Tinku Kapala Encounter: बाराबंकी में बुलेट प्रूफ जैकेट ने रोकी 'बिकरू' कांड की पुनरावृत्ति

बाराबंकी में टिंकू कपाला ने सीओ एसटीएफ के सीने पर मारी थी गोली बुलेट प्रूप जैकेट ने बचाई जान।

By Anurag GuptaEdited By: Publish:Sun, 26 Jul 2020 08:21 AM (IST) Updated:Sun, 26 Jul 2020 08:21 AM (IST)
Tinku Kapala Encounter: बाराबंकी में बुलेट प्रूफ जैकेट ने रोकी 'बिकरू' कांड की पुनरावृत्ति
Tinku Kapala Encounter: बाराबंकी में बुलेट प्रूफ जैकेट ने रोकी 'बिकरू' कांड की पुनरावृत्ति

बाराबंकी [निरंकार जायसवाल]। अंधेरे में साथी के साथ भाग रहा शातिर हिस्ट्रीशीटर टिंकू कपाला शुक्रवार देर रात बार-बार पलटकर एसटीएफ टीम पर फायर कर रहा था। फायरिंग के बीच एक गोली सीओ एसटीएफ प्रमेश कुमार शुक्ल के सीने पर लगी, लेकिन बुलेट प्रूफ जैकेट ने उनकी जान बचा ली। वहीं एक गोली निरीक्षक पंकज मिश्र की कनपटी से सटकर निकल गई। थोड़ी से चूक फिर बिकरू कांड की पुनरावृृत्ति करा सकता था। हालांकि कपाला मार गया और फरार साथियों की तलाश की जा रही है।

उत्तर प्रदेश, गुजरात और महाराष्ट्र सहित कई प्रांतों में लूट, हत्या, डकैती की सनसनीखेज वारदातों को अंजाम देकर दहशत का पर्याय बना कपाला लखनऊ के चौक थाने का हिस्ट्रीशीटर था। मूल रूप से कपाला उर्फ कमल किशोर गोंडा जिले के कर्नलगंज थाना क्षेत्र के ग्राम परसी निवासी था, जो लखनऊ के चौक थाना क्षेत्र के दिलाराम बारादरी में रहता था। तीन माह से कपाला की तलाश में कई प्रांत और जिलों में भटक रही एसटीएफ को जब बाराबंकी में होने की सूचना मिली तो उसे सतरिख थाना क्षेत्र में घेरकर रोकना चाहा। साथी के साथ बाइक से भाग रहा कपाला बाइक गिरने के कारण गिर गया और भागते हुए बार-बार झुक-झुक कर पुलिस पर पलटकर फायर कर रहा था। सबसे आगे आ रहे सीओ एसटीएफ के सीने पर गोली लगी, वहीं निरीक्षक के कान के पास से गोली निकली तो पुलिस ने जवाबी फायर शुरू किया। पुलिस बाल-बाल बची और कपाला मारा गया। अगर सीओ ने बुलेट प्रूफ जैकेट न पहनी होती और निरीक्षक पर लगाया गया निशाना सही लग जाता तो कानपुर का बिकरू कांड ताजा हो जाता।

इन घटनाओं में आया था टिंकू का नाम

अक्टूबर 2014 में  टिंकू कपाला ने साथियों संग मिलकर पुणे के हडब्सर स्थित लोनी गृह प्राइवेट लिमिटेड ज्वैलर्स के यहां एक करोड़ की लूट की थी। इसके बाद गोरेगांव पार्क में दिसंबर 2014 में पीएमजे जेम्स ज्वैलर्स के यहां पांच करोड़ की लूट की। वहीं, जून 2015 में गुजरात के बड़ौदा में कल्याण ज्वैलर्स के यहां  टिंकू कपाला ने अन्य साथियों के साथ मिलकर 60 लाख की लूट की थी। इस दौरान ङ्क्षटकू कपाला उर्फ कमल किशोर श्रीवास्तव को गुजरात पुलिस ने गिरफ्तार भी किया था। यही नहीं, नेपाल के धनगढ़ी में फरवरी और मार्च 2017 में सोना लूट में भी  टिंकू का नाम सामने आया था।

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