Sawan Somwar 2020: मंदिरों में किया श्रद्धालुओं ने जलाभिषेक, तस्‍वीरों में देखें श‍िवपूजन

Sawan Somwar 2020 सावन के दूसरे सोमवार पर मंद‍िरों में सैनिटाइज कराने के बाद ही भक्‍तों को प्रवेश द‍िया जा रहा है जहाँ से जलाभिषेक किया जा रहा है।

By Anurag GuptaEdited By: Publish:Mon, 13 Jul 2020 10:27 AM (IST) Updated:Mon, 13 Jul 2020 04:04 PM (IST)
Sawan Somwar 2020: मंदिरों में किया श्रद्धालुओं ने जलाभिषेक, तस्‍वीरों में देखें श‍िवपूजन
Sawan Somwar 2020: मंदिरों में किया श्रद्धालुओं ने जलाभिषेक, तस्‍वीरों में देखें श‍िवपूजन

लखनऊ, जेएनएन। 55 घंटे के प्रतिबंध के बाद सावन के दूसरे सोमवार को श्रद्धालु भोलेनाथ के द्वार पहुंचे। महादेव के दर्शन और जलाभिषेक कर उनसे कोरोना महामारी से छुटकारा दिलाने की कामना की। डालीगंज के मनकामेशवर मंदिर मे बड़ी संख्या में लोगों ने मास्क लगाकर शारीरिक दूरी का पालन करते हुए भोलेनाथ के दर्शन किए। प्रतिबंध समाप्ट होने के बाद भोर 5:30 बजे से ही मंदिर के बाहर महिलाओं व पुरुषों की अलग अलग कतारें लगने लगी थीं। दूसरे सोमवार को भोलेनाथ पर जलाभिषेक करने के लिए दो पाइप अरघा लगाए गए जिससे लोगों ने जलाभिषेक किया। इससे पूर्व महंत देव्या गिरि ने भोलेनाथ की आरती की, श्रृंगार किया, फिर दर्शन के लिए पट खोले गए। इस बार भी गर्भगृह के बाहर से ही लोगों ने दर्शन किए। मंदिर के बाहर डालीगंज व्यापार मंडल के अध्यक्ष मनीष गुप्ता की ओर से गंगाजल का नि:शुल्क वितरण किया गया। मंदिर के आसपास का इलाका बोल बम, ओम नमः शिवाय के जयकारों से गूंज उठा।

महाकाल मे हुई भस्म आरती

राजेन्द्रनगर के महाकाल मंदिर में सावन के दूसरे सोमवार को उज्जैन के महाकालेश्वर मंदिर की तर्ज पर भस्म आरती की गई। संयोजक अतुल मिश्रा ने बताया कि बिना मास्क के श्रद्धालुओं को दर्शन की अनुमति नहीं दी गई। वहीं, सदर के द्वादश ज्योतिर्लिंग में लोगों ने बाहर से ही दर्शन पूजन किए।

शारीरिक दूरी का पालन करते हुए दर्शन

चौक के कोनेश्वर मंदिर, ठाकुरगंज के कल्याण गिरि मंदिर, रकाबगंज के सिद्धिनाथ मंदिर व नागेश्वर मंदिर, लालकुआं स्थित महाकालेश्वर मन्दिर, ठाकुरगंज के मां पूर्वी देवी एवं महाकालेश्वर मंदिर में भी लोग मास्क लगाकर और शारीरिक दूरी का पालन करते हुए दर्शन किए। वहीं चौक के श्री कोतवालेश्वर महादेव मंदिर में महंत विशाल गौड़ ने भोर में भोले बाबा का भव्य श्रृंगार करके 11 ज्योतों की आरती की।

बाराबंकी : सावन के दूसरे सोमवार को जलाभिषेक के लिए शहर के कैलाश आश्रम मंदिर, नागेश्वर नाथ मंदिर कंकडेश्वर मंदिर, दूधेश्वर महादेव मंदिर पर भोर से ही श्रद्धालुओं की कतार लगी हुई है। शारीरिक दूरी के नियमों का पालन कर श्रद्धालु कतारबद्ध होकर दर्शन कर रहे हैं। सावन के दूसरे सोमवार पर यहां कैलाश आश्रम मंदिर के गेट पर सैनिटाइज कराने के बाद ही मंदिर में प्रवेश किया जा रहा है जहाँ से जलाभिषेक किया जा रहा है। 

लखीमपुर - सावन मास के दूसरे सोमवार को भी जिले भर के शिवालयों में तालाबंदी ही रही। लोगों ने घर और ही भगवान भोले नाथ की पूजा की।  प्राचीन शिवालय छोटी काशी गोला गोकरण नाथ में भी भगवान भोलेनाथ के कपाट दर्शन के लिए बंद ही रहे । मंदिर परिसर में चारों तरफ सुरक्षा के कड़े इंतजाम रहे ताकि कोई भी वह पूजा-पाठ न कर पाए वहीं दूसरी ओर शहर के पुराने शिवालय भुईफोरवा नाथ मंदिर, देवकली, लिलौटीं नाथ मंदिर, लीला नाथ मंदिर इन सब मंदिरों में भी लोगों को दर्शन करने से रोक दिया गया।  कोरोना महामारी के चलते यह प्रक्रिया तीसरे सोमवार को भी लागू रहेगी।  लोगों ने अपने घरों पर ही रह कर भगवान शिव का जलाभिषेक रुद्राभिषेक व पूजन अर्चन किया।

गोंडा : जलाभिषेक के लिए लगी कतार

सावन के दूसरे सोमवार को जलाभिषेक के लिए शहर के दुखहरणनाथ मंदिर पर भोर से ही श्रद्धालुओं की कतार लगी हुई है। शारीरिक दूरी के नियमों का पालन कराने के लिए यहाँ पर पुलिस बल लगाया गया है। सावन का महीना भगवान शिव का प्रिय है। सोमवार को जलाभिषेक का विशेष महत्व है। सावन के दूसरे सोमवार पर दुखहरणनाथ मंदिर पर भोर से ही श्रद्धालु पहुंचने लगे। यहाँ मंदिर के गेट पर ही अरघा बनाया गया है, जहाँ से जलाभिषेक किया जा रहा है। मंदिर के गर्भ गृह में जाने पर रोक है। मास्क लगाकर ही श्रद्धालु जलाभिषेक कर सकते हैं।

बहाराइच : सावन के दूसरे सोमवार को सिद्धनाथ मंदिर में भगवान भोलेनाथ का जलाभिषेक करके महामंडलेश्वर रवि गिरी जी महाराज

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