यूपी में तीन हजार परंपरागत कारीगरों को दी जाएगी विद्युत चलित चाक, रोजगार योजना के तहत 300 नई इकाईयों होंगी स्थापित

उत्‍तर प्रदेश में परंपरागत कारीगरों को बढ़ावा देने के ल‍िए राज्‍य सरकार ने कमर कस ली है। इसके तहत अब तीन हजार परंपरागत कारीगरों को विद्युत चलित चाक दी जाएगी। वहीं एक हजार पात्र लाभार्थियों को इसका प्रशिक्षण दिया जाएगा।

By Prabhapunj MishraEdited By: Publish:Fri, 20 May 2022 02:03 PM (IST) Updated:Fri, 20 May 2022 02:03 PM (IST)
यूपी में तीन हजार परंपरागत कारीगरों को दी जाएगी विद्युत चलित चाक, रोजगार योजना के तहत 300 नई इकाईयों होंगी स्थापित
परंपरागत कारीगरों को दी जाएगी विद्युत चलित चाक

लखनऊ, राज्य ब्यूरो । उत्‍तर प्रदेश सरकार ने परंपरागत कारीगरों की दशा सुधारने के द‍िशा में कदम बढ़ाते हुए प्रदेश के तीन हजार परंपरागत कारीगरों को विद्युत चलित चाक देने की घोषणा की है। यह निर्णय माटी कला बोर्ड की बैठक में लिया गया। वहीं एक हजार पात्र लाभार्थियों को मशीनों व उपकरणों को चलाने के लिए तीन दिवसीय प्रशिक्षण भी दिया जाएगा।

मुख्यमंत्री माटी कला रोजगार योजना के तहत 300 नई इकाईयां भी स्थापित की जाएंगी। वर्ष 2022-23 बोर्ड की कार्य योजना को मंजूरी देने के लिए उप्र खादी एवं गामोद्योग बोर्ड कार्यालय में आयोजित बैठक में माटी कला बोर्ड बोर्ड के अध्यक्ष ओम प्रकाश ओम प्रकाश गोला प्रजापति व महाप्रबंधक नवनीत सहगल मौजूद रहे।

रोजगार योजना के तहत नई इकाईयां स्थापित किए जाने से करीब 4200 रोजगार सृजन किए जाने का अनुमान है। इसके अतिरिक्त यह भी निर्णय लिया गया कि विपणन विकास सहायता योजना के अंतर्गत जनपद स्तर पर तीन दिवसीय एवं मुख्यालय स्तर पर 10 दिवसीय माटी कला मेले का आयोजन किया जाएगा।

बैठक में ओम प्रकाश गोला प्रजापति ने अधिकारियों को निर्देश दिए कि यह मुख्यमंत्री का ड्रीम प्रोजेक्ट है और माटी कला को बढ़ावा देने में किसी भी तरह की कसर न छोड़ी जाए।

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