नहीं टलेगी पीसीएस मेंस 2017, परीक्षार्थी वेबसाइट से प्रवेशपत्र करें डाउनलोड

आयोग ने अभ्यर्थियों से कहा है कि उन्हें प्रारंभिक परीक्षा के ऑनलाइन आवेदन में किए गए दावों और मुख्य परीक्षा के लिए ऑनलाइन दी गई सूचना के आधार पर औपबंधिक प्रवेश दिया जा रहा है।

By Ashish MishraEdited By: Publish:Fri, 08 Jun 2018 09:35 AM (IST) Updated:Fri, 08 Jun 2018 09:40 AM (IST)
नहीं टलेगी पीसीएस मेंस 2017, परीक्षार्थी वेबसाइट से प्रवेशपत्र करें डाउनलोड
नहीं टलेगी पीसीएस मेंस 2017, परीक्षार्थी वेबसाइट से प्रवेशपत्र करें डाउनलोड

इलाहाबाद (जेएनएन)। पीसीएस (मुख्य) परीक्षा 2017 अब स्थगित नहीं होगी। उप्र लोकसेवा आयोग ने परीक्षा कार्यक्रम को यथावत रखते हुए वेबसाइट पर अभ्यर्थियों के प्रवेशपत्र अपलोड कर दिए हैं। इलाहाबाद और लखनऊ में दो पालियों में परीक्षा कराने के लिए आयोग ने तैयारी को भी अंतिम रूप देना शुरू कर दिया है।

आयोग ने अभ्यर्थियों से कहा है कि उन्हें प्रारंभिक परीक्षा के ऑनलाइन आवेदन में किए गए दावों और मुख्य परीक्षा के लिए ऑनलाइन दी गई सूचना के आधार पर औपबंधिक रूप से प्रवेश दिया जा रहा है।

इसलिए वे जिस ग्रुप में सफल घोषित हुए हैं यदि उसकी अर्हता आवेदन पत्र प्राप्ति की अंतिम तारीख 27 मार्च 2017 तक धारित करते हों तभी परीक्षा में शामिल हों, नहीं तो बाद में परीक्षण के दौरान अनर्ह पाए जाने पर उनका अभ्यर्थन निरस्त कर दिया जाएगा। पीसीएस (मुख्य) परीक्षा 2017 में कुल 14032 अभ्यर्थी शामिल होंगे और परीक्षा 18 जून से छह जुलाई तक होनी है। पहले सत्र में सुबह 9:30 बजे से 12:30 बजे तक और दूसरे सत्र दो बजे से शाम पांच बजे तक (केवल सामान्य अध्ययन प्रथम प्रश्न पत्र की अवधि 9:30 बजे से 11:30 बजे तक तथा सामान्य अध्ययन द्वितीय प्रश्नपत्र की अवधि 2:30 बजे से 4:30 बजे तक) होनी है।

आयोग के सचिव जगदीश ने बताया है कि जिन अभ्यर्थियों की ओर से आवेदनपत्र जमा करने की चारों चरण की प्रक्रिया निर्धारित तारीख तक पूरी की गई है उन्हें ही मुख्य परीक्षा में औपबंधिक रूप से सम्मिलित होने की अनुमति इस शर्त के साथ दी गई है कि अभ्यर्थी परीक्षा में शामिल होने के पहले सुनिश्चित कर लें कि वे निर्धारित अर्हता पूरी करते हैं। किसी भी स्तर पर यह तथ्य प्रकाश में आने पर कि अभ्यर्थी की ओर से निर्धारित तारीख तक प्रक्रिया या अर्हता पूरी नहीं की गई है तो उनका अभ्यर्थन निरस्त कर दिया जाएगा।

