गूगल बोलो से यूपी के बच्चे सीखेंगे सही उच्चारण, अभिभावकों को किया जाएगा प्रशिक्षित

प्रदेशभर के एक लाख तेरह लाख प्राथमिक विद्यालयों के करीब एक करोड़ से अधिक छात्र गूगल बोलो के जरिये हिंदी और अंग्रेजी के शब्दों के उच्चारण को बेहतर कर रहे हैं।

By Anurag GuptaEdited By: Publish:Fri, 14 Aug 2020 09:30 AM (IST) Updated:Fri, 14 Aug 2020 09:30 AM (IST)
गूगल बोलो से यूपी के बच्चे सीखेंगे सही उच्चारण, अभिभावकों को किया जाएगा प्रशिक्षित
गूगल बोलो से यूपी के बच्चे सीखेंगे सही उच्चारण, अभिभावकों को किया जाएगा प्रशिक्षित

लखनऊ, जेएनएन। अब उत्तर प्रदेश के बच्चों को भाषायी ज्ञान व शब्दो के उच्चारण के लिए शर्मसार नहीं होना पड़ेगा। प्रदेशभर के एक लाख तेरह लाख प्राथमिक विद्यालयों के करीब एक करोड़ से अधिक छात्र गूगल बोलो के जरिये हिंदी और अंग्रेजी के शब्दों के उच्चारण को बेहतर कर रहे हैं। दरअसल साल 2019 में गूगल स्पीच रिकॉग्निशन और टेक्स्ट टू स्पीच का प्रयोग कर फ्री एप लॉन्च किए गए थे। इसका मकसद बच्चों को जोर-जोर से कहानियां पढ़ने और उन छात्रों की मदद करना जो शब्दों का सही उच्चारण नहीं कर पाते।

स्टेट इंस्टिट्यूट ऑफ एजुकेशनल मैनेजमेंट एंड ट्रेनिंग (एसआईईएमएटी) के निदेशक संजय सिन्हा ने बताया कि इस एप को प्राथमिक स्कूल स्तर के बच्चों (6 से 11 की उम्र तक )के लिए तैयार किया गया है। बोलो की मदद से जोर जोर से बोल कर हिंदी व अंग्रेजी में रीडिंग स्किल को मजबूत करना है। इस एप के जरिए एंड्राइड बेस्ट स्मार्टफोन सर त्वरित फीडबैक भी प्राप्त होता है।

उन्होंने बताया कि बोलो एप को गूगल प्ले स्टोर से डाउनलोड किया जा सकता है। संजय सिन्हा ने कहा कि यह एप न सिर्फ बच्चों के लिए बल्कि शिक्षकों के लिए भी उस वक्त मददगार साबित हो रहा है जब उन्हें किसी ने हिंदी अंग्रेजी के शब्द के उच्चारण में संदेह हो। शहर की शुरुआत के लिए सरकारी प्राइमरी स्कूलों में गूगल की मदद से समग्र शिक्षा अभियान के तहत शुरू किया गया है। इस प्रयास की कड़ी में हर स्मार्टफोन धारक अभिभावकों को प्रशिक्षित किया जाएगा। ताकि वे घर पर बच्चों को पढ़ा सकें। 

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