लखनऊ में रेलवे स्‍टेशन पर प्लेटफॉर्म टिकट मिलना शुरू, अब लगेंगे सिर्फ दस रुपये

मार्च में ट्रेनों का संचालन बंद होते ही टिकट भी बंद कर दिए गए। इसके बाद जब रेलवे ने ट्रेनों का संचालन शुरू किया तो प्लेटफॉर्म पर सिर्फ यात्रियों को जाने की ही अनुमति दी। परिजन उन्हें बाहर ही ड्रॉप करते थे जिससे बुजुर्ग यात्रियों को दिक्कतें होती थीं।

By Anurag GuptaEdited By: Publish:Fri, 05 Mar 2021 09:17 PM (IST) Updated:Sat, 06 Mar 2021 07:00 AM (IST)
लखनऊ में रेलवे स्‍टेशन पर प्लेटफॉर्म टिकट मिलना शुरू, अब लगेंगे सिर्फ दस रुपये
कोरोना संक्रमण के दौरान रेलवे ने इसकी दर बढ़ाकर पचास रुपये कर दी थी।

लखनऊ, जेएनएन। उत्तर रेलवे लखनऊ मंडल के चारबाग रेलवे स्टेशन, आलमनगर, मानक नगर स्टेशन पर यात्रियों को प्लेटफॉर्म टिकट बेचने का काम रेलवे प्रशासन ने शुरू कर दिया है। यात्रियों को टिकट के एवज में अब सिर्फ दस रुपये ही देने पड़ेंगे। कोरोना संक्रमण के दौरान रेलवे ने इसकी दर बढ़ाकर पचास रुपये कर दी थी। रेलवे प्रशासन ने कोरोना संक्रमण के चलते प्लेटफॉर्म पर यात्रियों की संख्या को नियंत्रित करने के उद्देश्य से प्लेटफॉर्म टिकट की दर बढ़ाई थी। अचानक दस रुपये से बढ़ाकर पचास रुपये का एक प्लेटफार्म टिकट कर दिया गया था। इस पर यात्रियों ने नाराजगी भी जताई थी।

गत मार्च में ट्रेनों का संचालन बंद होते ही टिकट भी बंद कर दिए गए। इसके बाद गत वर्ष जब रेलवे ने ट्रेनों का संचालन शुरू किया तो प्लेटफॉर्म पर सिर्फ यात्रियों को जाने की ही अनुमति दी। परिजन उन्हें बाहर ही ड्रॉप करते थे, जिससे बुजुर्ग यात्रियों को दिक्कतें होती थीं। इतना ही नहीं यात्री को ड्रॉप करने वाले परिजन अगर प्लेटफॉर्म तक चले जाते थे तो आरपीएफ उनका चालान भी काट देती थी, जिससे असुविधाएं हो रही थीं। इसके चलते चारबाग रेलवे स्टेशन से प्लेटफॉर्म टिकट मिलने शुरू हो गए हैं।  

महिलाओं ने दिखाया दमखम : अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस के उपलक्ष्य में उत्तर रेलवे लखनऊ मंडल प्रशासन सप्ताह भर आयोजन करेगा। उत्तर रेलवे लखनऊ मंडल के वरिष्ठ मंडल वाणिज्य प्रबंधक जगतोष शुक्ल ने बताया कि इसी क्रम में शुक्रवार को मंडल रेल प्रबंधक कार्यालय में डीआरएम संजय त्रिपाठी की उपस्थिति में नारी शक्ति का आवाहन करते हुए कार्यालय में कार्यरत महिलाओं के लिए संगीत युक्त कुर्सी दौड़ प्रतियोगिता, रस्साकसी स्पर्धा ,पोस्टर प्रतियोगिता आयोजित की गई। इसमें महिला कर्मचारियों ने भारी संख्या में हिस्सा लिया। मंडल रेल प्रबंधक संजय त्रिपाठी ने बताया कि भारत की महान संस्कृति में नारियों को देवतुल्य मानते हुए उनका प्रथम आवाहन करते हुए महिलाओं को शीर्ष स्थान प्रदान किया जाता है।

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