मायावती की मुसलमानों से गठबंधन को एकतरफा वोट की अपील पर आयोग सख्त, तलब की रिपोर्ट

सहारनपुर के देवबंद में सपा-बसपा-रालोद गठबंधन की पहली संयुक्त रैली में बसपा अध्यक्ष मायावती का भाषण विवादों के घेरे में आ गया है।

By Umesh TiwariEdited By: Publish:Sun, 07 Apr 2019 08:59 PM (IST) Updated:Mon, 08 Apr 2019 05:28 PM (IST)
मायावती की मुसलमानों से गठबंधन को एकतरफा वोट की अपील पर आयोग सख्त, तलब की रिपोर्ट
मायावती की मुसलमानों से गठबंधन को एकतरफा वोट की अपील पर आयोग सख्त, तलब की रिपोर्ट

लखनऊ, जेएनएन। सहारनपुर के देवबंद में सपा-बसपा-रालोद गठबंधन की पहली संयुक्त रैली में बसपा अध्यक्ष मायावती का भाषण विवादों के घेरे में आ गया है। रैली में मायावती ने मुसलमानों से गठबंधन को एकतरफा वोट देने की अपील की। इसका संज्ञान लेते हुए मुख्य निर्वाचन अधिकारी ने सहारनपुर के जिलाधिकारी से रिपोर्ट मांगी है। भाजपा ने भी चुनाव आयोग से मायावती की इस अपील की शिकायत की थी।

भाजपा प्रदेश उपाध्यक्ष और चुनाव प्रबंधन प्रभारी जेपीएस राठौर ने रविवार को देवबंद की रैली में मायावती की मुसलमानों से की गई एकतरफा अपील को धार्मिक उन्माद फैलाने वाला भाषण बताया। लिखित शिकायत में उन्होंने कहा कि यह आचार संहिता का उल्लंघन है। किसी एक दल को सीधे वोट देने के लिए दबाव डालना उचित नहीं है। राठौर ने मांग की है कि चुनाव आयोग द्वारा कठोर कार्रवाई की जाए, ताकि भविष्य में ऐसी पुनरावृत्ति न हो।

अपने भाषण में मायावती ने कहा कि 'मैं खासतौर पर मुस्लिम समाज के लोगों से यह कहना चाहती हूं कि आपको भावनाओं में बहकर, रिश्ते-नातेदारों की बातों में आकर वोट बांटना नहीं है, बल्कि एकतरफा वोट गठबंधन को देना है।' मायावती ने रैली में मुसलमानों से खासतौर पर अपील करते हुए कहा कि वे कांग्रेस को वोट न देकर सिर्फ गठबंधन को वोट दें ताकि भाजपा को सत्ता से बेदखल किया जा सके।

गौरतलब हैै कि निर्वाचन आयोग ने लोकसभा चुनाव में सभी राजनीतिक दलों और नेताओं व प्रत्याशियों से प्रचार के दौरान जाति, धर्म, भाषा और क्षेत्र के नाम पर ऐसी भावनात्मक अपील करने से परहेज करने को कहा है जिससे समाज में वैमनस्य और तनाव बढ़ता हो।

जिला प्रशासन ने आयोग को भेजी रिपोर्ट 

सहारनपुर के नोडल अधिकारी (आचार संहिता) ज्ञानेंद्र सिंह ने बताया कि गठबंधन की रैली के दौरान बसपा सुप्रीमो मायावती के बयान की रिपोर्ट चुनाव आयोग ने मांगी थी। रिपोर्ट भेज दी गई है। अब फैसला आयोग को लेना है। जैसा निर्देश मिलेगा उसी के अनुसार कार्रवाई की जाएगी।

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