आम महोत्सव में विजेता बने एससी शुक्ला, राज्यपाल ने कहा- उत्तर प्रदेश बढ़ेगा तो देश बढ़ेगा

गोमती नगर स्थित इंदिरा गाधी प्रतिष्ठान में चल रहे दो दिवसीय आम महोत्सव का समापन। प्रतिभागियों को किया गया सम्मानित। महोत्सव में 254 प्रजातियों को प्रदर्शित करने पर मिला पहला स्थान।

By JagranEdited By: Publish:Mon, 25 Jun 2018 12:31 PM (IST) Updated:Mon, 25 Jun 2018 02:02 PM (IST)
आम महोत्सव में विजेता बने एससी शुक्ला, राज्यपाल ने कहा- उत्तर प्रदेश बढ़ेगा तो देश बढ़ेगा
आम महोत्सव में विजेता बने एससी शुक्ला, राज्यपाल ने कहा- उत्तर प्रदेश बढ़ेगा तो देश बढ़ेगा

लखनऊ(जागरण संवाददाता)। इंदिरा गाधी प्रतिष्ठान में दो दिवसीय आम महोत्सव का रविवार को राज्यपाल राम नाईक ने समापन किया। महोत्सव के अंतिम दिन प्रतिभागियों के चेहरे पर खुशी लेकर आया, जब उन्हें राज्यपाल राम नाईक ने पुरस्कृत किया। इस दौरान राज्यपाल ने कहा कि एक स्थान पर देश के कई राज्यों के बागवान आए हैं। यही हाल रहा तो इस महोत्सव के लिए यह जगह कम पड़ जाएगी। आम के कुंभ के रूप में इसको अलग पहचान मिलेगी। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने किसानों की आमदनी को दो गुना करने का आह्वान किया है। आबादी के हिसाब से उत्तर प्रदेश अमेरिका, चीन और इंडोनेशिया के बाद सबसे ज्यादा आबादी वाला राज्य है। ऐसे में उत्तर प्रदेश में किसानों की आय बढ़ेगी तो प्रदेश आगे बढ़ेगा और उत्तर प्रदेश आगे बढ़ेगा तो देश आगे बढ़ेगा। इन्हें किया गया पुरस्कृत:

अनीता सहगल के उत्कृष्ट संचालन में राज्यपाल ने मलिहाबाद के मुजासा के इकबाल अहमद को 13 प्रथम, छह द्वितीय और तीन तृतीय पुरस्कार मिले जो अन्य बागवानों के मुकाबले सर्वाधिक था। उन्हें प्रमाण पत्र के साथ स्मृति चिह्न् दिया गया। गोमतीनगर के एससी शुक्ला महोत्सव में सर्वाधिक 254 प्रजातियों के प्रदर्शन के लिए पहला पुरस्कार दिया गया। वह काकोरी, मलिहाबाद और माल में करीब 60 एकड़ क्षेत्रफल की बागों में हर वर्ष 800 टन का आम उत्पादन करते हैं। उत्तराखंड से आए नरेंद्र कुमार गिल की रंगीन प्रजाति के आम 'अरुणिका' को सवरेत्तम प्रदर्श के साथ ही 11 हजार का नकद पुरस्कार व प्रतीक चिह्न् दिया गया। आलमबाग के राजकीय फल संरक्षण केंद्र की मधु तिवारी, उद्यान विभाग के सहारनपुर मंडल के उप निदेशक डॉ.डीपी यादव, सहारनपुर के अधिकारी बालीशरण चौधरी व समेत पाच श्रेणियों 60 वर्गो में 50 से अधिक लोगों को पुरस्कृत किया गया। महोत्सव में 700 प्रजातियों के 2558 नमूनों का प्रदर्शन किया गया। प्रदर्शनी का अवलोकन करते राज्यपाल राम नाईक ' जागरण उत्तर प्रदेश बढ़ेगा तो देश बढ़ेगा: राज्यपाल अब ब्राडिंग भी है जरूरी:

राज्यपाल ने कहा कि आम की गुणवत्ता के साथ ही ब्राडिंग भी जरूरी है जिससे देश और देश के बाहर मौजूद मार्केट का फायदा किसानों को मिल सके। सबसे ज्यादा आम का उत्पादन उत्तर प्रदेश में होता है।

किसानों की आय को दो गुना करने का प्रयास:

