अजीत हत्याकांड में 50 हजार का इनामी शूटरों का मददगार गिरफ्तार, एसटीएफ ने लखनऊ में दबोचा
Ajit Singh murder case पिछले साल छह जनवरी 2021 को गोमतीनगर के कठौता चौराहे पर मुख्तार अंसारी का बेहद करीबी अजीत सिंह की हत्या कर दी गई थी। इस मामले में पुलिस और एसटीएफ को गैंगस्टर विपुल की तलाश थी। एसटीएफ ने उसे लखनऊ में दबोच लिया।
लखनऊ, जागरण संवाददाता। राजधानी के बहुचर्चित अजीत सिंह हत्याकांड में 50 हजार के इनामी और शूटरों के मददगार विपुल सिंह उर्फ विपिन को एसटीएफ की टीम ने मंगलवार को गिरफ्तार कर लिया। विपुल ने अजीत की हत्या में घायल शूटर राजेश तोमर को कार से सुलतानपुर लेकर गया था। इसके बाद वहां एक अस्पताल में उसका इलाज भी कराया था।
बीते साल छह जनवरी को अजीत सिंह की कठौता चौराहे के पास ताड़तोड़ गोलियां मार कर हत्या कर दी गई थी। घटना के समय अजीत अपने साथी मोहर सिंह के साथ था। इस दौरान अजीत सिंह की ओर से हुई फायरिंग में शूटर राजेश तोमर भी गोली लगने से घायल हो गया था। घटना में बाहुबली पूर्व सांसद धनंजय सिंह का भी नाम आया था। राजेश अलीगढ़ का रहने वाला है। पुलिस की पड़ताल में सामने आया था कि धनंजय सिंह के कहने पर ही राजेश को विपुल कार से लेकर इलाज कराने के लिए सुलतानपुर में एक डाक्टर के क्लीनिक पर लेकर गया था। राजेश का इलाज कराया गया था। विपुल सिंह जौनपुर के शाहगंज का रहने वाला है। घटना के बाद से विपुल फरार था। उस पर 50 हजार का इनाम घोषित किया गया था। शासन के आदेश पर जब जांच एसटीएफ को मिली तो विपुल की खोजबीन शुरू हुई। विपुल की गिरफ्तारी के लिए दबिश दी जा रही थी। मंगलवार को उसे गिरफ्तार कर लिया गया।