IISF 2018: हरित क्रांति से लेकर स्पेस प्रोग्राम तक सब कुछ विज्ञानः रामनाथ कोविंद

राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने कहा कि हरित क्रांति से लेकर स्पेस प्रोग्राम तक सब विज्ञान की ही देन है। स्वच्छ भारत मिशन एक वैज्ञानिक पहल है।

By Nawal MishraEdited By: Publish:Sat, 06 Oct 2018 07:53 PM (IST) Updated:Sun, 07 Oct 2018 08:07 AM (IST)
IISF 2018: हरित क्रांति से लेकर स्पेस प्रोग्राम तक सब कुछ विज्ञानः रामनाथ कोविंद
IISF 2018: हरित क्रांति से लेकर स्पेस प्रोग्राम तक सब कुछ विज्ञानः रामनाथ कोविंद

लखनऊ (जेएनएन)। राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने कहा कि विज्ञान पहले से ही भारतीय संस्कृति का हिस्सा रहा है। सदियों पहले हमारे पूर्वजों ने गणित के सूत्र व शून्य की अवधारणा को उजागर किया था। हरित क्रांति से लेकर स्पेस प्रोग्राम तक सब विज्ञान की ही देन है। जुगाड़ तकनीक पर उन्होंने कहा कि यह कट-पेस्ट प्रयोग और कम खर्च में होने वाला इनोवेशन है। इसकी अलग भूमिका है। अगर हमें भारत को मध्यम आय अर्थव्यवस्था वाला देश बनाना है, साथ ही इसे एक उन्नत औद्योगिक शक्ति में बदलना है, तो हमें अपने ज्ञान के इंजनों को अपग्रेड करना होगा।

समारोह विज्ञान का कुंभ मेला

राष्ट्रपति शनिवार को इंदिरा गांधी प्रतिष्ठान में आयोजित चौथे इंडिया इंटरनेशनल साइंस फेस्टिवल के उद्घाटन अवसर पर बोल रहे थे। उन्होंने कहा कि यह समारोह विज्ञान का कुंभ मेला है। यूपी हमेशा से ही कुंभ के लिए प्रसिद्ध है। अब विज्ञान कुंभ के लिए भी यूपी जाना जाएगा। कहा कि स्वच्छ भारत मिशन एक वैज्ञानिक पहल है। मिशन इंद्रधनुष व आयुष्मान भारत सहित सभी योजनाएं विज्ञान से ओतप्रोत हैं। कृषि क्षेत्र में होने वाले इनोवेशन ने किसानों को बहुत राहत दी है। सिंचाई से लेकर बोआई तक हर क्षेत्र में विज्ञान ने प्रगति की है।वैज्ञानिकों का कर्तव्य है कि ऐसे आविष्कार करें जिससे कि लोगों का जीवन आसान हो। प्राइम मिनिस्टर रिसर्च फेलोशिप प्रोग्राम ने भी लोगों को अपना टैलेंट निखारने का मौका दिया है। देश को आगे ले जाने में विज्ञान महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकता है, लेकिन यह स्कूलों की प्रयोगशालाओं, विश्वविद्यालयों और रोजमर्रा की गतिविधियों में विज्ञान का उपयोग करके व एक जन आंदोलन के बिना संभव नहीं होगा।

नैनो तकनीक में भारत का विश्व में तीसरा नंबर

इससे पहले केंद्रीय विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी मंत्री डॉ. हर्षवर्धन ने कहा कि नैनो तकनीक में भारत पूरे विश्व में तीसरे नंबर पर है। सुनामी वार्निंग देने में हम पहले नंबर पर हैं। साइंटिफिक पब्लिकेशन में हमारा नंबर छठा है। हमने रिकॉर्ड 104 सेटेलाइट छोड़े हैं। प्रधानमंत्री का सपना है कि वर्ष 2030 में इंडिया सर्वश्रेष्ठ तीन वैज्ञानिक देशों में अपना स्थान बनाए। 

विज्ञान ने जीवन सुंदर व आसान बनाया 

राज्यपाल राम नाईक ने कहा कि विज्ञान ने हमारा जीवन सुंदर व आसान बनाया है। इस विज्ञान समारोह में 12 हजार लोगों ने पंजीकृत कराया है। इसलिए इसे विज्ञान का कुंभ कहा जाएगा। इस मौके पर उप मुख्यमंत्री डॉ. दिनेश शर्मा सहित कई अन्य लोग मुख्य रूप से उपस्थित थे। 

परंपरागत मेधा से कर सकते कल्याण : योगी

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि परंपरागत ज्ञान व मेधा का उपयोग करते हुए हम मानवता का कल्याण कर सकते हैं। हमारे वैज्ञानिकों ने दुनिया को राह दिखाई। जब भी प्राचीन ग्रंथों की बात होती है तो हमारा ऋगवेद का नाम सबसे पहले आता है। उन्होंने कहा कि आज दुनिया में भारत को जो पहचान मिली है वह ज्ञान व विज्ञान की देन है। सीएम ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी व केंद्रीय मंत्री डॉ. हर्षवर्धन का इस समारोह को लखनऊ में आयोजित करवाने के लिए धन्यवाद दिया।

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