Indian Railways: रेल यात्रियों के लिए खुशखबरी, ट्रेनों में शुरू होगी पैंट्रीकार की सेवा; बेडरोल भी देने की तैयारी

Indian Railways ट्रेनों में बंद चल रहे रसोई यान की खानपान व्यवस्था को रेलवे बोर्ड बहाल करने जा रहा है। अब लंबी दूरी की ट्रेनों में यात्रियों को रसोई यान में ही बने रेडी टू ईट मील मिलेगा। एसी क्लास में सफर करने वाले यात्रियों को बेडरोल दिया जाएगा।

By Vikas MishraEdited By: Publish:Sat, 20 Nov 2021 12:36 PM (IST) Updated:Sun, 21 Nov 2021 08:08 AM (IST)
Indian Railways: रेल यात्रियों के लिए खुशखबरी, ट्रेनों में शुरू होगी पैंट्रीकार की सेवा; बेडरोल भी देने की तैयारी
एसी क्लास में सफर करने वाले रेल यात्रियों को पहले की तरह बेडरोल भी दिया जाएगा।

लखनऊ, जागरण संवाददाता। कोरोना के कारण बंद चल रही ट्रेनों में रसोई यान की खानपान व्यवस्था को रेलवे बोर्ड बहाल करने जा रहा है। अब लंबी दूरी की ट्रेनों में यात्रियों को रसोई यान में ही बने रेडी टू ईट मील मिलेगा। साथ ही एसी क्लास में सफर करने वाले यात्रियों को पहले की तरह बेडरोल भी दिया जाएगा। उत्तर रेलवे मुख्यालय ने बेडरोल को लेकर जहां लखनऊ सहित उसके क्षेत्र में आने वाले सभी पांच रेल मंडलों को इसकी तैयारी करने के आदेश जारी कर दिए हैं।

वहीं, रेलवे बोर्ड ने आइआरसीटीसी मुख्यालय को रसोई यान में खाना बनाने की सुविधा शुरू करने को कहा है। दोनों सुविधाओं को शुरू करने की तिथि जल्द जारी की जाएगी। रेलवे बोर्ड ने 15 नवंबर से ही स्पेशल ट्रेनों को पूर्व की तरह नियमित कर दिया था। यात्रियों के एसी किराए के साथ बेडरोल का चार्ज अब तक लगातार लिया जा रहा था। साथ ही शताब्दी जैसी ट्रेनों में मील चार्ज भी लिया जा रहा था। जबकि यात्रियों को सफर में खानपान का खर्च भी अलग से करना पड़ रहा था। रेलवे बोर्ड की एक्जक्यूटिव डायरेक्टर टूरिज्म व कैटरिंग वंदना भटनागर ने भारतीय रेलवे खानपान एवं पर्यटन निगम (आइआरसीटीसी) मुख्यालय को पूर्व की तरह ट्रेनों में ही खाना उपलब्ध कराने के आदेश दिए हैं। पिछले दिनों पंजाब मेल की रसोई यान में अंडा बिरयानी बनने पर रेलवे ने छापेमारी कर बड़ी कार्रवाई की थी।

मिलेगा बेडरोल भीः उत्तर रेलवे के जीएम आशुतोष गंगल ने 17 नवंबर को वीडियो कांफ्रेंसिंग कर अपने जोनल के लखनऊ, मुरादाबाद, फिरोजपुर, अंबाला व दिल्ली रेल मंडल को बेडरोल उपलब्ध कराने के आदेश दिए हैं। इस सुविधा को दोबारा शुरू करने से पहले सभी मंडल प्रशासन को अपने यहां चल रही ट्रेनों में पर्याप्त मात्रा में कंबल, चादर व तकिया की उपलब्धता, उसकी सफाई व दु्र्गंध की जांच को सुनिश्चित करना होगा। साथ ही मैकेनाइज्ड लांड्री की व्यवस्था को देखा जाएगा। अपनी अवधि पार कर चुके बेडरोल को उनके इस्तेमाल न किए गए समय तक इस्तेमाल करने की छूट रहेगी। नए सिरे से बेडरोल की धुलाई के लिए टेंडर जारी किए जाएंगे।

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