आरोपित पुलिस कर्मियों पर कार्रवाई की मांग, पोस्टमार्टम हाउस पर हंगामा

चौक पुलिस की पिटाई से वाहन चोरी में पकड़े गए युवक की मौत का मामला। पुलिस पर कार्रवाई की मांग को लेकर प्रदर्शन, कड़ी सुरक्षा में हुआ शव का अंतिम संस्कार।

By Anurag GuptaEdited By: Publish:Tue, 22 Jan 2019 12:50 PM (IST) Updated:Tue, 22 Jan 2019 12:50 PM (IST)
आरोपित पुलिस कर्मियों पर कार्रवाई की मांग, पोस्टमार्टम हाउस पर हंगामा
आरोपित पुलिस कर्मियों पर कार्रवाई की मांग, पोस्टमार्टम हाउस पर हंगामा

लखनऊ, जेएनएन।  चौक पुलिस की पिटाई से वाहन चोरी के आरोप में पकड़े गए रहीम की मौत के मामले में मंगलवार को परिवारीजनों का गुस्सा फूट पड़ा। इंस्पेक्टर समेत पांच पुलिस कर्मियों के निलंबन और मुआवजे की मांग को लेकर लोगों ने शव टीले वाली मस्जिद के पास सड़क पर रखकर हंगामा किया। इस दौरान सड़क पर जाम लग गया और पुलिस से उनकी धक्का-मुक्की भी हुई। घंटों मशक्कत के बाद एएसपी पश्चिम विकास चंद्र त्रिपाठी और सीओ चौक दुर्गा प्रसाद तिवारी ने न्यायिक जांच रिपोर्ट के आधार पर कार्रवाई का आश्वासन देकर शांत कराया। देर शाम शव कड़ी सुरक्षा में शव का अंतिम संस्कार किया गया।

इससे पहले डॉक्टरों के पैनल ने वीडियोग्र्राफी के साथ शव का पोस्टमार्टम किया। पोस्टमार्टम में कमर के निचले हिस्से में पïट्टे और लाठी से मारने के निशान हैं। वहीं, मौत का कारण स्पष्ट न होने के कारण विसरा सुरक्षित किया गया है। परिवार में रहीम की सात बहनें और तीन भाई हैं। 

दो दिन तक कोतवाली में बंद कर पीटा फिर भेजा जेल
रहीम के भाई कलीम और बहन आशिया का आरोप है कि पुलिस ने 13 जनवरी को शताब्दी के पास से भाई को पकड़ा और चौक कोतवाली ले जाकर पीटा। वहां भाई से मिलने नहीं दिया गया और दो दिन बाद 15 जनवरी को जेल भेज दिया। पिटाई के कारण भाई के सिर और शरीर में आई चोटों के कारण जेल में भाई की हालात बिगड़ी। इसके बाद 19 जनवरी को बलरामपुर अस्पताल में भर्ती कराया। जहां, भाई ने दम तोड़ दिया। पुलिस ने परिवारीजनों को 20 जनवरी को सूचना दी। वह 18 जनवरी को भाई से मिलने जेल भी गया था। भाई वहां भी लडख़ड़ा कर चल रहा था। 

पुलिस ने मेडिकल से गायब करा दीं चोटें 
आरोपित रहीम को जेल भेजने के दौरान चौक पुलिस ने बलरामपुर अस्पताल में जो मेडिकल कराया, उसमें रहीम के शरीर पर कोई भी चोट नहीं दर्शाई गई। पुलिस ने मेडिकल के कागज से सारी चोटें गायब करा दी। वहीं, जेल प्रबंधन का कहना है कि दाखिल कराने के दौरान बंदी रहीम का पोस्टमार्टम कराया गया था। जिसमें उसके कंधे, कमर, पैर और हाथ में चोटों के निशान थे।

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