उद्यान एवं खाद्य प्रसंस्करण मंत्री दारा सिंह चौहान ने कहा कि प्रदेश सरकार किसानों की आय को दो गुना करने का प्रयास कर रही है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के निर्देश पर सड़क के किनारे आम सहित अन्य फलदार पौधे लगाए जाएंगे। प्रमुख सचिव उद्यान सुधीर गर्ग ने बताया कि इस वर्ष सबसे अधिक आम इंग्लैंड भेजा गया और अभी निर्यात जारी है। समारोह में निदेशक आरपी सिंह, संयुक्त निदेशक एसबी शर्मा, उप निदेशक डॉ.डीपी यादव, बालीशरण चौधरी, पूर्व उद्यान निदेशक एसपी जोशी, पूर्व जिला उद्यान अधिकारी रणधीर सिंह के अलावा कई अधिकारी व कर्मचारी मौजूद थे।

राज्यपाल को भेंट की फ‌र्स्ट फारमर डायरी:

मलिहाबाद में आम की बाग में रासायनिक कीटनाशक के बजाय नीम से बने कीटनाशक का प्रयोग करने वाले उपेंद्र कुमार सिंह ने राज्यपाल राम नाईक को फ‌र्स्ट फारमर डायरी भेंट की। उपेंद्र को मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने भी सम्मानित किया था। साढ़े चार हेक्टेयर में दशहरी के साथ ही उसके उत्थान के लिए वह बागवानों को प्रोत्साहित भी करते हैं। महोत्सव में आम के पकवानों को मिला पुरस्कार:

महोत्सव के दौरान आम के बने पकवानों की आयोजित प्रतियोगिता के लिए 200 प्रतिभागियों ने आवेदन किया था, जिसमें से 15 का चयन किया गया। पाच प्रतिभागी विजेता बने। अलीगंज की दीप्ति ने आम की कढ़ी बनाकर पुरस्कार जीता। इसके अलावा प्रीति गुप्ता, सेफाली, वीरेंद्र कौर व ममता को भी पुरस्कृत किया गया।

35 एकड़ के बागवान:

सिंचाई विभाग में मुख्य अभियंता पद से सेवानिवृत्त हुए श्रावस्ती के पंकज देव सिंह को भी पुरस्कृत किया गया। श्रावस्ती के लबेदपुर भिनगा में 35 एकड़ में बाग लगाकर वहा के लोगों को प्रेरित कर रहे हैं। उन्होंने बताया कि तीन हजार आम के पेड़, 500 नींबू, 450 कटहल के अलावा तीन हजार टीक के पेड़ हैं।

कम मिठास वाला लाल दशहरी:

आम की रंगीन प्रजाति टॉमी एंटिकिन और दशहरी के संवर्धन से रहमान खेड़ा के केंद्रीय उपोष्ण एवं बागवानी संस्थान में लाल दशहरी की नई प्रजाति तैयार की गई। संस्थान के निदेशक डॉ.शैलेंद्र राजन ने बताया कि रंगीन दशहरी देखने में जितना खूबसूरत है, उतना ही यह स्वास्थ्य के लिए लाभदायक है। मधुमेह के रोगी भी इसका स्वाद ले सकते हैं। पकने के बाद से इसे एक सप्ताह अधिक दिन तक रखा जा सकता है।

भीड़ उमड़ी तो खास हुआ आम:

आम महोत्सव के दूसरे दिन रविवार को दिन होने की वजह से दर्शकों की आमद रही। सभी आम के साथ सेल्फी लेकर उसे खास बना रहे थे तो नवाब जाफरमीर अब्दुल्ला आम की खासियतों की जानकारी दे रहे थे। कोई डॉ.नितिन सिंह के स्टॉल पर बीमारी के अनुसार शहद खरीद रहा था तो कोई आम से बने उत्पादों का लुफ्त उठा रहा था।

खाली हो गईं प्लेटें:

बागवानों ने जिन प्लेटों में आम को सजाया था अंतिम दिन खाली प्लेटें बागवानों के माथे पर पसीना ला रही थीं। दर्शकों ने देखने के बहाने एक-एक करके आम गायब हो गया। वहीं बोतल में आम दिखाकर इंसराम अली ने नकली कीटनाशक को रोकने की अधिकारियों से अपील की।

chat bot
आपका साथी