यूपी पुलिस में अगले महीने से बंपर भर्तियां, 56 हजार से ज्यादा पद भरे जाएंगे; तैयार हैं आप?

पुलिस महानिदेशक ओपी सिंह व प्रमुख सचिव गृह अरविंद कुमार ने बताया कि प्रदेश में तीन चरण में होने वाली 56,808 सिपाहियों की भर्ती का अंतिम परिणाम जून 2019 के तीसरे हफ्ते में आ जाएगा।

By Dharmendra PandeyEdited By: Publish:Thu, 18 Oct 2018 12:47 PM (IST) Updated:Fri, 19 Oct 2018 09:36 AM (IST)
यूपी पुलिस में अगले महीने से बंपर भर्तियां, 56 हजार से ज्यादा पद भरे जाएंगे; तैयार हैं आप?
यूपी पुलिस में अगले महीने से बंपर भर्तियां, 56 हजार से ज्यादा पद भरे जाएंगे; तैयार हैं आप?

लखनऊ (जेएनएन)। प्रदेश पुलिस में भर्ती होने का सपने संजोये युवाओं के लिए अपने जूतों के फीते कसने का समय आ गया है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने विजय दशमी के मौके पर पुलिस में बंपर भर्ती का रास्ता खोला है। शासन ने गुरुवार को 56880 पदों पर भर्ती कराये जाने की घोषणा की है, जिसमें सिपाही के 51216 पद शामिल हैं।

इसके अलावा फायरमैन, बंदीरक्षक व घुड़सवार पुलिस के पदों पर भी भर्तियां होंगी। सिपाही भर्ती का आवेदन एक नवंबर से किया जा सकेगा और जनवरी माह में लिखित परीक्षा होगी। प्रमुख सचिव गृह अरविंद कुमार ने प्रेसवार्ता कर सभी पदों पर भर्ती का कार्यक्रम घोषित किया है। वर्तमान में पुलिस विभाग में सिपाही के पद पर करीब 42 प्रतिशत रिक्तियां हैं। नई भर्तियों के बाद यूपी पुलिस में अवकाश व लंबी ड्यूटी की समस्या निपटने की उम्मीद जताई जा रही है।

प्रमुख सचिव गृह ने बताया कि भर्ती में कोई साक्षात्कार नहीं होगा। आरक्षण के सभी नियम लागू होंगे। पुलिस विभाग में सिविल पुलिस व पीएसी में कुल स्वीकृत दो लाख 29 हजार से अधिक पदों में करीब 97 हजार पद रिक्त हैं। मुख्यमंत्री के सिपाहियों की कमी को जल्द पूरा किये जाने के निर्देश पर 51216 पुलिस आरक्षियों की जल्द नई भर्ती का कार्यक्रम निर्धारित किया गया है। इसके तहत 32 हजार पदों पर सिविल पुलिस के आरक्षियों तथा 19216 पदों पर पीएसी आरक्षियों की नई भर्ती की जायेगी। ऐसे ही फायरमैन के कुल स्वीकृत 5040 पदों में 1924 पद रिक्त हैं। इनमें 1679 पदों पर भर्ती का अधियाचन उप्र पुलिस भर्ती एवं प्रोन्नति बोर्ड को भेजा जा चुका है। शेष पदों का अधियाचन जल्द भेजा जायेगा और फायरमैन के 1924 पदों की भर्ती परीक्षा करायी जायेगी। वहीं कारागार प्रशासन में बंदी रक्षकों के कुल स्वीकृत पदों के अनुरूप करीब 50 प्रतिशत की रिक्तता चली आ रही है। बंदी रक्षकों के 3638 पदों पर भर्ती होगी, जिनमें महिला बंदी रक्षक के 626 पद शामिल होंगे। इसके अलावा घुड़सवार पुलिस के 102 पदों पर भर्ती होगी।

प्रदेश के गृह सचिव अरविंद कुमार और डीजीपी ओपी सिंह ने लखनऊ में प्रेस कांफ्रेंस में बताया कि भर्ती परीक्षा चार व पांच जनवरी 2019 को होगी। इस भर्ती परीक्षा का परिणाम जून के तीसरे हफ्ते में आ जाएगा। भर्ती में आरक्षण के नियम लागू होंगे। इसमें सिविल पुलिस में 20 प्रतिशत पद महिलाओं के लिए आरक्षित होंगे। प्रमुख सचिव गृह ने बताया कि फायरमैन के 1924 पदों पर भर्ती के लिए 5 नवंबर को विज्ञापन जारी किया जाएगा। जुलाई में परीक्षा का फाइनल रिजल्ट आएगा। कारागार विभाग में 3638 वार्डन पद पर भर्ती होगी। इसी में 280 पदों पर घुड़सवार पुलिस में भर्ती होगी। प्रमुख सचिव ने बताया कि भर्ती प्रक्रिया में सिर्फ सिर्फ लिखित परीक्षा होगी। इंटरव्यू नहीं होगा। उन्होंने कहा कि भर्ती एजेंसियों के माध्यम से की जाएगी। इस बड़ी परीक्षा के दौरान मजिस्ट्रेट और पुलिस बल भी तैनात किए जाएंगे। किसी भी प्रकार की गड़बड़ी रोकने के लिए एसटीएफ भी भर्ती परीक्षा पर नजर रखेगी।

