Coronavirus News: मास्क हटा तो घट जाएंगी सांसें, थोड़ी सी लापरवाही से घर में दाखिल हो सकता है बड़ा खतरा

लोग नहीं समझ रहे मास्क और सैनिटाइजर की गंभीरता थोड़ी सी लापरवाही से घर में दाखिल हो सकता है कोरोना।

By Anurag GuptaEdited By: Publish:Sat, 25 Jul 2020 04:52 PM (IST) Updated:Sun, 26 Jul 2020 06:21 AM (IST)
Coronavirus News: मास्क हटा तो घट जाएंगी सांसें, थोड़ी सी लापरवाही से घर में दाखिल हो सकता है बड़ा खतरा
Coronavirus News: मास्क हटा तो घट जाएंगी सांसें, थोड़ी सी लापरवाही से घर में दाखिल हो सकता है बड़ा खतरा

लखनऊ, जेएनएन। कोरोना से लड़ते हुए छह माह से अधिक हो रहे हैं। वैक्सीन का फिलहाल अभी इंतजार हो रहा है। दवाओं के अलग-अलग ट्रायल जारी हैं। कहने का आशय यह है कि अभी तक इस महामारी से निपटने के कोई कारगर उपाय हमारे पास उपलब्ध नहीं हैं। सिवाय इसके कि हम अपने को इस वायरस से महफूज रखने के लिए कुछ बातों का ध्यान रखें। इसमें मास्क, सैनिटाइजर व सोशल डिस्टेंसिंग बेहद अहम हैं। हालांकि, मास्क का उपयोग बहुत सारे लोग करते दिखाई दे रहे हैं, लेकिन लापरवाही ऐसी है कि मास्क पहनना न पहनना बराबर है।

चिकित्सक कहते हैं कि कोरोना का संक्रमण चेहरे पर हाथ लगाने, नाक से व मुख के माध्यम से शरीर में पहुंचता है, ऐसे में यदि हम थोड़ा सा ध्यान दें तो इस संक्रमण से बचाव संभव है। वहीं हैंड हाईजीन के लिए सैनिटाइजर और साबुन का उपयोग बहुत महत्वपूर्ण है। लोग ऐसा कह सकते हैं कि वह मास्क और सैनिटाइजर का उपयोग करते हैं, लेकिन बाजारों में जिस तरीके से लोग मास्क गले में लटकाए घूम रहे हैं उससे तो यही लगता है कि उन्हेंं न तो स्वयं की चिंता है और न ही दूसरों की। ऐसे ही लोगों के वजह से संक्रमण रुकने का नाम नहीं ले रहा है। हालांकि, कुछ ऐसे लोग भी हैं जो मास्क और  सैनिटाइजर का उपयोग नियमित रूप से करते हैं।

 किंग जॉर्ज चिकित्सा विश्वविद्यालय केजीएमयू के इनफेक्शियस डिजीज हॉस्पिटल के प्रभारी डॉक्टर डी. हिमांशु कहते हैं कि यदि लोग मास्क व हैंड हाईजीन का पूरा ध्यान रखें तो इस संक्रमण पर काफी हद तक काबू पाया जा सकता है। संक्रमण काल में ज्यादा से ज्यादा घर पर रहने की आदत डालें। वह कहते हैं कि कोरोना का संक्रमण जब हम सांस लेते हैं तो नाक के माध्यम से और मुंह के माध्यम से शरीर में पहुंचता है। यदि दोनों बातों का ध्यान रख लिया जाए तो इस पर काबू मुमकिन है।

मास्क का जरूर इस्तेमाल करें

घर से बाहर निकलते वक्त मास्क का यूज करना बेहद जरूरी है। ज्यादातर लोग डिस्पोजेबल मास्क का इस्तेमाल करते हैं, जिसे सॢजकल मास्क के नाम से भी जाना जाता है। इस मास्क का इस्तेमाल डॉक्टर, रोगी और दूसरे मेडिकल स्टाफ करते हैं। यह डिस्पोजेबल मास्क 3 से 8 घंटे तक ही प्रभावी रहता है। एक हद तक ही यह कोरोना वायरस से बचाव कर सकता है।

