Militant attack in Kashmir: आतंकी हमले में रायबरेली का लाल शहीद, CM योगी ने दी श्रद्धांजलि

Militant attack in Kashmir डलमऊ के मीर मीरानपुर मजरे अल्हौरा गांव निवासी सीआरपीएफ के जवान शैलेंद्र प्रताप सिंह सोमवार को आतंकी हमले में शहीद हो गए। 15 अक्टूबर को शैलेंद्र को छुट्टी पर आना था। उनकी छोटी बहन का रिश्ता तय होना था।

By Anurag GuptaEdited By: Publish:Mon, 05 Oct 2020 06:50 PM (IST) Updated:Tue, 06 Oct 2020 06:41 AM (IST)
Militant attack in Kashmir: आतंकी हमले में रायबरेली का लाल शहीद, CM योगी ने दी श्रद्धांजलि
50 लाख रुपये व एक सदस्य को सरकारी नौकरी की घोषणा। मंगलवार को आएगा पार्थिव शरीर।

रायबरेली, जेएनएन। Militant attack in Kashmir: श्रीनगर के नौगाम में तैनात डलमऊ के मीर मीरानपुर मजरे अल्हौरा गांव निवासी सीआरपीएफ के जवान शैलेंद्र प्रताप सिंह सोमवार को आतंकी हमले में शहीद हो गए। बहादुर जवान की शहादत की खबर सुनकर उनके घर सांत्वना देने वालों का तांता लग गया। मंगलवार को शहीद का पार्थिक शरीर परिवारजनों को सौंपा जाएगा। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने शहीद जवान शैलेन्द्र प्रताप सिंह के शौर्य को नमन करते हुए उन्हें भावभीनी श्रद्धांजलि दी है। मुख्यमंत्री ने शहीद के परिजनों को 50 लाख रुपये की आर्थिक सहायता, एक सरकारी नौकरी तथा ज‍िले की एक सड़क का नाम शहीद शैलेंद्र प्रताप के नाम पर रखने की घोषणा की है।

शहीद शैलेंद्र के पिता नारेंद्र बहादुर सिंह आइटीआइ में नौकरी करते थे। तीन साल पहले ही वह सेवानिवृत्त हुए हैं। शैलेंद्र की तीन बहनों में से दो की शादी हो चुकी है। छोटी बहन का रिश्ता भी इसी नवरात्र में तय होना था, लेकिन उसके पहले ही परिवार पर दुखों का पहाड़ टूट पड़ा। बता दें कि शैलेंद्र का परिवार पहले गांव में रहता था। अब उनके पिता ने शहर में ही मलिकमऊ में आवास बना लिया है। शैलेंद्र की पत्नी चांदनी और सात साल का बेटा कुशाग्र भी यहीं रहते हैं।

बहन का रिश्ता तय करने आना था

15 अक्टूबर को शैलेंद्र को छुट्टी पर आना था। उनकी छोटी बहन का रिश्ता तय होना था। फरवरी में जब वह छुट्टियों पर आए थे, तभी विवाह को लेकर बातचीत शुरू हो गई थी। फिर वह 20 मार्च को ड्यूटी पर जम्मू चले गए। अभी घरवाले उनके आने की राह देख रहे थे कि इस बीच दिल को झकझोर देने वाली खबर आ गई। उनका पूरा परिवार शोक में डूबा हुआ है। रायबरेली-डीएम वैभव श्रीवास्तव के निर्देश पर एसडीएम शालिनी प्रभाकर शहीद के घर पहुंची। उनके साथ सीओ डॉ अंजनी चतुर्वेदी भी थे। 

जनपद की एक सड़क का नामकरण शहीद के नाम 

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने जम्मू और कश्मीर में आतंकी हमले में शहीद जवान शैलेन्द्र प्रताप सिंह के शौर्य और वीरता को नमन करते हुए उन्हें भावभीनी श्रद्धांजलि दी है। मुख्यमंत्री ने शहीद के परिजनों को 50 लाख रुपये की आर्थिक सहायता प्रदान करने की घोषणा की है। उन्होंने शहीद के परिवार के एक सदस्य को सरकारी नौकरी देने तथा जनपद की एक सड़क का नामकरण शहीद शैलेन्द्र प्रताप सिंह के नाम पर करने की भी घोषणा भी की है। मुख्यमंत्री ने शहीद के परिजनों के प्रति संवेदना व्यक्त करते हुए कहा कि शोक की इस घड़ी में राज्य सरकार उनके साथ है। प्रदेश सरकार द्वारा शहीद के परिवार को हर सम्भव मदद प्रदान की जायेगी।

गौरतलब है क‍ि सोमवार को आतंक‍ियादक्षिण कश्मीर के जिला पुलवामा में तंगन बाइपास मार्ग पर पुलिस और सीआरपीएफ की रोड ओपनिंग पार्टी पर घात लगाकर हमला कर द‍िया। आतंकी मोटरसाइकिल पर सवार थे और हमले के तुरंत बाद ही वहां से फरार हो गए। जम्मू-कश्मीर पुलिस के आइजीपी कश्मीर विजय कुमार ने आतंकियों की पहचान करने का दावा किया है। उन्होंने कहा कि इस हमले के पीछे लश्कर-ए-तैयबा आतंकी संगठन का हाथ है। हमले में दो आतंकी शामिल थे और दोनों की ही पहचान कर ली गई है। जल्द ही उन्हें पकड़ लिया जाएगा। इस हमले में सीआरपीएफ की 110 बटालियन के दो जवान शहीद हो गए हैं, जबकि 3 अन्य गंभीर रूप से घायल हुए हैं। पांपोर आतंकी हमले में शहीद हुए सीआरपीएफ की 110 बटालियन के जवानों की पहचान ड्राइवर कांस्टेबल धमेंद्र त्रिपाठी निवासी मध्य प्रदेश, कांस्टेबल शैलेंद्र प्रताप सिंह निवासी उत्तर प्रदेश के तौर पर हुई है।

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