोहसिन रजा का भी नाम लिया। उन्होंने कहा कि कांग्रेस में रहते मोहसिन और उनकी मां व भाइयों ने भी वक्फ संपत्तियों को बेचा। भाजपा उनके इस अतीत से वाकिफ नहीं थी, इसलिए उसने उन्हें मुस्लिम वक्फ राज्य मंत्री का ओहदा दे दिया। उन्होंने खुद मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से मिलकर उन्हें मोहसिन रजा की कारगुजारियों की जानकारी दी थी और संबंधित कागताज भी दिखाए थे। इस पर मुख्यमंत्री ने उनसे कहा था कि जब भी जांच होगी, निष्पक्ष होगी।

रिजवी ने कहा-हार जांच के लिए तैयार

योगी आदित्यनाथ सरकार ने शिया और सुन्नी वक्फ बोर्ड के संपत्तियों की खरीद-फरोख्त में अनियमितता की जांच सीबीआई से कराने की सिफारिश की है। सरकार के इस फैसले का शिया वक्फ बोर्ड ने स्वागत किया है। शिया सेंट्रल वक्फ बोर्ड के चेयरमैन वसीम रिजवी ने वीडियो जारी करके कहा कि हम हर जांच के लिए तैयार हैं, और सीबीआई को हर तरीके से जांच में मदद करेंगे।

धर्मगुरु सूफियान निजामी कहतें हैं कि जमीनों को बड़े पैमाने पर गलत तरीके से खरीदा-बेचा गया है। सब जानते हैं, लेकिन वो कौन लोग हैं जिन्होंने जमीनों को गलत तरीके बेचा या खरीदा है। उन्होंने कहा कि किसके कहने पर यह सब किया गया है, उन सब के नाम सामने आने चाहिए।

सीबीआई जांच की सिफारिश करने के मामले में यूपी सरकार के अल्पसंख्यक कल्याण राज्य मंत्री मोहसिन रजा ने कहा कि शिया सेंट्रल वक्फ बोर्ड और यूपी सुन्नी सेंट्रल वक्फ बोर्ड के गलत तरीके से तमाम जमीनों की खरीद और ट्रांसफर कराने की शिकायतें मिल रही थीं, जिसके बाद सरकार को कदम उठाना पड़ा है।

अपर मुख्य सचिव गृह ने बताया कि सचिव कार्मिक एवं प्रशिक्षण विभाग, कार्मिक लोक शिकायत एवं पेंशन मंत्रालय भारत सरकार और निदेशक सीबीआई को पत्र भेज दिया गया है। पत्र में प्रयागराज के कोतवाली में 26 अगस्त 2016 को दर्ज शिया सेंट्रल वक्फ बोर्ड और 27 मार्च 2017 को हजरतगंज कोतवाली में दर्ज मुकदमों की जांच सीबीआई से कराए जाने का अनुरोध किया गया है। इस संबंध में प्रदेश सरकार ने कोतवाली प्रयागराज और थाना हजरतगंज लखनऊ में मुकदमा दर्ज कराया है। 

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