IISF- 2018 : लोडर नहीं कर सकेंगे आपके वाहन का दुरूपयोग, अब घर से ही करें कंट्रोल

कर्नाटक के एस जीवनाथम ने ऐसी डिवाइस बनाई है जिससे ट्रक ओनर ट्रक की लोकेशन से लेकर उसका लोड तक चेक कर सकते हैं।

By Anurag GuptaEdited By: Publish:Sun, 07 Oct 2018 03:04 PM (IST) Updated:Sun, 07 Oct 2018 03:11 PM (IST)
IISF- 2018 : लोडर नहीं कर सकेंगे आपके वाहन का दुरूपयोग, अब घर से ही करें कंट्रोल
IISF- 2018 : लोडर नहीं कर सकेंगे आपके वाहन का दुरूपयोग, अब घर से ही करें कंट्रोल

लखनऊ[प्रियम वर्मा]। आपका वाहन लाइन में लगा है या बिना आपकी जानकारी के निर्धारित भार से ज्यादा लोडिंग की गई है। इसका पता आप घर बैठे लगा सकते हैं। कई बार ट्रक चालक अपने मालिक की बिना जानकारी के निर्धारित लोड से ज्यादा सामान भर लेते हैं। इसके लिए कर्नाटक के एस जीवनाथम ने ऐसी डिवाइस बनाई है जिससे ट्रक ओनर ट्रक की लोकेशन से लेकर उसका लोड तक चेक कर सकते हैं। साथ ही इंस्ट्रक्शन भी दे सकते हैं। मेक इन इंडिया के तहत उनके इस मॉडल को प्रथम पुरस्कार से नवाजा गया है।

शनिवार को आइआइएसएफ के दौरान आयोजित यंग साइंटिस्ट कॉन्फ्रेंस में पेश किए गए प्रयोगों को अलग-अलग कैटेगरी में सम्मानित किया गया। इसमें देशभर से आए चालीस साल से कम उम्र के रिसर्च स्कॉलर शामिल थे। कुल 600 पोस्टर प्रदर्शित किए गए।

पारिजात से एंटी कैंसर ड्रग बनाने की तैयारी: नैनीताल की रेखा गहतोरि भीमताल में रिसर्च स्कॉलर हैं। इन्होंने पारिजात के सारे जैविक गुणों का परीक्षण कर उसे सही पाया और अब इससे एंटी कैंसर ड्रग बनाने के लिए शोध कर रही हैं। खासियत यह है कि पारिजात सालों साल वैसा ही बना रहता है इसलिए इससे ड्रग बनने के दौरान प्रयोग में लग रही अवधि से कोई नुकसान नहीं होगा और इसे लंबे समय तक सुरक्षित रखा जा सकेगा।

घर की हर चीज से कर सकते हैं बातें

अमृतसर के लोचन ने वॉयस कम्युनिकेशन के जरिए दिनचर्या को आसान बनाने की कोशिश की। उन्होंने घर की हर चीज को वॉयस डिवाइस से जोड़ा। इससे आप घर के हर काम के लिए किसी भी चीज को खुद कमांड दे सकते हैं और वह आपकी बात सुनेगी। डिजिटल इंडिया के लिए यह प्रोजेक्ट काफी सराहा गया। जैसे गेट खोलने से लेकर, लाइट ऑन-ऑफ करना, गाड़ी बाहर निकालना, गेट लॉक और ओपन करने के लिए कमांड देने जैसे सभी टॉस्क शामिल हैं।

मास्क जो कीटाणुओं का भी खात्मा करेगा

आमतौर पर लोग मास्क सिर्फ स्वच्छ वायु के लिए पहनते हैं लेकिन ऐसा मास्क है जो कीटाणुओं का खात्मा भी करता है। कानपुर की ई-स्पिन कंपनी ने ऐसा ही मास्क बनाया है। आइआइएसएफ के दौरान यंग साइंटिस्ट कॉन्फ्रेंस में शनिवार को स्वरोजगार के अवसरों और भविष्य पर बात हुई। इसमें सुनील ढोल ने न्यूटन के तीनों नियमों के जरिए उद्योग स्थापित करने का तरीका बताया। पहला नियम कहता है कि समय नहीं है दूसरा टीम वर्क पर फोकस करता है और तीसरा कहता है कि किसी को प्रेरणा मत बनाइए। आप स्वयं में प्रेरणा है।

डिजिटल हरित क्रांति होगी अगली क्रांति: जेएनयू के प्रोफेसर सुधीर के सोपोरी ने पौधों की मौजूदगी की व्याख्या करते हुए कहा कि पौधों को भी विकास की दौड़ में शामिल करें। इसके वैज्ञानिक आधार हैं कि वो स्पर्श महसूस करते हैं, उनमें याद रखने और भूलने का लक्षण होता है। वो अच्छी सुगंध महसूस कर सकते हैं। पौधों में हर मानवीय संवेदना होती है इसलिए उन्हें भी विकास की दौड़ में हमराही बनाएं।

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