UP Outsourcing Employees: आउटसोर्सिंग कर्मियों को बड़ी राहत, योगी सरकार के निर्देश पर NHM ने लिया ये फैसला
आउटसोर्सिंग पर रखे गए कर्मचारियों में लैब टेक्नीशियन स्टाफ नर्स ओटी टेक्नीशियन व कंप्यूटर आपरेटर आदि शामिल हैं। बीते 31 जून 2023 को इनकी सेवाएं समाप्त की जा रहीं थी लेकिन कर्मचारियों के विरोध के चलते उन्हें तीन महीने का सेवा विस्तार दे दिया गया था। जो कि 30 सितंबर को खत्म हो गया था। अब फिर से इन्हें तीन महीने का सेवा विस्तार दे दिया गया है।
लखनऊ, राज्य ब्यूरो। राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन (एनएचएम), उत्तर प्रदेश ने आउटसोर्सिंग पर रखे गए 3,250 स्वास्थ्य कर्मियों को तीन महीने का सेवा विस्तार दे दिया है। अब यह 31 दिसंबर तक अपनी सेवाएं चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग की विभिन्न प्रयोगशालाओं व अस्पतालों में दे सकेंगे। इन्हें कोरोना महामारी के दौरान 53 जिलों में कोरोना जांच के लिए बनाई गई लैब व अस्पतालों में रखा गया था। फिलहाल, इन्हें बड़ी राहत मिल गई है।
आउटसोर्सिंग पर रखे गए कर्मचारियों में लैब टेक्नीशियन, स्टाफ नर्स, ओटी टेक्नीशियन व कंप्यूटर आपरेटर आदि शामिल हैं। बीते 31 जून 2023 को इनकी सेवाएं समाप्त की जा रहीं थी लेकिन कर्मचारियों के विरोध के चलते उन्हें तीन महीने का सेवा विस्तार दे दिया गया था। जो कि 30 सितंबर को खत्म हो गया था। अब फिर से इन्हें तीन महीने का सेवा विस्तार दे दिया गया है।
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उप मुख्यमंत्री के निर्देश पर दिया गया सेवा विस्तार
उप मुख्यमंत्री ब्रजेश पाठक के निर्देश पर इन्हें सेवा विस्तार दिया गया है। संयुक्त एनएचएम कर्मचारी संघ के महामंत्री योगेश उपाध्याय ने इसके लिए उप मुख्यमंत्री का आभार जताया है। उन्होंने कहा कि महामारी के दौरान पूरी ईमानदारी से सेवाएं देने वाले इन दक्ष कर्मचारियों से अन्य योजनाओं में काम लिया जाए।
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