सीएम योगी आदित्यनाथ ने कहा- सभी तक गोल्डेन कार्ड पहुंचाना ही आयुष्मान की कसौटी

PM Ayushman Yojana सीएम योगी आदित्यनाथ ने इस अवसर पर इस योजना के तहत इलाज के लिए जरूरी गोल्डेन कार्ड प्रत्येक पात्र व्यक्ति तक पहुंचाने को ही कसौटी बताया है।

By Dharmendra PandeyEdited By: Publish:Mon, 23 Sep 2019 04:30 PM (IST) Updated:Mon, 23 Sep 2019 06:47 PM (IST)
सीएम योगी आदित्यनाथ ने कहा- सभी तक गोल्डेन कार्ड पहुंचाना ही आयुष्मान की कसौटी
सीएम योगी आदित्यनाथ ने कहा- सभी तक गोल्डेन कार्ड पहुंचाना ही आयुष्मान की कसौटी

लखनऊ, जेएनएन। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने आयुष्मान भारत योजना के पात्र परिवारों के प्रत्येक सदस्य तक गोल्डेन कार्ड पहुंचने को ही योजना की कसौटी बताया है। उन्होंने कहा कि गोल्डेन कार्ड पास रहने से गरीबों को संबल मिलता है। उन्होंने कहा कि आजादी के बाद पहली बार लोगों को सामाजिक सुरक्षा की इतनी बड़ी गारंटी मिली है।

प्रधानमंत्री आयुष्मान भारत योजना के एक वर्ष पूरा होने पर सोमवार को मुख्यमंत्री ने कालिदास मार्ग स्थित अपने सरकारी आवास पर एक साल में योजना के तहत लाभ पाने वाले करीब 40 लोगों को सम्मानित किया। इस दौरान कई महिलाओं की गोद में छोटे बच्चे थे, जिन्हें योगी दुलारते रहे। मुख्यमंत्री ने यहां लोगों को संबोधित करते हुए कहा कि प्रधानमंत्री और उनकी ओर से योजना के पत्र पात्र परिवारों तक भेजे गए, लेकिन यह पत्र परिवार में किसी एक व्यक्ति के ही इलाज में काम आ सकते थे। इसलिए अब पात्र परिवारों के सभी सदस्यों को गोल्डेन कार्ड उपलब्ध कराने के निर्देश दिए गए हैैं। संचारी रोग पर नियंत्रण के लिए चले अभियान की तरह उन्होंने गोल्डेन कार्ड पहुंचाने का भी अभियान चलाने को कहा।

मुख्यमंत्री ने आयुष्मान योजना के सूचीबद्ध अस्पतालों का समय से भुुगतान करने कहा। साथ ही दुरुपयोग न होने देने की हिदायत भी दी। उन्होंने कहा किए साल में स्कूल चलो अभियान, कौशल विकास और स्वास्थ्य सेवाओं को मजबूत करने के प्रयास तेजी से बढ़े हैं। उन्होंने बताया कि अगले साल प्रदेश में आठ नए मेडिकल कॉलेजों में पढ़ाई शुरू हो जाएगी, जबकि 15 नए मेडिकल कॉलेजों की आधारशिला भी रखी जाएगी। उन्होंने कहा कि प्रत्येक दो जिलों के बीच मेडिकल कॉलेज स्थापित किए जाएंगे। राजकीय मेडिकल कॉलेजों में बॉन्ड भराए जाने के कारण प्रदेश को बढ़ी संख्या में चिकित्सक मिलेंगे, जिससे गांवों में डॉक्टरों की फौज खड़ी कर दी जाएगी। स्वास्थ्य मंत्री जयप्रताप सिंह ने कहा कि किसी भी देश में आयुष्मान जैसी योजना नहीं है। प्रमुख सचिव स्वास्थ्य ने मुख्यमंत्री को बेहतर काम के लिए आश्वस्त किया।

आयुष्मान लाभार्थियों के लिए अब नई वेबसाइट

आयुष्मान भारत योजना ने एक साल में जिस तरह स्वास्थ्य सेवाओं में पैठ बनाते हुए बड़ी संख्या में लोगों को निशुल्क इलाज उपलब्ध कराया है, उसे देखते हुए राज्य सरकार ने इस योजना को रफ्तार देने की तैयारी कर ली है। इसके तहत जहां योजना से जुड़े अस्पतालों में आयुष्मान वार्ड बनाए जा रहे हैं, वहीं प्रदेश के आयुष्मान लाभार्थियों के लिए अगले दो हफ्ते में नई वेबसाइट भी अस्तित्व में आ जाएगी। प्रदेश में आयुष्मान योजना के संचालन का जिम्मा स्वास्थ्य विभाग ने स्टेट एजेंसी फॉर कॉम्प्रेहेंसिव हेल्थ एंड इंटीग्रेटेड सर्विसेज (साचीज) को सौंप रखा है। इसीलिए आयुष्मान योजना से जुड़ी सारी जानकारियां भी 'साचीज.इन' की वेबसाइट पर उपलब्ध है।साचीज की सीइओ संगीता सिंह ने बताया कि दो हफ्ते में यह वेबसाइट बनकर तैयार हो जाएगी। अभी साचीज की वेबसाइट में आयुुष्मान के साथ भारतीय जन औषधि परियोजना और पंडित दीनदयाल उपाध्याय राज्य कर्मचारी कैशलेस चिकित्सा योजना की भी सूचनाएं साझा हैं।

योजना एक नजर में 1.18 करोड़ परिवारों के कुल करीब छह करोड़ लोगों को केंद्र सरकार ने आयुष्मान योजना में शामिल किया 8.55 लाख परिवारों के 50 लाख से अधिक लोगों को मुख्यमंत्री जन आरोग्य योजना के तहत राज्य सरकार ने शामिल किया 06 करोड़ लोगों में अब तक 45.3 लाख लोगों के गोल्डेन कार्ड बने, जबकि मुख्यमंत्री जन आरोग्य योजना में 1.8 लाख कार्ड बने हैैं 1.87 लाख लोगों का अब तक इलाज कराया गया, जिसके लिए 211.7 करोड़ रुपये का भुगतान हुआ 2261 कैंसर के, किडनी रोग के 1055, हृदय रोग के 787 और रेडियोथेरेपी के 484 मरीजों का योजना के तहत इलाज हुआ

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