वेबसाइट से डाउनलोड करें प्रवेशपत्र

आयोग के सचिव ने कहा है कि अभ्यर्थी अपना प्रवेश पत्र से www.uppsc.up.nic.in से डाउनलोड कर प्राप्त कर सकते हैं। जिन अभ्यर्थियों के प्रवेशपत्र पर फोटो मुद्रित न हों वे आइडी प्रूफ की मूल प्रति और दो छाया प्रति तथा पासपोर्ट साइज के दो फोटो लेकर संबंधित केंद्र पर पहुंचें, नहीं तो उन्हें परीक्षा में प्रवेश नहीं दिया जाएगा।

आयोग की मनमानी, अभ्यर्थियों की परेशानी
प्रतियोगी परीक्षाओं के संबंध में उप्र लोकसेवा आयोग की ओर से लिए गए निर्णय ने अभ्यर्थियों को बड़ी मुसीबत में डाल दिया है। अभ्यर्थियों के लिए यह निर्णय लेना कठिन हो रहा है कि वे किस परीक्षा की तैयारी मनोयोग से करें। पीसीएस (मुख्य) परीक्षा 2017 और एलटी ग्रेड शिक्षक भर्ती 2018 की लिखित परीक्षा सिर पर है तो बिहार लोकसेवा आयोग की परीक्षा के साक्षात्कार भी जून महीने में होने हैं। दुविधा में अभ्यर्थियों की तैयारी भी प्रभावित होने लगी है।
गौरतलब हैं कि हर साल हिंदी भाषी राज्यों के 20-25 हजार अभ्यर्थी ऐसे होते हैं जो उप्र लोकसेवा आयोग, बिहार लोकसेवा आयोग, मध्य प्रदेश लोकसेवा आयोग समेत अन्य राज्यों की प्रतियोगी परीक्षाओं में शामिल होते हैं। तमाम अभ्यर्थी सरकारी सेवा में रहते भी पीसीएस परीक्षा में शामिल होते हैं, जिनके सामने तैयारी का शेड्यूल बनाने की बड़ी चुनौती होती है। इस बार भी ऐसा ही है। बड़ी संख्या में अभ्यर्थी पीसीएस मेंस 2017, एलटी ग्रेड शिक्षक भर्ती 2018, बिहार लोकसेवा आयोग और मध्य प्रदेश लोकसेवा आयोग से होने वाली शिक्षक भर्ती में शामिल हैं। पीसीएस मुख्य परीक्षा की 18 जून से छह जुलाई तक और एलटी ग्रेड शिक्षक भर्ती की 29 जुलाई को घोषित तारीख ने इन्हें परेशानी में डाल दिया है।


अभ्यर्थियों की मानें तो आयोग ने जुलाई माह में पीसीएस मुख्य परीक्षा 2017 कराने का संकेत देकर कुछ राहत दी थी लेकिन, परीक्षा कार्यक्रम आनन फानन 18 जून से ही निर्धारित करना मनमाना निर्णय है। परीक्षा छह जुलाई को खत्म होगी उसके बाद 29 जुलाई को एलटी ग्रेड शिक्षक भर्ती की परीक्षा होगी। ऐसे में तैयारी के लिए एक महीने से भी कम समय मिल रहा है। जबकि आयोग का तर्क है कि जनवरी माह में पीसीएस प्रारंभिक परीक्षा का परिणाम आया था और दो बार परीक्षा स्थगित होने से जून माह में पीसीएस मुख्य परीक्षा करानी पड़ी, इसलिए अभ्यर्थियों को तैयारी के लिए लंबा वक्त मिला। अभ्यर्थियों की मानें तो 18 जून से जुलाई के बीच बिहार लोकसेवा आयोग की परीक्षा के साक्षात्कार भी होने हैं। ऐसे में तैयारियों पर मनोवैज्ञानिक दबाव पड़ रहा है। कहा कि अन्य राज्यों के आयोग से तालमेल न बिठाकर उप्र लोकसेवा आयोग उनके हितों से खिलवाड़ कर रहा है।
 

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