 

ये होंगी तारीखें

सिपाही भर्ती : एक नवंबर से 30 दिसंबर, 2018 के मध्य अभ्यर्थी कर सकेंगे ऑनलाइन आवेदन। चार और पांच जनवरी, 2019 को दो-दो पालियों होगी लिखित परीक्षा। परिणाम जून, 2019 के तीसरे सप्ताह तक घोषित होगा। 

फायरमैन भर्ती : पांच नवंबर से चार दिसंबर, 2018 के बीच होगा ऑनलाइन आवेदन। 10 जनवरी, 2019 को होगी परीक्षा। जुलाई, 2019 में आयेगा परिणाम।

बंदी रक्षक भर्ती : पांच नवंबर से चार दिसंबर, 2018 के मध्य ऑनलाइन आवेदन। आठ व नौ जनवरी, 2019 को होगी परीक्षा। जुलाई, 2019 में आयेगा परिणाम। इसी परीक्षा के साथ घुड़सवार पुलिस की भी होगी परीक्षा। 

6400 महिलाओं के लिए मौका

32 हजार पदों पर सिविल पुलिस के आरक्षियों की परीक्षा में 20 प्रतिशत पद महिला आरक्षियों के लिए आरक्षित होंगे। इसके अनुरूप 6400 महिलाओं के लिए पुलिस में भर्ती होने का मौका है।

मिलेगी आयु सीमा में छूट

पिछली अंतिम पुलिस भर्ती के दौरान पात्र अभ्यर्थियों को नई भर्ती में आयु सीमा में छूट भी मिलेगी। प्रमुख सचिव गृह के अनुसार वर्ष 2018 में अर्हता से बाहर हो गए अभ्यर्थियों को एक अवसर मिलेगा। नियमावली के अनुसार भर्ती के लिये जो अर्हताएं होंगी, उनमें एक जुलाई 2018 को अभ्यर्थी की आयु 18 वर्ष से कम नहीं और 22 वर्ष से अधिक नहीं होनी चाहिये लेकिन, वर्ष 2017 में उच्चतम न्यायालय में किये गए वादे के अनुसार उप्र पुलिस भर्ती एवं प्रोन्नति बोर्ड एक जुलाई, 2017 को अर्हता से बाहर हो गए अभ्यर्थियों को भी मौका देगा। सरकार ने वर्ष 2017 में न्यायालय में हर वर्ष 30 हजार सिपाहियों की भर्ती किये जाने की बात कही थी लेकिन, वर्ष 2017 में कोई भर्ती प्रक्रिया शुरू नहीं हुई थी। ऐसी स्थिति में जो अभ्यर्थी वर्ष 2017 में अर्हता पूरी कर रहे थे और वर्ष 2018 में अर्हता से बाहर हो रहे हैं, उन्हें दोबारा मौका दिया जायेगा।

प्रमुख सचिव ने बताया कि वर्तमान सरकार की प्राथमिकता बेहतर पुलिसिंग है। इसके लिए भर्ती, शस्त्र स्तर पर काम हो रहा है। संख्या बल बढाना प्राथमिकता है, इसलिए भर्ती जरूरी है। कम फोर्स की वजह से छुट्टी, ज्यादा काम, तनाव होता है। हमारे पास मैन पॉवर की कमी है। मैन पॉवर की कमी के चलते ट्रेनिंग भी नहीं हो पाती है। वर्तमान में हमारे पास 2.29 लाख पुलिस, पीएसी की उपलब्धता है। 32 हजार सिपाही ट्रेनिंग कर रहे हैं। 97 हजार सिपाहियों की कमी है, जिसे हम इन दो भर्तियों से पूरा कर लेंगे। प्रदेश में 37,000 पुलिसकर्मियों के प्रमोशन हुए। जिसमें कांस्टेबल, हेड कांस्टेबल, सब इंस्पेक्टर, इंस्पेक्टर हैं। हम प्रमोशन के साथ भर्ती पर ध्यान दे रहे हैं। जेल वार्डन के 50 प्रतिशत तथा फायरमैन के 37 प्रतिशत पद खाली हैं।

डीजीपी ओपी सिंह ने बताया कि प्रदेश में इस समय 42 प्रतिशत सिपाहियों की कमी है। फिलहाल अभी फोर्स को कम से कम 97,000 सिपाही की जरूरत है। उन्होंने कहा कि जून व जुलाई तक हम पुलिस के कुल 97 हजार सिपाहियों की भर्ती हम पूरी कर लेंगे। डीजीपी ने कहा कि इस भर्ती में 25 से 30 लाख आवेदन आने की संभावना है। प्रदेश में इस समय 29 हजार सिपाही ट्रेनिंग कर रहे हैं। इनके साथ ही 3828 पीएसी के सिपाही ट्रेनिंग कर रहे हैं। प्रदेश में अभी भी सिर्फ छह हजार सिपाहियों की ट्रेनिंग की परमानेंट व्यवस्था है। इसके बाद के बाकी सिपाहियों की हम हम अन्य राज्यों में ट्रेनिंग करवायेंगे। 

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