लखनऊ में शराब के ठेके में तोड़फोड़, सेल्समैन को पीटा

सिपाहियों ने लाठी फटकारी तो भीड़ उग्र हो गई और बोतलों से हमला शुरू कर दिया। पुलिस के ऊपर भी बोतलें फेंकी।

By amal chowdhuryEdited By: Publish:Mon, 24 Apr 2017 09:59 AM (IST) Updated:Mon, 24 Apr 2017 09:59 AM (IST)
लखनऊ में शराब के ठेके में तोड़फोड़, सेल्समैन को पीटा
लखनऊ में शराब के ठेके में तोड़फोड़, सेल्समैन को पीटा

लखनऊ (जागरण संवाददाता)। केंद्रीय विद्यालय अलीगंज के सामने देशी शराब के ठेके में पुलिस के सामने तोड़फोड़ के साथ लूटपाट की गई। बेलीगारद गांव से सैकड़ों महिलाओं के साथ पहुंचे पुरुषों ने चंद मिनट में शराब के ठेके को तहस-नहस कर बोतलें सड़क पर फेंक दी। सेल्समैन समेत दुकान के दो कर्मचारियों को बंधक बनाकर पीटा।

मड़ियांव थाने के दो सिपाहियों ने लाठी फटकारी तो भीड़ उग्र हो गई और बोतलों से हमला शुरू कर दिया। पुलिस के ऊपर भी बोतलें फेंकी। मामला बढ़ता देखकर एएसपी टीजी, एसओ मड़ियांव व अलीगंज भारी पुलिस बल के साथ मौके पर पहुंचे तब जाकर स्थिति नियंत्रित हो सकी। एएसपी ट्रांसगोमती दुर्गेश कुमार के मुताबिक शराब की दुकान के सेल्समैन देवी प्रसाद की तहरीर पर महिलाओं सहित 22 लोगों के खिलाफ मड़ियांव थाने में एफआइआर दर्ज हुई है।

छह महिलाओं सहित आठ लोग गिरफ्तार किए गए हैं। मूलरूप से लोनी कटरा बाराबंकी निवासी देवी प्रसाद जायसवाल ने तहरीर में कहा है कि पिछले दस वर्ष से देशी शराब का ठेका चला रहे थे। रविवार सुबह करीब 11 बजे सैकड़ों की संख्या में महिलाएं व पुरुष शराब ठेके पर पहुंच गए। महिलाओं ने शराब ठेके से कई पेटी शराब की बोतलें सड़क पर फेंक दी। हंगामे के चलते सड़क पर जाम लग गया। घटना की जानकारी पाकर पुलिस पहुंची और शराब के ठेके को बंद करवाकर मामला शांत कराने का प्रयास किया।

महिलाओं का कहना था कि ठेके के सामने धार्मिक स्थल के साथ केंद्रीय विद्यालय है। लोग शराब पीकर अक्सर स्कूली छात्रओं पर फब्तियां कसते हैं। ठेके को हटवाने के लिए कई बार आबकारी विभाग समेत पुलिस अधिकारियों से शिकायत की, लेकिन ठेका नहीं हटाया गया। पुलिस छह महिलाओं समेत आठ लोगों को गिरफ्तार मड़ियांव थाने ले गई। इससे आक्रोशित कई महिलाएं घटनास्थल से मड़ियांव थाने पहुंच गई।

यह भी पढ़ें: राष्ट्रीय स्तर की खिलाड़ी ने दिया बेटी को जन्‍म, तो फोन पर मिला तलाक

सबके हाथ में डंडे थे। कई महिलाओं ने डंडे फटकार पुलिस को चेतावनी भी दी। महिलाएं खुद को भारतीय किसान यूनियन राजू गुट की कार्यकर्ता बता रहीं थीं। किसान यूनियन के पुरुष कार्यकर्ता भी हरी टोपी और हाथ में डंडा लेकर थाने पहुंचे थे। पुलिस ने गिरफ्तार लोगों को किसी भी कीमत पर न छोड़ने की बात कही।

यह भी पढ़ें: अमरोहा की मस्जिद में मिला मीट, इलाके में तनाव

chat bot
आपका साथी