--कोरोना से बचाव के लिए रेस्पिरेटर मास्क पर सरकार ने रोक लगाई है। कारण यह है कि ऐसे मास्क जिनमें रेस्पिरेटर लगा होता है, उससे मास्क पहनने वाला तो सुरक्षित रहता है, लेकिन सामने वाला संक्रमित हो सकता है। इसके अंदर जो फिल्टर लगे होते हैं, वो किसी भी बैक्टीरिया के संक्रमण को रोकने में सक्षम होते हैं, लेकिन यदि संक्रमित व्यक्ति ऐसा मास पहनता है तो उससे निकलने वाली ड्रॉपलेट सामने वाले को संक्रमित कर सकती है।

-- चिकित्सकों के अनुसार कोरोना वायरस का साइज 7:00 से 260 नैनोमीटर के बीच वैरी करता है, ऐसे में तीन लेयर वाले कॉटन कपड़े के बने मास्क संक्रमण को रोकने के लिए पर्याप्त माने गए हैं। अच्छी बात यह है कि आप इन मास्क को प्रयोग के बाद हर रोज धोकर दोबारा इस्तेमाल कर सकते हैं।

हर सैनिटाइजर संक्रमण रोकने में सफल नहीं

अल्कोहल बेस्ड सैनिटाइजर कोरोना वायरस से बचाव के लिए उपयुक्त माने गए हैं। विश्व स्वास्थ्य संगठन के अनुसार अल्कोहल बेस्ड सैनिटाइजर का ही इस्तेमाल करना चाहिए। किसी ऐसी चीज को छूने के बाद जिससे संक्रमण का डर हो, तुरंत साबुन से अच्छी तरह से 20 सेकेंड तक हाथ धोना जरूरी है। यदि साबुन और पानी उपलब्ध नहीं है तो आपको सैनिटाइजर का प्रयोग करना चाहिए।

बाहर जाने से बचें, जरूरत का सामान ऑनलाइन मंगवाएं

महामारी के इस दौर में यदि बहुत जरूरी न हो तो घर से बाहर जाने से बचें। कोशिश करें कि बाजार का काम एक ही बार में निपटा दें, जिससे बार-बार जाने की जरूरत न पड़े। आजकल ऑनलाइन शॉपिंग का भी चलन बढ़ा है। यह बहुत सुरक्षित है और आपके एक फोन कॉल पर सामान दरवाजे पर डिलीवर हो जाता है। इससे आपके अन्य लोगों के साथ एक्सपोज होने का खतरा नहीं रहता। अलीगंज निवासी मानसी सक्सेना बताती हैं कि पहले समय व्यतीत करने के लिए हम लोग थोड़ा-थोड़ा सामान भी लाने के लिए बाजार चले जाते थे, लेकिन कोविड-19 संक्रमण के चलते आदत बदल ली है। अब जरूरी सामान चाहे वह ग्रॉसरी हो, फल हो या सब्जियां, फोन पर ऑर्डर करके ही मंगवा लेते हैं। इससे बाहर जाना नहीं पड़ता है। वह कहती हैं कि यह समय की जरूरत है। इस समय संक्रमण से बचाव बेहद जरूरी है। इसलिए बाहर कम से कम निकलना चाहिए। वह कहती हैं कि अब तो दवा भी फोन करके घर पर ही मंगवा लेते हैं।

बाहर जाने से पहले तैयारी जरूरी

 यदि आप घर से बाहर जा रहे हैं तो कुछ बातों का ध्यान अवश्य रखें। मास्क अवश्य लगाएं, सैनिटाइजर की छोटी बोतल अपने पास रखें। संभव हो तो ग्लब्स पहन सकते हैं। बाहर जाते समय जूते जरूर पहनें। दुकान से सामान ले रहे हों तो यह अवश्य देख लें कि दुकानदार ने मास्क पहनना है अथवा नहीं। कोशिश करें कि ऐसे दुकानदार से सामान न लें जो मास्क का प्रयोग ना करता हो। दरअसल, मास्क न पहनना संक्रमण की एक बहुत बड़ी वजह है। बाजार के थैलों के बजाय आप अपना थैला घर से लेकर जाएं और उसमें सामान रखवाएं। यदि तुरंत जरूरत न हो तो सामान को 24 से 48 घंटे तक अलग रखा रहने दें, उसके बाद ही उसका प्रयोग करें। बाजार से आने पर सबसे पहले अपने हाथ साबुन से अच्छी तरीके से 20 सेकेंड तक धोएं, उसके बाद हाथ और पैर भी धो लें। यदि स्नान न कर पाएं तो कपड़े बदल कर साफ कपड़े पहनें और बाजार के कपड़ों को धोने के लिए डाल दें।

