सहायक शिक्षक भर्ती: नाथ संप्रदाय पर ‘गुरु’ के सवाल में फंस गए चेले
सहायक शिक्षक भर्ती की परीक्षा में नाथ संप्रदाय पर पूछे गए सवाल पर छिड़ी बहस।
लखनऊ, [संदीप पांडेय]। सहायक शिक्षक भर्ती की आंसर-की पर बखेड़ा खड़ा हो गया है। अभ्यर्थियों ने परीक्षा नियामक आयोग की वेबसाइट पर आपत्तियों की झड़ी लगा दी है। वहीं, सबसे ज्यादा बहस नाथ संप्रदाय के ‘गुरु’ को लेकर पूछे गए सवाल पर हो रही है। अफसर जहां उत्तरी कुंजी को सही ठहरा रहे हैं, वहीं चेले (परीक्षार्थी) तथ्य के तौर पर सरकारी किताबों को ही पेश कर तर्क खारिज कर रहे हैं।
दरअसल, छह जनवरी को राज्य में सहायक शिक्षक भर्ती परीक्षा हुई। 69 हजार पदों पर चार लाख से अधिक अभ्यर्थियों ने परीक्षा दी। कट ऑफ हाई होने से मैरिट में शामिल होने के लिए एक-एक नंबर को लेकर मारामारी है। ऐसे में आठ जनवरी को परीक्षा नियामक आयोग ने आंसर-की जारी की। साथ ही अभ्यर्थियों को आपत्ति दर्ज करने लिए पहली बार वेबसाइट की सुविधा मुहैया कराई । उत्तर-कुंजी देखकर अभ्यर्थियों ने आपत्तियों की झड़ी लगा दी। स्थिति यह है कि परीक्षा में पूछे गए 150 सवालों में से अब तक 142 को कटघरे में खड़ा कर दिया गया है। इसमें प्रश्न पुस्तिका ‘ए’ सिरीज के प्रश्न संख्या 106 ‘नाथ पंथ’ नामक संप्रदाय के प्रर्वतक कौन हैं। इसका सही उत्तर आंसर-की में जहां मत्स्येंद्र नाथ माना है। वहीं अभ्यर्थियों ने वेबसाइट पर बेसिक शिक्षा परिषद की कक्षा छह की पुस्तक ‘महान व्यक्तित्व’ के जरिए चुनौती दी है।
पुस्तक में पृष्ठ 24 पर गुरु गोरखनाथ अध्याय में नाथ संप्रदाय का आरंभकर्ता गुरु गोरखनाथ लिखा गया है।अभ्यर्थियों ने कहा कि यदि उत्तर पुस्तिका का सवाल सही भी मान लें, तो क्या सरकारी किताब में बच्चों को क्या गलत पढ़ाया जा रहा है। साथ ही सवाल का जवाब बेसिक शिक्षा की किताब के आधार पर ही दिया है। ऐसे में उत्तर के नंबर काटना परीक्षार्थियों के साथ नाइंसाफी है।
इन प्रश्नों पर भी पेच