Hunar Haat : कारीगरों को जमीन नहीं, सरकार के सहयोग की जरूरत : योगी आदित्यनाथ

लखनऊ के अवध शिल्प ग्राम में आयोजित इस हुनर हाट के उद्घाटन के बाद मुख्यमंत्री ने इस शिकरत करने वालों को संबोधित किया। उन्होंने कहा उत्तर प्रदेश में तमाम तरह की संभावनाएं मौजूद हैं।

By Dharmendra PandeyEdited By: Publish:Sat, 11 Jan 2020 01:11 PM (IST) Updated:Sat, 11 Jan 2020 01:14 PM (IST)
Hunar Haat : कारीगरों को जमीन नहीं, सरकार के सहयोग की जरूरत : योगी आदित्यनाथ
Hunar Haat : कारीगरों को जमीन नहीं, सरकार के सहयोग की जरूरत : योगी आदित्यनाथ

लखनऊ, जेएनएन। सूबे की राजधानी लखनऊ में 12 जनवरी से होने वाले पांच दिवसीय 23 वें राष्ट्रीय युवा उत्सव से पहले ही शनिवार को हुनर हाट से आगाज से इसका माहौल तैयार हो गया। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के साथ केंद्रीय अल्पसंख्यक कल्याण मंत्री मुख्तार अब्बास नकवी ने इसका उद्घाटन किया।

लखनऊ के अवध शिल्प ग्राम में आयोजित इस हुनर हाट के उद्घाटन के बाद मुख्यमंत्री ने इस शिकरत करने वालों को संबोधित किया। उन्होंने कहा कि उत्तर प्रदेश में तमाम तरह की संभावनाएं मौजूद हैं। विगत दो वर्षों के बीच मैंने महसूस किया है कि अगर हम थोड़ा सा सपोर्ट करें तो उत्तर प्रदेश के कारीगर देश और पूरी दुनिया में अपने शिल्प और अपनी कला का लोहा मनवा सकते हैं। उन्होंने कहा कि मुझे बताते हुए बहुत प्रसन्नता हो रही है कि अपने परंपरागत उद्यम में कारीगरों, कलाकारों के सहयोग और मेहनत की वजह से उत्तर प्रदेश का निर्यात प्रतिशत 28 प्रतिशत रहा जबकि पूरे देश का निर्यात प्रतिशत केवल प्रतिशत रहा है।

सीएम योगी आदित्यनाथ ने कहा कि पिछली सरकार के उपेक्षित होने की वजह से शिल्पकारों ने मुख मोड़ा। जिससे हमारी दस्तकारी शिल्पकारी गायब हो रही थी। इसके बाद पीएम नरेंद्र मोदी ने उन कारीगरों को अपने उत्पादों को प्रदर्शित करने के लिए एक उचित प्लेटफार्म दिया है। कारीगरों को जमीन की नही सरकार के सहयोग की जरूरत पड़ती है। मैंने तो दो वर्षों में महसूस किया है, इनको सहयोग मिल जाये तो यही कारीगर देश विदेश को लोहा मनवाने की हिम्मत रखते है।

उन्होंने कहा कि यूपी के हर जनपद में अपनी अलग पहचान है। कन्नौज महक के लिए तो मेरठ क्रिकेट के बैट के साथ खेल के अन्य प्रोडक्ट के लिए मशहूर है। हमने इसीलिए वन डिस्ट्रिक वन प्रोडक्ट लागू किया था। हमने विश्वकर्मा समाज योजना की शुरुआत की। जिससे माटी कुम्हार तथा लोहार को उनकी परंपरागत कला को आगे बढ़ाने का मौका मिला। इसके साथ ही कारीगरों को टूल किट दिया जा रहा है। जिससे वो अपना काम शुरू कर सकें।अब तो परम्परागत कार्यो को करने के लिए ट्रेनिग दी जाएगी। उसका हम प्रमाण पत्र देंगे। इन सभी को अपने काम को आगे बढ़ाने के लिए सरकार ने पैसे की व्यवस्था भी की है। इनको पीएम व सीएम रोजगार योजना से लोन मिलेगा।

सीएम योगी आदित्यनाथ ने कहा कि 'एक जनपद-एक उत्पाद' योजना के तहत हमने अपने शिल्पियों, उद्यमियों को प्रोत्साहित करने के लिए दुनिया भर की एक्जिबिशन में आने-जाने की सब्सिडी देने, उनके उत्पादों की ब्रांडिंग, मैपिंग और मार्केटिंग के लिए कार्यक्रम बनाया है। 24 जनवरी, 2018 को 68 वर्ष के बाद जब पहली बार उत्तर प्रदेश के स्थापना दिवस के कार्यक्रम का आयोजन किया गया तो हमने प्रदेश में परंपरागत उद्यम और शिल्पकारों को आगे बढ़ाने के लिए 'एक जनपद-एक उत्पाद' योजना का शुभारंभ किया।

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि लखनऊ में देश के हुनर को जोरदार तरीके से प्रस्तुत करने के लिए आज से हुनर हॉट को शुरू करने के लिए अल्पसंख्यक केंद्रीय मंत्री को बधाई है। एक समय यूपी इस मामले में नम्बर एक स्थान पर था।

केंद्रीय अल्पसंख्यक कल्याण मंत्री मुख्तार अब्बास नकवी ने कहा कि परंपरागत उद्यम के कलाकारों को 'हुनर हाट' के माध्यम से अपने उत्पादों को पूरी दुनिया में निर्यात करने का माध्यम मिलेगा। भारत सरकार के तत्वावधान में देश के विभिन्न राज्यों में 'हुनर हाट' के आयोजन हो रहे हैं। इससे निश्चित ही परंपरागत उद्यम, कलाकार और शिल्पकार इससे लाभान्वित होंगे। 

chat bot
आपका साथी