केजीएमयू में अक्टूबर से किडनी ट्रांसप्लांट भी

लखनऊ। किंग जार्ज चिकित्सा विश्वविद्यालय (केजीएमयू) में अक्टूबर से किडनी ट्रांसप्लांट शुरू करने की तै

By Edited By: Publish:Sun, 21 Sep 2014 12:16 PM (IST) Updated:Sun, 21 Sep 2014 12:16 PM (IST)
केजीएमयू में अक्टूबर से किडनी ट्रांसप्लांट भी

लखनऊ। किंग जार्ज चिकित्सा विश्वविद्यालय (केजीएमयू) में अक्टूबर से किडनी ट्रांसप्लांट शुरू करने की तैयारी है। आर्गन ट्रांसप्लांट ओपीडी की शुरुआत 15 दिन पहले हो चुकी है। फिलहाल शताब्दी अस्पताल में डायलिसिस मशीनें लगाने का काम जारी है और उम्मीद है कि हफ्ते भर में मशीनें पूरी तरह से काम करने लगेंगी।

केजीएमयू में किडनी ट्रांसप्लांटेशन शुरू करने की लंबे अर्से से कवायद चल रही है। हालांकि कैडेवर से किडनी प्राप्त करके उसका प्रत्यारोपण संजय गांधी पोस्ट ग्रेजुएट इंस्टीट्यूट (एसजीपीजीआइ) में किया गया। केजीएमयू के कुलपति व आर्गन ट्रांसप्लांट विभाग के अध्यक्ष प्रो. रवि कांत ने बताया कि केजीएमयू में डायलिसिस यूनिट की कमी थी। शताब्दी अस्पताल में पांच डायलिसिस यूनिट लगाई जा रही है। इसके बाद ट्रांसप्लांट के लिए सभी जरूरी सुविधाएं मुहैया हो जाएंगी। आर्गन ट्रांसप्लांट के लिए टीम तैयार है और अगले माह से ट्रांसप्लांट की शुरुआत हो जाएगी।

आर्गन ट्रांसप्लांट विभाग के असिस्टेंट प्रोफेसर डा.मनमीत बताते हैं कि कैडेवर से प्राप्त किडनी का भी ट्रांसप्लांट किया जाएगा। कैडेवरिक आर्गन ट्रांसप्लांट के लिए लगभग 35 मरीजों की सूची तैयार है। उन्होंने कहा कि यदि मरीज को डायलिसिस की जरूरत बार-बार पड़ रही हो तो किडनी ट्रांसप्लांट कराना ठीक रहता है। बताते हैं कि एसजीपीजीआइ में ट्रांसप्लांट पर जहां 3-4 लाख रुपए खर्च आता है वहीं, उम्मीद है कि केजीएमयू में लगभग आधी राशि में ही ट्रांसप्लांट मुमकिन हो सकेगा। इसके अलावा पीजीआइ में मरीजों का लोड भी कम होगा।

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ओपीडी सुबह नौ बजे से

केजीएमयू के न्यू ओपीडी ब्लॉक में आर्गन ट्रांसप्लांट विभाग की ओपीडी सोमवार से शनिवार तक सुबह नौ से 12 बजे से होती है। वो मरीज जिनके पास डोनर उपलब्ध है, अब किसी भी समय किडनी ट्रांसप्लांट के लिए संपर्क कर सकते हैं।

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