नवोदित कवियों को दिया गया छैल बिहारी सम्मान

राष्ट्रीय पुस्तक मेले में राष्ट्रकवि छैल बिहारी वाजपेयी की स्मृति में विराट कवि सम्मेलन व सम्मान समारोह का हुआ आयोजन। नवोदित कवियों ने काव्य पाठ कर श्रोताओं की तालियां बटोरीं।

By Anurag GuptaEdited By: Publish:Mon, 17 Dec 2018 01:27 PM (IST) Updated:Mon, 17 Dec 2018 01:27 PM (IST)
नवोदित कवियों को दिया गया छैल बिहारी सम्मान
नवोदित कवियों को दिया गया छैल बिहारी सम्मान

लखनऊ, जेएनएन। राष्ट्रकवि स्वर्गीय छैल बिहारी वाजपेयी ‘बाण’ की स्मृति में रविवार की शाम विराट कवि सम्मेलन व सम्मान समारोह का आयोजन किया गया। गोमती नगर स्थित एक मॉल में चल रहे राष्ट्रीय पुस्तक मेले में आयोजित सम्मेलन में युवा एवं नवोदित कवियों ने काव्य पाठ कर श्रोताओं की तालियां बटोरीं, तो वहीं युवा कवियों को छैल बिहारी वाजपेयी युवा सम्मान-2018 से सम्मानित किया गया।

मुख्य अतिथि कवयित्री डॉ. सुमन दुबे ने सम्मेलन का शुभारंभ किया। सबसे पहले अभय बलरामपुरी ने ‘अपना हाल-ए-दिल बताने से पहले तुमसे डर गए होते, यार अच्छा होता कि न सुनने से पहले मर गए होते’ सुनाकर श्रोताओं की वाहवाही बटोरी। इसके बाद हिमांशु लखनवी ने ‘गुस्से और आंधी में कितना नुकसान हुआ आंधी के बाद पता चलता है, आपकी गर्लफ्रेंड कितनी अच्छी है शादी के बाद पता चलता है’ सुनाकर श्रोताओं में जोश भर दिया। फिर प्रज्ज्वल मिश्र ने सच लिखकर मैं तिमिर चुनु या झूल लिखूं आबाद रहूं’ सुनाया। कवि सम्मेलन में मुकेश मिश्र, योगेंद्र अवस्थी, चंदन तिवारी ‘रुद्र’ ,शाश्वत शुक्ला, सोमनाथ कश्यप व सुमित भारद्वाज सहित कई युवा कवियों ने अपनी रचनाएं सुनाकर समां बांधा। सम्मेलन की अध्यक्षता समाजिक कार्यकर्ता वीरेंद्र मिश्र ने की, तो संचालन कवि विख्यात मिश्र ने किया। इस मौके पर गोमती नगर पार्षद राम कृष्ण यादव, राहुल द्विवेदी व व्याख्या मिश्र सहित कई लोग उपस्थित रहे।

सज्जन धर्मेद्र को नवलेखन सम्मान

रविवार को राष्ट्रीय पुस्तक मेले के सांस्कृतिक मंच पर पुस्तक विमोचन, सम्मान समारोह व साहित्य परिचर्चा सहित कई आयोजन किए गए। लोकोदय प्रकाशन की ओर से आयोजित कार्यक्रम में युवा नवगीतकार सज्जन धर्मेद्र को लोकोदय नवलेखन सम्मान से नवाज उनकी नवगीत संग्रह ‘नीम तले’ का विमोचन किया गया। तो वहीं, प्रदीप कुमार कुशवाहा को लोकोदय सम्मान दिया गया। इसके बाद राजीव मित्तल व अनुपम वर्मा की पुस्तक हमनवा के दूसरे संस्करण का विमोचन किया गया। इसी तरह मधुकर अस्थाना को स्वर्गीय जगदीश गौतम स्मृति सम्मान से सम्मानित किया गया। साथ ही ‘नवगीत के विविध आयाम’ पुस्तक का विमोचन हुआ। दूसरे सत्र में समकालीन साहित्य और आज के सवाल विषय पर परिचर्चा हुई, जिसमें गोपाल गोयल, डॉ. अनिल मिश्र, महेंद्र भीष्म, उमाशंकर सिंह व अनिल कुमार पांडेय ने विचार रखे।

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