सात महीने बीतने के बाद भी नहीं लग पाई पुराने वाहनों में हाई सिक्योरिटी नंबर प्लेट

प्रदेश में करीब सवा तीन करोड़ पुराने वाहनों में लगाई जानी है एचएसआरपी आदेशों के बाद भी वाहनों में सुरक्षा प्लेट की कार्रवाई अब तक आगे नहीं बढ़ी।

By Anurag GuptaEdited By: Publish:Mon, 27 Jul 2020 05:11 PM (IST) Updated:Mon, 27 Jul 2020 05:11 PM (IST)
सात महीने बीतने के बाद भी नहीं लग पाई पुराने वाहनों में हाई सिक्योरिटी नंबर प्लेट
सात महीने बीतने के बाद भी नहीं लग पाई पुराने वाहनों में हाई सिक्योरिटी नंबर प्लेट

लखनऊ, जेएनएन। नंबर प्लेट में मनमानी और छेड़छाड़ रोकने के लिए प्रदेश के सवा तीन करोड़ पुराने वाहनों में दावों के बाद भी हाई सिक्योरिटी रजिस्ट्रेशन प्लेट एचएसआरपी अब तक नहीं लग पाई है। सात माह बीत चुके हैं लेकिन अभी तक यह प्रक्रिया एक इंच भी आगे नहीं बढ़ पाई है।

वाहनों की सुरक्षा को लेकर जनवरी माह में नए वाहनों की तरह ही पुरानी गाड़ियों में एचएसआरपी लगाए जाने के आदेश दिए गए थे। परिवहन आयुक्त ने इस संबंध में संभागीय परिवहन अधिकारियों को गाइडलाइन जारी करते हुए डीलर्स से इस दिशा में तत्काल कार्रवाई आगे बढ़ाने को कहा गया था। इसके लिए पंद्रह दिन का वक्त दिया गया था। इसमें पुराने वाहनों में एचएसआरपी कैसे लगेगी, आवेदन कैसे होगा और डीलर ऑनलाइन प्रक्रिया को कैसे आगे बढ़ाएगा ? सख्ती के बाद गाइडलाइन तो बन गईं। नंबर प्लेट लगाने के रेट भी तय हो गए लेकिन उसके बाद कार्रवाई ठंडे बस्ते में पहुंच गई। अंतिम तिथि तय न होने से डीलरों और वाहन स्वामियों ने इस ओर ध्यान दिया। नतीजतन आदेशों को सात माह बीतने को हैं लेकिन प्रदेश के करीब सवा तीन करोड़ वाहनों में से शायद ही किसी ने पुरानी नंबर प्लेट बदली हो।

वाहनों की संख्या जिनमें लगाई जानी है एचएसआरपी

राजधानी-23,40,901 लखनऊ संभाग-46,44,849 प्रदेश- 3,27,12,000

अपर परिवहन आयुक्त एके पांडेय ने बताया कि लॉकडाउन की वजह से थोड़ा विलंब जरूर हुआ है। लेकिन कार्रवाई रुकी नहीं है। चूंकि पुराने वाहनों में एचएसआरपी के लिए अंतिम तिथि तय नहीं की गई, इसका लाभ वाहनस्वामी और डीलर उठा रहे हैं। उच्चाधिकारियों से वार्ता कर इसके लिए भी एक समय सीमा तय करनी होगी। तभी बेहतर परिणाम आएंगे।  वाहनों में सुरक्षा प्लेट लगाया जाना जरूरी है।

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