लखनऊ में कोरोना वैक्‍सीनेशन में अजब खेल, मौत के सात माह बाद बुजुर्ग महिला को लगी दूसरी डोज

Lucknow coronavirus news update today लखनऊ निवासी 60 वर्षीय शीला कन्नौजिया को पिछले वर्ष मई माह में कोरोना हो गया था। जिस पर परिजनों ने उन्हें केजीएमयू में भर्ती कराया था। जहां इलाज के दौरान 22 मई को उनकी मौत हो गई थी।

By Anurag GuptaEdited By: Publish:Sat, 22 Jan 2022 07:24 PM (IST) Updated:Sat, 22 Jan 2022 07:24 PM (IST)
लखनऊ में कोरोना वैक्‍सीनेशन में अजब खेल, मौत के सात माह बाद बुजुर्ग महिला को लगी दूसरी डोज
मौत के सात माह बुजुर्ग महिला को दूसरी डोज लगाई।

लखनऊ, जागरण संवाददाता। कोरोना के बढ़ते मरीजों की संख्या को देखते हुए टीकाकरण किया जा रहा है लेकिन ऐसा लग रहा है कि टीका लगाने वाले लोगों की संख्या को बढ़ाने के लिए गड़बड़झाला भी किया जा रहा है। शनिवार को एक मामला सामने आया है जहां मौत के सात माह बाद बुजुर्ग महिला को दूसरी डोज लगा दी गई। मृतिका के बेटे के मोबाइल पर दूसरी डोज लगाने का संदेश पहुंचा तो परिवार वाले हैरान रह गए। संदेश के साथ-साथ टीकाकरण पूर्ण होने का प्रमाण-पत्र भी पहुंच गया। सभी दंग है कि ऐसा कैसे हो सकता है। स्वास्थ्य विभाग पर सवालिया निशान खड़े हो गए हैं।

बालागंज निवासी 60 वर्षीय शीला कन्नौजिया को पिछले वर्ष मई माह में कोरोना हो गया था। जिस पर परिजनों ने उन्हें केजीएमयू में भर्ती कराया था। जहां इलाज के दौरान 22 मई को उनकी मौत हो गई थी। बेटे श्यामू कन्नौजिया के बताया कि तीन अप्रैल को उन्होंने अपनी मां को पहली डोज लगवाई थी। कुछ दिन बाद उनकी तबीयत बिगड़ गई थी। निधन होने की वजह से उनको दूसरी डोज नहीं लगाई गई थी, लेकिन पता नहीं अब 22 जनवरी को उनके टीकाकरण की दूसरी डोज लगाने का संदेश आया।

टीकाकरण की दूसरी डोज लगने संबंधी प्रमाण-पत्र भी पोर्टल पर आ गया। जिसे अपलोड किया जा सकता है। फर्जी टीका लगने की घटना उजागर होने के बाद स्वास्थ्य विभाग में हलचल हो गई। इस संबंध में नोडल इंचार्ज एमके सिंह ने बताया क‍ि जानकारी म‍िली, जांच कराई जाएगी। उधर, अलीगंज स्थित नगरीय सामुदायिक केंद्र की अधीक्षक डा. अनामिका का कहना है कि आपरेटर की तरफ से ये गलती हुई है।जिसे सही कराया जा रहा है।

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