यह है बहुत जरूरी सफाई के लिए अपने हाथों को लगातार धोते रहें। हाथ गंदे नहीं होने पर भी उसे धोएं। हाथ धोने के बाद टिशू का प्रयोग कर उसे पोछ लें। छींकने और खांसने के दौरान अपने मुंह पर हाथ रखें। ऐसे लोग जो लोग छींक रहे हों, उनसे दूरी बनाकर रखें। बार-बार अपने चेहरे, नाक और आंखों को छूने से बचना चाहिए। एक-दूसरे से दूर रहें, सार्वजनिक स्थानों पर भीड़ न बढ़ाएं। कमरे का तापमान 30 डिग्री सेल्सियस से अधिक रखें, इससे संक्रमण होने की संभावना कम होती है। दरवाजे-खिड़कियों को खुला रखकर ताजी हवा में सांस लें। चेहरे, खासकर नाक, होंठ या पलकों को छूने से बचें। दूसरों द्वारा उपयोग की जाने वाली सतहों के संपर्क में आने के बाद जल्द ही अपने हाथों को साबुन से धोएं या सैनिटाइज करें। बाजार, मॉल, थिएटर, बस टॢमनल, हवाई अड्डों जैसी लंबी कतारों और भीड़-भाड़ वाली जगहों से बचें। यदि ऐसा संभव नहीं है तो लोगों से सुरक्षित दूरी बनाए रखें। आपके पास मास्क नहीं है या आप उसे लाना भूल गए हों तो साफ रुमाल,गमछा या किसी साफ कपड़े का उपयोग कर सकते हैं। नाक और मुंह को ढंकने के लिए रुमाल की कम से कम तीन परत बनाते हुए उसे मुंह पर बांध सकते हैं। रुमाल को चेहरे पर लगाने से पहले अपने हाथों को साबुन और पानी से साफ करें और फिर मास्क पहनें। नाक और मुंह दोनों को कवर किया जाना चाहिए और चेहरे और रुमाल या मास्क के बीच कोई जगह नहीं होना चाहिए। मास्क को छूते न रहें और मास्क के सामने वाले हिस्से को बिल्कुल भी टच न करें।

कपड़े के बने मास्क सुविधाजनक

डॉ.कुलदीप कुमार बताते हैं कि उन्हेंं पहले मास्क पहनने में परेशानी होती थी। सांस लेने में दिक्कत होने के साथ ऐसा लगता था कि दम घुट रहा है। उन्होंने इसका उपाय यह निकाला कि घर पर ही मोटे कपड़े के तीन लेयर वाले कॉटन के मास्क तैयार करवाए। वह कहते हैं कि अब मैं कपड़े के इन मास्क को आराम से काफी समय तक पहन सकता हूं। यही नहीं इस्तेमाल के बाद साबुन व गर्म पानी से धुलवा देता हूं। इससे सांस लेने में भी कोई परेशानी नहीं होती। डॉक्टर कुमार बताते हैं कि कोरोना वायरस का साइज 2.5 माइक्रोन से अधिक होता है। इसलिए इससे बचाव के लिए कपड़े के तीन लेयर वाले कपड़े के बने मास्क पूरी तरह से उपयुक्त हैं। वह कहते हैं कि बहुत से लोगों को यह दिक्कत है कि मास्क पहनने के बाद उन्हेंं सांस लेने में दिक्कत होती है। ऐसे में कपड़े के बने मास्क सुरक्षा देने के साथ कंफर्टेबल भी रहते हैं।

बाहर से घर वापस आने के बाद बरतें यह सावधानियां चाबियों, उपकरणों आदि को किसी बॉक्स या सुरक्षित स्थान पर रखें। अपने कपड़े बदलें और उन्हेंं धोएं। यदि आप धो नहीं सकते हैं, तो उन्हेंं एक पॉलिथीन बैग के अंदर अलग से रखें। रेलिंग, हैंडल, डोर नॉब, चेयर आम्र्स, स्मार्ट फोन, डायल पैड, कंप्यूटर के प्रमुख पैड, लिफ्ट एलीवेटर बटन, डोरबेल्स को छूते समय सावधान रहें।  सामान लाने-ले जाने के लिए अपने प्रमुख हाथ (आमतौर पर दाएं हाथ का उपयोग करते हैं तो बाएं हाथ का उपयोग करें) का उपयोग करने से बचें। दूसरों द्वारा उपयोग की जाने वाली सतहों के संपर्क में आने के बाद जल्द ही अपने हाथों को साफ करें।

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